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झारखंड में खाली होने वाली राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव तारीख की घोषणा कर दी गई है :

News Pratyaksh | Updated : Tue 27th Feb 2024, 12:31 pm


झारखंड से राज्यसभा की दो सीटें मई में खाली हो रही हैं. कांग्रेस के धीरज साहू और भाजपा के समीर उरांव का कार्यकाल तीन मई को खत्म हो रहा है. निर्वाचन आयोग ने इन दोनों सीटों के निर्वाचन की घोषणा कर दी है. चुनाव को लेकर मार्च के पहले सप्ताह में भाजपा प्रत्याशी का नाम चुनने के लिए बैठक करेगी. झारखंड गठन के बाद से अब तक चार बार दो-दो प्रत्याशियों का निर्विरोध निर्वाचन हुआ है. 2004 में पहली बार यशवंत सिन्हा और स्टीफन मरांडी निर्विरोध निर्वाचन के आधार पर राज्यसभा सांसद बने थे.सूत्रों की माने तो संथाल परगना से पूर्व मंत्री लुईस मरांडी, सुरेश मुर्मू, देवीधन टुडू जैसे नामों पर विचार हो सकता है. लुईस मरांडी भाजपा में राष्ट्रीय दायित्व में रह चुकी हैं. झामुमो के किसी बड़े नेता को भाजपा में लाकर राज्यसभा भेजने की संभावना से भी जानकार इनकार नहीं कर रहे हैं. वर्तमान में झारखंड में राज्यसभा सदस्यों की कुल संख्या 6 है. तीन सीटों पर भाजपा के समीर उरांव, दीपक प्रकाश और आदित्य साहू राज्यसभा सांसद हैं.झामुमो से शिबू सोरेन और महुआ माजी, जबकि कांग्रेस के धीरज साहू राज्यसभा सांसद हैं. मई माह में भाजपा के समीर उरांव और कांग्रेस के धीरज साहू का कार्यकाल खत्म हो जाएगा. इससे पहले 21 मार्च को विजयी प्रत्याशी के नाम की घोषणा हो जाएगी. वोटों के समीकरण के हिसाब से आगामी चुनाव के बाद छह में से तीन सांसद भाजपा और तीन सांसद झामुमो के होंगे. कांग्रेस झारखंड से आउट हो जाएगी.झारखंड गठन के बाद से अब तक चार बार दो-दो प्रत्याशियों का निर्विरोध निर्वाचन हुआ है. 2004 में पहली बार यशवंत सिन्हा और स्टीफन मरांडी निर्विरोध निर्वाचन के आधार पर राज्यसभा सांसद बने थे. साल 2006 में माबेल रिबेलो और एसएस अहलूवालिया का निर्विरोध निर्वाचन हुआ था. साल 2014 में निर्दलीय प्रत्याशी परिमल नथवानी और प्रेमचंद गुप्ता निर्विरोध चुने गए थे. इसके बाद 2022 में झामुमो की महुआ माजी और भाजपा के आदित्य साहू निर्विरोध चुने जाने के बाद राज्यसभा पहुंचे थे. उम्मीद की जा रही है कि मतों की संख्या के लिहाज से इस बार भी दोनों सीटों पर निर्विरोध चुनाव होगा.