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45,000 किसानों की जमीन हिंद महासागर में दिख रही :

News Pratyaksh | Updated : Sat 25th Jan 2025, 07:20 am
45,000 किसानों की जमीन हिंद महासागर में दिख रही : बिहार के भोजपुर जिले में चल रहे डिजिटल क्रॉप सर्वे में एक बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। इस सर्वे में हजारों किसानों की जमीन हिंद महासागर में दिख रही है। यह सुनकर किसान हैरान और परेशान हैं। बता दें कि भोजपुर बिहार में स्थित है, हिंद महासागर से लगभग 1200 किलोमीटर दूर है। फिर भी सर्वे में जिले के 14 प्रखंडों के 45,000 प्लॉट हिंद महासागर में दिखाई दे रहे हैं।बताया जा रहा है कि यह गड़बड़ी अक्षांश और देशांतर में हुई तकनीकी खराबी के कारण हुई है। जिला भूमि संरक्षण विभाग प्लॉट के डिजिटल सर्वे के डेटा को विभागीय साइट पर अपलोड कर रहा है। लेकिन जिन प्लॉटों के अक्षांश और देशांतर में गड़बड़ी है, उन्हें अपलोड नहीं किया जा सका। जिस स्थान पर, जिस मौजा और खेसरा का कागजों में उल्लेख है, वह उस जगह पर नहीं दिख रहा है। बल्कि वह सीधे हिंद महासागर में दिख रहा है।बता दें कि यह डिजिटल क्रॉप सर्वे 20 दिसंबर से चल रहा है। इसका उद्देश्य किसानों की जमीन के बारे में वैज्ञानिक डेटा इकट्ठा करना है। इसके जरिए जरूरतमंद किसानों को सरकारी योजनाओं का सही लाभ दिया जा सकेगा। कृषि विभाग को 31 जनवरी तक 10 लाख प्लॉट का डिजिटल सर्वे पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है। एक प्लॉट के सर्वे के लिए पांच रुपये का बोनस दिया जा रहा है।बता दें कि 24 जनवरी तक 95000 प्लॉट का डिजिटल सर्वे हो चुका है। इनमें से 45,000 प्लॉट में अक्षांश और देशांतर की गड़बड़ी पाई गई है। ये वो प्लॉट हैं जिन्हें राजस्व विभाग ने सर्वे के बाद ऑनलाइन किया है। कृषि विभाग यह सर्वे कर रहा है कि किस प्लॉट में रबी या खरीफ की फसल हो रही है। यह जानकारी अक्षांश और देशांतर के अनुसार इकट्ठी की जा रही है।

बिहार के इस जिले में बिक रहा नकली कॉस्मेटिक प्रोडक्ट :

News Pratyaksh | Updated : Tue 21st Jan 2025, 10:47 am
बिहार के इस जिले में बिक रहा नकली कॉस्मेटिक प्रोडक्ट : गया के बाजारों में नकली कॉस्मेटिक उत्पादों की बिक्री खुलेआम हो रही है. बड़ी दुकानों से लेकर गुमटियों तक, हर जगह विभिन्न शृंगार और सौंदर्य उत्पाद उपलब्ध हैं, लेकिन इनकी असली-नकली की जांच पर कोई सख्ती नहीं है. औषधि नियंत्रण विभाग की जिम्मेदारी होने के बावजूद नकली उत्पादों की बिक्री पर रोक नहीं लग रही.बाजार में नकली कॉस्मेटिक उत्पादों में विभिन्न प्रकार के क्रीम, पाउडर, रंगीन कॉस्मेटिक्स, मॉइस्चराइजर, क्लिंजर, शैंपू, कंडीशनर, हेयर कलर, साबुन और बबल बाथ शामिल हैं. लोग बताते हैं कि नामी कंपनियों के नाम पर नकली उत्पाद बेचे जाते हैं, जिनके नामों में मामूली बदलाव कर ग्राहकों को धोखा दिया जाता है.एएनएमएमसीएच के चर्म रोग विशेषज्ञों ने चेताया है कि नकली कॉस्मेटिक उत्पाद एलर्जी, त्वचा संक्रमण और अन्य गंभीर समस्याओं का कारण बन सकते हैं. इनमें हानिकारक रसायन होते हैं, जो किडनी, लीवर, एंडोक्राइन सिस्टम और प्रजनन अंगों को नुकसान पहुंचा सकते हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि उपभोक्ताओं को प्राकृतिक और जैविक सामग्री वाले उत्पादों को प्राथमिकता देनी चाहिए.उपभोक्ताओं को उत्पाद खरीदते समय निर्माता कंपनी का लाइसेंस नंबर अवश्य देखना चाहिए. यह नकली उत्पादों से बचने का एकमात्र तरीका है. नकली उत्पादों के इस्तेमाल से बचना न केवल स्वास्थ्य के लिए जरूरी है, बल्कि बाजार में असली उत्पादों को बढ़ावा देने में भी मदद करता है.

झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 24 फरवरी से शुरू हो रहा है

News Pratyaksh | Updated : Tue 14th Jan 2025, 11:57 am
झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 24 फरवरी से शुरू हो रहा है, जिसे राज्यपाल संतोष गंगवार ने मंजूरी दे दी है। 24 फरवरी से शुरू होकर 27 मार्च तक बजट सत्र चलेगा। बजट सत्र के पहले दिन नए सदस्यों के शपथ ग्रहण के अलावा राज्यपाल का अभिभाषण और शोक प्रकाश का कार्यक्रम है। बजट सत्र के पहले दिन 24 फरवरी को साढ़े ग्यारह बजे राज्यपाल का अभिभाषण होगा। देश की दिवंगत विभूतियों को इस दिन याद कर श्रद्धांजलि देने के साथ सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी जाएगी। बजट सत्र में कुल 20 कार्य दिवस निर्धारित हैं।3 मार्च को पेश होगा बजटराज्यपाल के अभिभाषण पर दूसरे दिन 25 फरवरी और तीसरे दिन 27 फरवरी को वाद-विवाद के साथ सरकार का उत्तर होगा। 26 फरवरी को अवकाश रहेगा। 28 फरवरी को सरकार चालू वित्त वर्ष का तीसरा अनुपूरक बजट पेश करेगी। तीन मार्च को प्रश्नकाल के बाद वित्त वर्ष 2025-26 का बजट हेमंत सरकार पेश करेगी। सत्र के अंतिम दिन 27 मार्च को प्रश्नकाल, राजकीय विधेयक और गैर सरकारी संकल्प लाए जाएंगे। ये रहा बजट सत्र का पूरा शेड्यूल24 फरवरी : नए सदस्यों की शपथ, राज्यपाल का अभिभाषण, शोक प्रकाश 25 फरवरी: प्रश्नकाल, राज्यपाल के अभिभाषण पर वाद-विवाद 26 फरवरी : अवकाश 27 फरवरी : प्रश्नकाल, वित्तीय वर्ष 2024-25 का तीसरा अनुपूरक बजट, राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा, सरकार का उत्तर 28 फरवरी : प्रश्नकाल, अनुपूरक पर चर्चा 01 से 02 मार्च : अवकाश 03 मार्च : वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट 04 से 07 मार्च: प्रश्नकाल, बजट पर वाद-विवाद 08 से 09 मार्च: अवकाश 10 से 11 मार्च: प्रश्नकाल, बजट पर वाद-विवाद 12 से 16 मार्च तक : अवकाश 17 से 21 मार्च: प्रश्नकाल, बजट पर वाद-विवाद 22-23 मार्च: अवकाश 24 मार्चः प्रश्नकाल, बजट पर वाद-विवाद, विनियोग विधेयक 25 मार्च: प्रश्नकाल, राजकीय विधेयक 26 मार्च: प्रश्नकाल, राजकीय विधेयक व अन्य राजकीय कार्य 27 मार्च: प्रश्नकाल, राजकीय विधेयक, गैर सरकारी संकल्प

भारत में बाढ़ के मामले में पटना सबसे संवेदनशील : नया अध्ययन

News Pratyaksh | Updated : Wed 08th May 2024, 11:58 am
भारत में बाढ़ के मामले में पटना सबसे संवेदनशील : नया अध्ययनभारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी)-दिल्ली और आईआईटी-रुड़की के शोधकर्ताओं द्वारा विकसित जिला-स्तरीय बाढ़ गंभीरता सूचकांक (डीएफएसआई) के अनुसार, भारत में सबसे भीषण बाढ़ पटना में आती है, इसके बाद पश्चिम बंगाल का मुर्शिदाबाद और महाराष्ट्र का ठाणे है। सूचकांक में प्रभावित लोगों की संख्या, बाढ़ की व्यापकता और इसकी अवधि के आधार पर बाढ़ की ऐतिहासिक गंभीरता को ध्यान में रखा गया है। शोधकर्ताओं ने कहा जिन शीर्ष दस जिलों में बाढ़ की गंभीरता सबसे अधिक है उनमें पटना, मुर्शिदाबाद, ठाणे, उत्तर 24 परगना (पश्चिम बंगाल), गुंटूर (आंध्र प्रदेश), नागपुर (महाराष्ट्र), गोरखपुर (उत्तर प्रदेश), बलिया (उत्तर प्रदेश), पूर्वी चंपारण (बिहार), और पूर्वी मेदिनीपुर (पश्चिम बंगाल) शामिल हैं।

चलेगी स्पेशल ट्रेन, जानिए रूट-टाइमिंग और सबकुछ :

News Pratyaksh | Updated : Sat 20th Apr 2024, 10:59 am
  झारखंड के अलग-अलग प्रमुख स्टेशनो में रेल यात्रियो की भीङ को देखते दक्षिण पूर्व रेलवे ने स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। यह स्पेशल ट्रेन झारखंड के रांची-हटिया और टाटानगर स्टेशन से खुलेगी। इसको लेकर दक्षिण पूर्व रेलवे ने अधिसूचना जारी कर दी हैं। इन ट्रेनों में टाटानगर-पटना स्पेशल, टाटानगर- वाराणसी, रांची-इस्लामपुर और रांची-भागलपुर शामिल है। टाटा-पटना-टाटानगर स्पेशल ट्रेन 26 अप्रैल से 26 जून तक टाटा-पटना-टाटा स्पेशल ट्रेन 26 अप्रैल से 26 जून तक प्रत्येक शुक्रवार को दोनों दिशाओं में चलेगी। ट्रेन संख्या 08183 टाटा-पटना स्पेशल टाटानगर से दिन 1.20 में प्रस्थान कर रात को 9.50 मिनट में पटना पहुंचेगी। उसी प्रकार ट्रेन संख्या 08184 पटना-टाटा स्पेशल पटना से रात को 11.05 प्रस्थान कर सुबह 8.15 में टाटानगर पहुंचेगी। इस ट्रेन का ठहराव पुरुलिया-भोजूडीह मे भी होगा। टाटा-वाराणसी-टाटा एक्सप्रेस 25 अप्रैल से 27 जून टाटा-वाराणसी-टाटा स्पेशल ट्रेन 25 अप्रैल से 27 जून तक चलेगी। ट्रेन संख्या 08103 टाटा-वाराणसी स्पेशल ट्रेन प्रत्येक गुरुवार को टाटा से रात को 9.05 में प्रस्थान कर दूसरे दिन सुबह यानी शुक्रवार को सुबह आठ बजे पहुंचेगी। वहीं ट्रेन संख्या 08104 वाराणसी-टाटा स्पेशल प्रत्येक शुक्रवार को वाराणसी से सुबह 9.30 से चलकर, उसी दिन रात को 10.30 मिनट में टाटानगर पहुंचेगी। इस ट्रेन का ठहराव पुरुलिया और बोकारो स्टील सिटी मे होगा।रांची-इस्लामपुर-रांची स्पेशल ट्रेन 27 अप्रैल से 29 जून तक ट्रेन संख्या 08624 रांची-इस्लामपुर स्पेशल 27 अप्रैल से 29 जून तक प्रत्येक शनिवार को सुबह 08.20 बजे रांची से रवाना होकर उसी दिन रात के 7.10 बजे इस्लामपुर पहुंचेगी। वापसी दिशा में ट्रेन संख्या 08623 इस्लामपुर-रांची स्पेशल 27 अप्रैल से 29 जून तक प्रत्येक शनिवार को रात के 9.50 बजे इस्लामपुर से रवाना होकर अगले दिन 09.30 बजे रांची पहुंचेगी।इस विशेष ट्रेन का ठहराव में मुरी और बोकारो स्टील सिटी में होगा।रांची-भागलपुर-रांची स्पेशल ट्रेन 25 अप्रैल से 27 जून तक ट्रेन संख्या 08014 रांची-भागलपुर स्पेशल 25 अप्रैल से 27 जून तक प्रत्येक गुरुवार को रात 11.25 बजे रांची से रवाना होगी और अगले दिन 12.00 बजे भागलपुर पहुंचेगी। वापसी दिशा में ट्रेन संख्या 08013 भागलपुर-रांची स्पेशल 26 अप्रैल से 28 जून तक प्रत्येक शुक्रवार को दिन के 2.30 बजे भागलपुर से रवाना होकर अगले दिन सुबह 03.30 बजे रांची पहुंचेगी। विशेष ट्रेन का ठहराव मुरी और बोकारो स्टील सिटी में होगा।

बिहार से ही बदलाव की शुरुआत होती है

News Pratyaksh | Updated : Mon 04th Mar 2024, 12:15 pm
रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने पूछा कि इस देश में नफरत क्यों फैल रही है। नफरत के लिए यहां कोई जगह नहीं है। इसका सबसे बड़ा कारण अन्याय है। युवाओं, किसानों और ग़रीबों के प्रति हो रहा अन्याय। मोदी जी केवल दो-तीन अरबपतियों के लिए काम कर रहे हैं। उनके लाखों करोड़ रुपये के कर्ज माफ कर दिए गए, लेकिन किसानों के कर्ज क्यों नहीं माफ किए जा रहे? एक उद्योगपति को हिंदुस्तान के बंदरगाह, रेलवे और रक्षा का नियंत्रण सौंप दिया गया है। हिंदुस्तान में 50% आबादी दलित और आदिवासी हैं, लेकिन बड़ी कंपनियों में इनका प्रतिनिधित्व नगण्य है। पहले गरीबों को सरकारी नौकरी मिल जाती थी, लेकिन मोदी ने उन रास्ते बंद कर दिए हैं। अग्निवीर योजना से दो प्रकार के शहीद होंगे। एक को सारी सुविधाएँ मिलेंगी और दूसरे को नहीं। पाकिस्तान और चीन के सैनिकों की तुलना में हमारे जवानों की ट्रेनिंग बहुत कम है। यह अन्याय है। हम भाजपा और आरएसएस से नहीं डरते। हम इंडी गठबंधन की सरकार बनाएंगे।