पहले पति ने बोला तीन बार तलाक, फिर बच्चों सहित महिला को घर से बाहर निकाला, एक महीने बाद भी दर्ज नहीं हुआ केस!
तीन तलाक पर भले ही सरकार ने कानून बनाया हो, पर ज़मीनी हकीकत कुछ और बयां कर रही है| बिहार के भागलपुर से तीन तलाक का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है पति ने एक महीने पहले तीन तलाक बोलने के बाद महिला को मार-पीटकर घर से निकाल दिया था। मामले को 1 महिना बीत गया पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। थाने का चक्कर लगा लगा कर पीड़ित महिला के चप्पल घिस गए पर उसकी समस्या को कोई सुनने को तैयार नहीं है।
बिहार के कजरैली थानाक्षेत्र के सिमरिया निवासी हुस्न आरा को एक माह की लंबी दौड़ बाद भी अबतक न्याय नहीं मिला है। महिला थाने की चक्कर लगा-लगा थक गई लेकिन अब तक उसकी दी गई अर्जी पर केस दर्ज नहीं किया गया। वह मां के साथ महिला थाने की दौड़ लगा-लगा थक गई है और अब जखम पर जखम मिल रहे हैं| हुस्न आरा की हिम्मत अब जवाब देने लगी है। कजरैली थाने में उसे यह कहकर उसे महिला थाने भेज दिया गया था कि वह महिला थाने में ही केस दर्ज कराए। तीन तलाक का मामला महिला थाने में ही दर्ज होगा।
बता दें कि उसकी अर्जी पर केस दर्ज करने के बजाय महिला थाने से उसके पति को कॉल करके यह जानकारी दे दी गई कि उसके विरुद्ध केस दर्ज करने की अर्जी दी गई है। वह थाने पहुंच कर अपना पक्ष रखे। फिर हुस्न आरा का पति महिला थाने पहुंचा। पति से क्या पूछताछ हुई यह हुस्न आरा को पता नहीं लेकिन हुस्न आरा को थाने में फटकार जरूर मिल गई कि उसका केस महिला थाने में नहीं कजरैली थाने में होगा या वह कोर्ट जाकर केस दर्ज कराए।
हुस्न आरा के साथ हुई मारपीट और पति की तरफ से तीन तलाक बोल घर से निकाल बाहर करने मामले में केस के लिए दी गई अर्जी की जानकारी पर अब उसका पति रोज हुस्न आरा के मायके पहुंच नशे में गाली-गलौज और जान से मार डालने की धमकी देता है। हुस्न आरा ने कहा कि उस जैसी महिला का कजरैली थाने में केस नहीं लिया गया, उसका उसे मलाल नहीं है। लेकिन महिला थाने में महिला के साथ हो रही ज्यादती के बाद भी अबतक केस दर्ज नहीं करना बहुत पीड़ा दे रहा है।