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1 क्या 10 FIR भी कर लो, चारा चोर का बेटा नहीं हूं जो डरूंगा - मनीष कश्यप

News Pratyaksh | Updated : Sat 23rd Sep 2023, 06:05 pm
1 क्या 10 FIR भी कर लो, चारा चोर का बेटा नहीं हूं जो डरूंगा ?मनीष कश्यप पुराने अंदाज में दिखे. उन्होंने कहा कि वो अपना केस कहीं भी लड़ लेंगे लेकिन बिहार और तमिलनाडु को छोड़कर :
जेल में बंद यू-ट्यूबर मनीष कश्यप शुक्रवार को अपने पुराने रंग में नजर आए. मनीष कश्यप पटना के सिविल कोर्ट में पेशी के लिए पहुंचे थे जहां उन्होंने आक्रामक अंदाज में अपने विरोधियों से लेकर पुलिस और बिहार की सरकार पर तक निशाना साधा. मनीष सरकारी तंत्र जेल के सिस्टम और हाजतों की दशा पर जमकर बरसे. यू-ट्यूबर मनीष कश्यप ने पुलिस की गाड़ी जिसमें कैदियों को लाया जाता है उसकी बदहाली पर जहां सवाल खड़े किए वहीं हाजत में जिस तरह से जिस तरह से कैदियों को रखा जाता है उससे भी खासे गुस्सा दिखे.मीडिया के लोगों से बात करने के दौरान मनीष ने कहा कि मैं फौजी का बेटा और फौजी का ही पोता हूं. मेरे दादा चीन और मेरे पिता पाकिस्तान से लड़े थे. मेरे उपर 1 क्या 10 केस हो जाये, मैं चारा चोर का बेटा नहीं जो डर जाउंगा. मनीष ने कहा कि आज के बाद फिर उन पर केस किया जाएगा लेकिन वह किसी भी नेता से डरने वाले नहीं हैं. उन पर कितना भी एफआईआर दर्ज हो लेकिन वह डरने वाले नहीं हैं. वह ईमानदार आदमी हैं और वह आवाज उठाते रहेंगे. तमिलनाडु में फिर से मजदूरों को पीटे जाने पर मनीष कश्यप ने कहा कि मैंने पहले भी आवाज उठाया था और कहा है कि बिहार के मजदूर बाहर में मार खाते हैं लेकिन जब आवाज मनीष कश्यप उठाता है तो उसे जेल में डाल दिया जाता है फिर से मुझ पर ही fir किया जाएगा.मनीष ने कहा कि स्टालिन के बेटे ने बयान देकर आग लगाने का काम किया है लेकिन सरकार उस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. बिहार में लगातार यादवों की हत्या हो रही है लेकिन तेजस्वी यादव खुद यादव हैं जाति के नाम पर क्यों नहीं यादव को बचाने का काम करते हैं. मनीष कश्यप ने कहा कि वह स्पेशल कोर्ट के लिए रिक्वेस्ट कर रहे हैं लेकिन उन पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वह चारा चोर के बेटे नहीं है. वह किसी भी हालत में डरने वाले नहीं हैं.मनीष कश्यप ने कहा कि उन्होंने 6 महीने से एक भी आवाज नहीं उठाया लेकिन जब वह परेशान हो गए हैं तो आज उन्हें मजबूरन आवाज उठाना पड़ा है. मनीष ने नीतीश कुमार से गुहार लगाई कि आप पत्रकार स्वतंत्रता की बात करते हैं. एक स्वतंत्र पत्रकार ने स्वतंत्रता से आवाज उठाई है. हाजत में चेक करने की बातें मैं कह रहा हूं हाजत में स्मैक ,गांजा आता है लेकिन इससे किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता. मनीष ने कहा कि मैं आवाज उठा रहा हूं तो फिर से मुझे परेशान करने की कोशिश की जाएगी. देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से विनती करना चाहता हूं मेरा केस बिहार और तमिलनाडु दोनों राज्यों से अलग राज्य में ट्रांसफर किया जाए.उन्होंने कहा कि मेरा केस किसी भी राज्य में ट्रांसफर किया जाए मैं वहां लड़ लूंगा लेकिन मुझे यहां इंसाफ नहीं मिलेगा. मेरा केस सीबीआई को ट्रांसफर किया जाए, मैंने कहीं गलत नहीं बोला है. बिहार के मजदूर मार खाते थे और अभी भी बिहार के मजदूर मार खा रहे हैं.