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DM कुंदन कुमार ने किया स्टार्टअप पूर्णिया की शुरुआत ! सराहनीय कदम!

News Pratyaksh | Updated : Mon 25th Sep 2023, 01:10 pm
बेतिया के चनपटिया को स्टार्टअप जोन बनाने के बाद अब डीएम कुंदन कुमार ने स्टार्टअप पूर्णिया की शुरुआत कर दी है: बिहार के पूर्णिया जिले के डीएम कुंदन कुमार शिक्षक की भूमिका में नजर आए| बेतिया के चनपटिया को स्टार्टअप जोन बनाने के बाद अब डीएम कुंदन कुमार ने स्टार्टअप पूर्णिया की शुरुआत कर दी है| इसके लिए डीएम ने समाहरणालय में करीब 120 युवक युवतियों के साथ संवाद किया| उन्हें ड्रोन टेक्नोलॉजी के बारे में जानकारी दी| डीएम के इस क्लास से स्टूडेंट भी काफी खुश और उत्साहित नजर आए| स्टार्टअप जोन चनपटिया बनाकर प्रधानमंत्री से अवार्ड पा चुके पूर्णिया के डीएम कुंदन कुमार इन दिनों स्टार्टअप पूर्णिया बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं| इसके लिए उन्होंने आईआईटी रूडकी से लेकर आईआईटी असम तक के विशेषज्ञों को बुलाकर पूर्णिया के युवक युवतियों को प्रशिक्षण दिलाया| इसके अलावा कई बड़ी कंपनियों के प्रतिनिधियों ने आकर यहां के युवकों को प्रशिक्षण के साथ जाब देने और स्टार्टअप में मदद देने की शुरुआत भी कर दी है|शनिवार को डीएम ने समाहरणालय में छात्रों को ड्रोन तकनीक और एआई के साथ स्टार्टअप को लेकर कई महत्वपूर्ण बातें बताई| इस दौरान डीएम ने लड़के लड़कियों से बात कर उन्हें ड्रोन का प्रशिक्षण भी दिया| ख़बरों के मुताबिक डीएम कुंदन कुमार ने कहा कि राज्य सरकार स्टार्टअप को लेकर कई योजनाएं चला रही है| इसके तहत वे स्टार्टअप पूर्णिया बनाने जा रहे हैं, जिसमें यहां के युवाओं को आधुनिक वैज्ञानिक तकनीक, एआई, ड्रोन तकनीक से लेकर कई तरह का प्रशिक्षण दिया जा रहा है| वहीं शिक्षक की भूमिका में डीएम की क्लास से छात्र-छात्राएं भी काफी उत्साहित थे| छात्रों ने कहा कि डीएम अंकल ने उन लोगों को एक शिक्षक की तरह सिखाए की कैसे आधुनिक तकनीक का उपयोग कर वह स्टार्टअप शुरू कर सकते हैं, डीएम अंकल के सहयोग से उन्हें आईआईटी रुड़की के विशेषज्ञों द्वारा ड्रोन का प्रशिक्षण दिया गया| ड्रोन का कृषि से लेकर अन्य क्षेत्रों में कैसे उपयोग हो इस बाबत लोगों ने काफी कुछ सीखा है| इसको आगे अपने जीवन में उतारेंगे| कई ने तो इस क्षेत्र में स्टार्टअप शुरू करने की भी बात कही| इस दौरान सभी छात्रों को आईआईटी रुड़की द्वारा प्रशिक्षण प्रमाण पत्र भी दिया गया| पूर्णिया के डीएम कुंदन कुमार की इस अनोखी पहल ने छात्रों में स्टार्टअप पूर्णिया शुरू करने को लेकर एक नया उत्साह भर दिया है| एक तरफ जहां बिहार के लोग और यहां के युवा नौकरी के लिए अन्य प्रदेशों में जा रहे हैं वहीँ  अगर डीम की ये पहल रंग लाई तो वह दिन-दूर नहीं जब स्टार्टअप पूर्णिया शुरू कर यहां के युवा भी जाब क्रिएटर बनेंगे| इसके लिए यूथ कनेक्ट के साथ-साथ कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं ताकि ये युवा आत्मनिर्भर बन सके| इसमें से कई ऐसे युवक युवतियां हैं जो खुद का स्टार्टअप करना चाहते हैं| इसके लिए उन्हें हर संभव मदद दी जाएगी| उन्होंने कहा कि आईआईटी रुड़की द्वारा पूर्णिया के जिला स्कूल में जल्द ही लैब खोला जाएगा, जहां कई तरह के प्रशिक्षण दिए जाएंगे| उन्होंने कहा की स्टार्टअप के माध्यम से युवा न सिर्फ आत्मनिर्भर बनेंगे बल्कि जाब क्रिएटर भी बनें| #newspratyaksh #Bihar #Purnia #startup  

HEC की बदहाली को लेकर इंडिया गठबंधन के नेताओं और कर्मियों ने फूंका बिगुल, बड़े आंदोलन की दी चेतावनी!

News Pratyaksh | Updated : Fri 22nd Sep 2023, 12:00 am
HEC की बदहाली को लेकर इंडिया गठबंधन के नेताओं और कर्मियों ने फूंका बिगुल, बड़े आंदोलन की दी चेतावनी! इंडिया गठबंधन के नेताओं ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार सभी सार्वजनिक कल-कारखानों को अडानी-अंबानी के हवाले कर रही है| खनिज संपदा, कल-कारखानेऔर हवाई जहाज भी अडानी को दे दिया है| एचइसी को बंद होने से बचाने और कर्मियों को 18 माह के बकाये वेतन का भुगतान करने सहित अन्य मांगों को लेकर गुरुगुवार को इंडिया गठबंधन के नेताओं और एचइसी कर्मियों ने मुख्यालय से लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर महाधरना दिया| दिल्ली में इंडिया गठबंधन व श्रमिक संगठनों की ओर दिये गये महाधरना की अध्यक्षता झामुमो के मुश्ताक अहमद ने की| महाधरना में सैकड़ों लोग शामिल हुए| इंडिया गठबंधन के नेताओं ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार सभी सार्वजनिक कल-कारखानों को अडानी-अंबानी के हवाले कर रही है| खनिज संपदा, कल-कारखाने और हवाई जहाज भी अडानी को दे दिया है| इसी तरह झारखंड के कोयला, आयरन और गैस सहित कई खनिज संपदा अडानी को सौंपने जा रही है| किसानों की हजारों एकड़ जमीन कौड़ी के दाम पर लुटायी जा रही है| नेताओं ने कहा कि चंद्रयान के लिए लांचिंग पैड बनाने वाले एचइसी को बचाया नहीं गया, तो केंद्र सरकार के विरुद्ध बड़ी लड़ाई लड़ी जायेगी| जरूरत पड़ी तो आर्थिक नाकेबंदी कर राज्य से खनिज संपदाओं को बाहर नहीं जाने दिया जायेगा और मोदी सरकार के झारखंड आगमन पर राज्य की जनता काला झंडा दिखायेगी| #newspratyaksh #Jharkhand #HEC #indiagathbandhan

पिंडदान भी अब डिजिटल हो गया है. बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम के द्वारा जारी ई-पिंडदान पैकेज की शुरूआत की गई!

News Pratyaksh | Updated : Wed 20th Sep 2023, 05:38 pm
पिंडदान भी अब डिजिटल हो गया है. बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम के द्वारा जारी ई-पिंडदान पैकेज की शुरूआत की गई : इसके तहत पंडा द्वारा विष्णु पद मंदिर, अक्षय वट एवं फल्गु नदी के किनारे पिंडदान किया जाएगा. फिर वीडियो रिकार्डिंग कराई जाएगी, जो पेन ड्राइव के माध्यम से संबंधित श्रद्धालु को पंडा द्वारा मुहैया कराया जाएगा. इसके लिए श्रद्धालुओं को 20,476 रुपये खर्च करने पड़ेंगे. इसमें पूजन सामग्री एवं पंडित का दक्षिणा भी शामिल किया गया है. इसमें टैक्स सहित कुल मिलाकर ई- पिंडदान पर 23 हजार रुपए का पैकेज तैयार किया गया है.इस संबंध में जानकारी देते हुए गया के डीएम डॉक्टर त्यागराजन एसएम ने बताया कि यह सुविधा मुख्य रूप से विदेश में रहने वाले तथा जो गयाजी आने में असमर्थ है उन श्रद्धालुओं के लिए है. इस सुविधा के लिए श्रद्धालुओं को बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम पर ऑनलाइन करने होंगे. हालांकि इन्होंने सभी श्रद्धालुओं से गया जी आकर पिंडदान करने के लिए अपील किए हैं. इन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं को गया में किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी. यहां जिला प्रशासन के स्तर से हर तैयारी कर ली गई है.28 सितंबर से पितृपक्ष मास की शुरुआत हो रही है, जो 14 अक्टूबर तक रहेगी. पितृपक्ष के दौरान देश-विदेश के लोग गया जी में अपने पूर्वजों का पिंडदान करने पहुंचते हैं. वैसे तो गया जी में सालों भर पिंडदान का विधान है, लेकिन पितृपक्ष के दौरान पिंडदान करने से पितरों के द्वारा विशेष आशीर्वाद मिलता है. पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है. कहा जाता है कि पितृपक्ष के दौरान पितर किसी न किसी रूप में गयाजी आते हैं.अपने परिजनों द्वारा किए गये पिंड पाकर तृप्त हो जाते हैं.इस वर्ष पितृपक्ष मास के दौरान गयाजी में 15 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. जिला प्रशासन के स्तर से पितृपक्ष मास को लेकर तैयारी जोर-शोर से चल रही है. पितृपक्ष मास के दौरान गया जी में अधिक भीड़ होने के कारण कई लोग गयाजी नहीं पहुंच पाते. ऐसे में उनके लिए पर्यटन विभाग के द्वारा ई-पिंडदान की व्यवस्था की गई है. #newspratyaksh #bihar #PindDaan #digital  

मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत इस साल अक्टूबर के पहले सप्ताह में बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा के लिए गोवा भेजने का निर्णय!

News Pratyaksh | Updated : Wed 20th Sep 2023, 12:00 am
#newspratyaksh #Jharkhand #jharkhandgovernment #govtschemes पर्यटन, कला संस्कृति एवं खेलकूद विभाग ने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत इस साल अक्टूबर के पहले सप्ताह में बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा के लिए गोवा भेजने का निर्णय लिया है. इसे लेकर बीपीएल बुजुर्गों से आवेदन मंगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. झारखंड टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड की ओर से प्रदेश के ईसाई धर्मावलम्बियों के लिए बीपीएल श्रेणी के लाभुक तीर्थयात्रियों को विशेष ट्रेन से गोवा की तीर्थ यात्रा कराया जायेगा.इसके लिए राज्य भर से 1000 लोगों को गोवा भेजा जाएगा. वहीं पलामू जिले से 59 ईसाई धर्मावलम्बियों को भेजे जाने का लक्ष्य दिया गया है.जिला खेल सह पर्यटन पदाधिकारी उमेश लोहरा ने कहा कि इस तीर्थ यात्रा के लिए तीर्थयात्री की उम्र 60 वर्ष से अधिक और झारखंड राज्य के स्थाई निवासी होना चाहिए. वहीं तीर्थयात्री बीपीएल श्रेणी के अंतर्गत आना चाहिए और कर दाता नहीं होना चाहिए साथ हीं तीर्थयात्री द्वारा पहले से इस प्रकार का तीर्थ दर्शन योजना का लाभ नहीं लिया गया हो.उन्हे हीं तीर्थ स्थल पर भेजा जायेगा.उन्होंने बताया की गोवा में मौजूद ईसाई धर्म के तीर्थ स्थल पर सात से दस दिनों का ट्रिप कराया जाएगा. जहां अलग अलग चर्च के दर्शन लोग कर सकेंगे. वहीं रहने खाने का पूरा प्रबंध सरकार द्वारा किया जायेगा. आने जाने के लिए जिला से लेकर तीर्थ स्थल और वापसी के खर्च सरकार वहन करेगी.उन्होंने बताया की आवेदक तीर्थ दर्शन योजना के लाभ लेने हेतु दो प्रतियों में निर्धारित प्रपत्र में आवेदन के साथ 2 फोटो के साथ मूल चिकित्सा प्रमाण-पत्र Fit for Travel Certificate लगा कर निकटतम प्रखंड विकास पदाधिकारी के पास देना होगा. जिसके बाद तीर्थ यात्रियों का चयन जिला स्तरीय प्रबंधन समिति के द्वारा किया जाएगा. वहीं तीर्थ यात्रियों का चयन ‘पहले आओ पहले पाओ’ के आधार पर किया जाएगा. यदि तीर्थ यात्रियों की संख्या निर्धारित अंश से अधिक बढ़ जाती है तो इससे अतिरिक्त एक प्रतीक्षा सूची (निर्धारित अंश का 10%) भी तैयार की जाएगी.प्रतीक्षा सूची में रखे तीर्थ यात्रियों को अगले साल योजना के तहत तीर्थ यात्रा के लिए भेजा जाएगा.

झारखंड में डेंगू और चिकनगुनिया से संक्रमितों की तादाद लगातार बढ़ रही है

News Pratyaksh | Updated : Fri 15th Sep 2023, 06:37 pm
#newspratyaksh #Jharkhand #dengueझारखंड में डेंगू और चिकनगुनिया से संक्रमितों की तादाद लगातार बढ़ रही है. गुरुवार शाम तक राज्य में डेंगू पीड़ितों की संख्या बढ़कर करीब 950 हो गई है. बीते दो महीनों में डेंगू और इससे मिलते-जुलते लक्षणों से कम से कम एक दर्जन मरीजों की जान चली गई है. स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू जैसे लक्षणों से मरने वाले मरीजों के नमूने एलिजा टेस्ट के लिए भेजे हैं. विभाग का कहना है कि राज्य में डेंगू की पॉजिटिविटी रेट 14 फीसदी तक पहुंच गई है. राज्य के सरकारी अस्पतालों में बनाए गए डेंगू वार्ड लगभग फुल हो गए हैं.डेंगू संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले जमशेदपुर (पूर्वी सिंहभूम) में हैं. जिले में अब तक कुल 4869 सैंपल की जांच हुई है, जिसमें 651 डेंगू पाजिटिव मिले हैं. वर्तमान में 290 मरीजों का इलाज शहर के विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है. इनमें नौ की स्थिति गंभीर है, जिन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया है. वहीं, 281 मरीजों का इलाज सामान्य वार्डों में चल रहा है.इस जिले में डेंगू जैसे लक्षणों से कम से कम दस मरीजों की मौत हुई है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग आधिकारिक तौर पर इतनी मौतों की पुष्टि नहीं कर रहा. इसी तरह रांची में डेंगू के 150 से ज्यादा मरीजों का इलाज रिम्स, सदर हॉस्पिटल एवं अन्य प्राइवेट हॉस्पिटलों में चल रहा है. बुधवार को हजारीबाग जिले में एक बच्चे और जमशेदपुर में 11 साल के किशोर की मौत की खबर डेंगू से मिलते-जुलते लक्षणों की वजह से हुई.साहिबगंज में डेंगू और चिकगुनिया जैसे लक्षणों से पीड़ित से करीब 150 मरीजों का इलाज चल रहा है. धनबाद में 45, सरायकेला में 40 और हजारीबाग में कम से 15 मरीजों को इलाज के लिए हॉस्पिटलों में दाखिल कराया गया है. रिम्स के सुपरिटेंडेंट डॉ. हिरेंद्र बिरुआ के मुताबिक हॉस्पिटल पर डेंगू से पीड़ित मरीजों की बढ़ती संख्या को लेकर दबाव बढ़ा है.स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव अरुण कुमार सिंह ने कहा है कि जिले के उपायुक्त मच्छरजनित बीमारी को लेकर तमाम आवश्यक उपाय करें. इसे लेकर जिलों के उपायुक्तों और सिविल सर्जनों को निर्देश भेजे गए हैं. हर इलाके में फीवर सर्वे करने की बात कही गयी है. जिलों को कहा गया है कि जिस क्षेत्र में मच्छर जनित रोगियों की सूचना मिलती है, उन इलाकों में निगरानी टीम भेजें. मच्छरजनित बीमारियों के इलाके में मौजूद एक्टिव केस की पड़ताल के लिए घर-घर जाकर फीवर सर्वे कराने को कहा गया है.

बिहार और झारखंड के लोगों के लिए पटना-रांची वंदे भारत!

News Pratyaksh | Updated : Thu 14th Sep 2023, 01:33 am
बिहार और झारखंड के लोगों के लिए पटना-रांची वंदे भारत ट्रेन चलाई जा रही है। हालांकि अन्य ट्रेनों की तुलना में वंदे भारत का किराया ज्यादा होने के वजह से अभी भी ये ट्रेन सबकी पहुंच में नहीं है। अब भारतीय रेलवे ने इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। ताकि देश के आमजन भी वंदे भारत का आनंद ले सकें। अब आप सोच रहे होंगे कि शायद इसका किराया कम किया जा रहा है, तो हम आपको बता दें वंदे भारत के किराए में कमी करने का फिलहाल रेलवे का कोई प्लान नहीं है। रेलवे आम आदमी के सफर के लिए वंदे साधारण एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की तैयारी कर रहा है। सब कुछ ठीक रहा तो लोकसभा चुनाव से जनता को वंदे साधारण की सौगात मिल सकती है। पटना और रांची के बीच ये कब चलेगी, फिलहाल इस बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है। माना जा रहा है कि वंदे साधारण एक्सप्रेस ट्रेन भी वंदे भारत के रूट पर चलेगी।अब सवाल उठ रहा होगा कि ये वंदे साधारण एक्सप्रेस क्या है? इसमें और वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में क्या अंतर है? कुछ ऐसी सवालों का जवाब रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दिया है। नाम न छापने की शर्त पर रेलवे अधिकारी ने बताया कि वंदे भारत और वंदे साधारण एक्सप्रेस में वही अंतर होगा जो शताब्दी और जन शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन में होता है। तेज गति से दौड़ने वाली जन शताब्दी का किराया शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन से कम होता है। उसी तरह वंदे साधारण एक्सप्रेस का भी किराया कम होगा। ये वंदे भारत का कम किराए वाला संस्करण होगा।पटना से रांची के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के किराए को लेकर रेलवे ने जून महीने में फेयर चार्ट जारी किया था। रेलवे ने किलोमीटर की दूरी के आधार पर एक्जीक्यूटिव क्लास (ईसी) और चेयर कार (सीसी) का किराया तय किया। फेयर चार्ट के मुताबिक, पटना से रांची तक का भोजन के साथ एक्जीक्यूटिव क्लास में प्रति यात्री 1930 रुपये और बिना भोजन के 1760 रुपये प्रति यात्री तय किया गया।अगर आप राजधानी पटना जिले से जुड़ी ताजा और गुणवत्तापूर्ण खबरें अपने वाट्सऐप पर पढ़ना चाहते हैं तो कृपया यहां क्लिक करें।वहीं, चेयर कार का किराया प्रति यात्री भोजन के साथ 1025 रुपये और बिना भोजन के 890 रुपये रखा गया है। जबकि रांची से पटना तक का ब्रेकफास्ट और डिनर के साथ ईसी टिकट का किराया 2110 रुपये तय किया गया है। इसके अलावा चेयर कार का किराया प्रति यात्री ब्रेकफास्ट और डिनर के साथ 1175 रुपये तय किया है। ये किराया बिना भोजन के 887 रुपये है।