मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को झारखंड की गढ़वा विधानसभा के रामकंदा, चिनिया बाजार एवं चतरा जिले की सिमरिया विधानसभा में जनसभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि अयोध्या में रामलला के विराजमान होने के बाद अभी हाल ही में हमने पहली दीवाली मनाई है और देव दीवाली आ रही है। लेकिन रामराज्य अभी नहीं आया। झारखंड में रामराज्य की स्थापना के लिए हमें कांग्रेस और सोरेन की लंका को जलाना होगा। इस भ्रष्ट, बेईमान और निकम्मी सरकार को रवाना करना होगा। भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनानी होगी। क्या आप सभी इसके लिए तैयार हैं? उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनजातीय समाज का सम्मान दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की आजादी और हमारी संस्कृति की रक्षा में भगवान बिरसा मुंडा का अविस्मरणीय योगदान है, लेकिन कांग्रेस के लोगों ने उनकी स्मृतियों को संजोने के लिए कभी सोचा भी नहीं।मुख्यमंत्री कहा कि झारखंड में विधानसभा का जो चुनाव हो रहा है, यह चुनाव नहीं, धर्म युद्ध है। झारखंड की जनता यह तय करेगी कि इस धर्म युद्ध में किसकी जीत होगी। उन्होंने कहा कि आज झारखंड में सनातन धर्म और हमारी संस्कृति के लिए चुनौती खड़ी हो गई है। आप अपने घर के आसपास देखिए, कितने बांग्लादेशी घुसपैठिए आकर बस गए हैं। कांग्रेस और सोरेन जैसे लोग इन घुसपैठियों को वोटों के लालच में सहयोग दे रहे हैं। ये घुसपैठिए आपकी जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं, आपकी बहन-बेटियों का अपहरण कर उनकी इज्जत लूटना चाहते हैं। इन्होंने ऐसी हालत बना दी है कि यह रांची को भी करांची बना देंगे। डॉ. यादव ने कहा कि जब पाकिस्तान बना था, तब वहां हिंदुओं की आबादी 20 प्रतिशत थी, लेकिन आज वहां क्या हालत है? ये लोग आपके लिए भी वैसी ही स्थिति पैदा करना चाहते हैं। बांग्लादेशी घुसपैठियों के रूप में रोहिंग्या मुसलमानों को झारखंड में बसाया जा रहा है और वहां हिंदुओं तथा आदिवासियों की आबादी कम होती जा रही है। डॉ. यादव ने कहा कि अभी हमने देखा है कि बांग्लादेश में हिंदुओं और उनके धर्मस्थलों पर किस तरह से हमला किया गया था। हमने कभी किसी के धर्मस्थल पर आक्रमण नहीं किया, लेकिन ये लोग हमारी चोटी, बेटी और मंदिर की पूजा के विरोधी हैं। इसलिए यह चुनाव हमारी जमीन, हमारी बहन-बेटियों और हमारे सनातन धर्म के सम्मान को बचाने का चुनाव है।