News Pratyaksh


बुधवार को भारतीय पुलिस सेवा के दो चर्चित चेहरे ट्रांसफर हो गए। इसके अलावा, राज्य की नीतीश कुमार सरकार ने डीएसपी स्तर के 33 अधिकारियों का भी तबादला किया!

News Pratyaksh | Updated : Fri 15th Sep 2023, 01:16 am
बिहार सरकार के गृह विभाग की आरक्षी शाखा से बुधवार दोपहर एक बड़ी खबर आई। डीएसपी स्तर के 33 अधिकारियों को ट्रांसफर किया गया। इससे भी बड़ी बात यह कि 2019 बैच की भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी काम्या मिश्रा को फील्ड से हटा दिया गया। पटना सदर की अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी काम्या मिश्रा को अपराध अनुसंधान विभाग में सहायक पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। ट्रांसफर पोस्टिंग के ताजा आदेश में औरंगाबाद के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी स्वीटी सहरावत का भी नाम है। काम्या मिश्रा की जगह पटना सदर का अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बनाया गया है।मधेपुरा के उदाकिशनगंज एसडीपीओ सतीश कुमार को गया में वजीरगंज का एसडीपीओ बनाया गया है। शिवहर के डीएसपी हेडक्वार्टर शशि शंकर कुमार को कटिहार सदर का अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बनाया गया है। पटना में विधि व्यवस्था के डीएसपी की भूमिका देख रहे नुरुल हक को नालंदा में बिहार शरीफ का अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बनाया गया है।
बिहार पुलिस के के डीएसपी स्तर के अधिकारियों का बुधवार को बड़े स्तर पर तबादला हुआ. राज्य के 33 डीएसपी का स्थानांतरण किया गया है. इसमें मो. अमानुल्लाह खान को औरंगाबाद के एसडीपीओ बनाया गया है. रमेश कुमार को खगड़िया गोगरी के एसडीपीओ बनाया गया है. कृष्ण मुरारी प्रसाद को विधि व्यवस्था एसडीपीओ पटना बनाया गया है. परवेद्र भारती को मधेपुरा के सदर एसडीपीओ बनाया गया है. रहमत अली को खगड़िया के सदर एसडीपीओ बनाया गया है. धीरज कुमार को बक्सर के एसडीपीओ बनाया है. वहीं, इस लिस्ट में कई अधिकारी शामिल हैं.वहीं, बता दें कि कुछ दिन पहले आईपीएस अधिकारी स्वीटी सहरावत चर्चा में आ गई थीं. दरअसल, पूर्व राज्यपाल और औरंगाबाद एएसपी के बीच तू-तू-मैं-मैं जैसी स्थिति बन गई थी. पूर्व राज्यपाल एएसपी से कानून-व्यवस्था को लेकर बात करना चाहते थे, लेकिन वह मिलने का समय नहीं दे रहीं थीं. ऑफिस में भी फोन नहीं उठने के बाद पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार सीधे एएसपी के घर ही पहुंच गए. पूर्व राज्यपाल ने उन्हें फटकार लगाते हुए कहा क्यों नहीं मिलेंगी आप? आपको सबसे मिलना है. पूर्व राज्यपाल ने उन्हें पुलिस मैन्युअल की याद दिलायी. पूर्व राज्यपाल ने शहर में बढ़ रही चोरी की घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए पुलिसिया कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया था.