Entertainment


लालू यादव के 'जेल से फोन' वाले दावे पर घमासान :

News Pratyaksh | Updated : Sun 29th Oct 2023, 12:07 pm
लालू यादव के 'जेल से फोन' वाले दावे पर घमासान : सदाकत आश्रम में श्रीकृष्ण सिंह की जयंती समारोह के दौरान आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने चौंकाने वाला दावा किया। उनके बोल ने INDIA गठबंधन को मुश्किल में डाल दिया है। स्थिति यह हो गई है कि लालू प्रसाद के जेल से कांग्रेस नेताओं संग बातचीत को लेकर दिए गए बयान पर आरजेडी ने चुप्पी साध ली है। हालांकि, बिहार में महागठबंधन के साथी दल जरूर राजद सुप्रीमो का बचाव करते नजर आ रहे। मगर वो भी बैकफुट पर ही दिख रहे और वह भी डिफेंसिव मूड में।बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा का मानना है कि लालू यादव को जेल से फोन करना सही नहीं था। जेल से जब उन्होंने फोन किया तो उनके लिए जेल कोई सजा नहीं थी क्या? आरजेडी सुप्रीमो ने जेल में रहकर फोन किया है तो उन्हें फिर से सजा मिलनी चाहिए। अगर जेल के बंदी को फोन करने या अन्य सुविधा मिलेगी तो उनमें सुधार कैसे होगा। इसलिए इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए और इस मामले की जांच होनी चाहिए! #newspratyaksh #bihar #laluyadav #mobile

झारखंड की सरकार राज्य में काम करने वाले आईएएस-आईपीएस और राज्य सेवा के अफसरों को छह जनजातीय भाषाएं सिखाने के लिए ऑनलाइन पाठशाला चलाएगी!

News Pratyaksh | Updated : Sun 29th Oct 2023, 12:01 pm
झारखंड की सरकार राज्य में काम करने वाले आईएएस-आईपीएस और राज्य सेवा के अफसरों को छह जनजातीय भाषाएं सिखाने के लिए ऑनलाइन पाठशाला चलाएगी: फील्ड में काम करने वाले हर अफसर के लिए यह अनिवार्य किया जाएगा कि वे राज्य में बोली जाने वाली जनजातीय भाषाएं सीखें. झारखंड सरकार का ट्राइबल रिसर्च इंस्टीट्यूट इसके लिए कोर्स मॉड्यूल तैयार कर रहा है. 15 नवंबर को झारखंड स्थापना दिवस के मौके पर कोर्स मॉड्यूल लॉन्च कर दिया जाएगा. सीएम हेमंत सोरेन के निर्देश पर राज्य सरकार के कल्याण विभाग ने इसकी पूरी योजना तैयार की है.तय किया गया है कि छह जनजातीय भाषाओं संथाल, हो, खड़िया, कुड़ुख, मुंडारी और भूमिज के तीन-तीन महीने के ऑनलाइन कोर्स चलाए जाएंगे. कोर्स पूरा करने के बाद परीक्षाएं भी ली जाएंगी और उत्तीर्ण अफसरों को सर्टिफिकेट दिए जाएंगे. अगर कोई अफसर परीक्षा में पास नहीं होता है तो उसे फिर से मौका दिया जाएगा. उद्देश्य यह है कि अफसर झारखंड की वृहद जनजातीय आबादी से उसकी भाषा में संवाद कर सकें. अफसरों को जनजातीय इतिहास और संस्कृति की भी जानकारी दी जाएगी. ऑनलाइन क्लास के सफल संचालन के लिए जनजातीय भाषा के व्याख्याताओं, शिक्षकों और जानकारों की सेवाएं ली जाएंगी. झारखंड में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली जनजातीय भाषा संथाली है. करीब 20 लाख लोग इस भाषा का इस्तेमाल करते हैं. यह संविधान की आठवीं अनुसूची में भी शामिल है.इसी तरह लगभग 15 लाख लोग मुंडारी, दस लाख से ज्यादा लोग कुड़ुख और आठ लाख से ज्यादा लोग “हो” भाषा का उपयोग करते हैं. भूमिज भाषा बोलने वालों की संख्या भी पांच लाख से ज्यादा है. जनजातीय बहुल इलाकों में रहने वाले गैर जनजातीय लोग भी इन भाषाओं का इस्तेमाल करते हैं.बता दें कि सीएम हेमंत सोरेन बीते 21 अप्रैल को सिविल सर्विस डे पर रांची में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उपस्थित आईएएस-आईपीएस अफसरों से पूछा था कि आपमें से कितने लोग झारखंड की जनजातीय भाषाएं जानते हैं? किसी भी अफसर ने इस पर जवाब नहीं दिया था.तब, सीएम ने कहा था कि आप झारखंड के लोगों को एक ईमानदार और कुशल प्रशासन देना चाहते हैं तो उनकी भाषा को समझना और उसमें संवाद करना आवश्यक है. सीएम ने इसके बाद कल्याण विभाग को निर्देश दिया था कि अफसरों के लिए छह प्रमुख जनजातीय भाषाओं के पाठ्यक्रम की संरचना तैयार की जाए| #newspratyaksh #Jharkhand #GovernmentOfJharkhand #triballanguage  

मास्टर जी बायोमेट्रिक नहीं तो सैलरी नहीं !

News Pratyaksh | Updated : Fri 20th Oct 2023, 11:27 am
सरकार द्वारा शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए एक से बढ़कर एक योजना चलाई जा रही है. वहीं शिक्षको द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं देने पर समय समय कर कारवाई की जाती है. इसी कड़ी में पलामू जिला प्रशासन शिक्षकों के द्वारा लापरवाही बरतने पर वेतन काटने का निर्देश दिया गया है.उपायुक्त शशि रंजन ने सभी सरकारी स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों को अनिवार्य रूप से बायोमेट्रिक उपस्थिति बनाने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि जो शिक्षक ऐसा नहीं करेंगे, उनका वेतन काटा जायेगा. जिसे लेकर समाहरणालयसभागार में गुरुवार को बैठक आयोजित की गई.गुरुवार आयोजित इस बैठक में बगैर सूचने के अनुपस्थित रहने पर मनातू के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी व नौडीहा बाजार के बीपीओ का भी वेतन रोकने के निर्देश दिया गया.उपायुक्त गुरुवार को समाहरणालय सभागार में शिक्षा विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा के दौरान निर्देश दिया.इसी क्रम में उन्होंने बच्चों का खाता खोलने, कक्षा 1 से 12 के बच्चों के बीच पुस्तक वितरण,पोशाक वितरण, छात्रवृत्ति, मध्यान भोजन, स्कूलों में रंगरोगन, खेल सामग्री वितरण, आदि की भी समीक्षा की. इस बैठक में उपायुक्त रंजन ने दो टूक शब्दों में कहा कि जिले में बच्चों के शिक्षा से खिलवाड़ किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जायेगी.आज के बैठक में उपायुक्त के अलावा उप विकास आयुक्त रवि आनंद ने भी विभिन्न बिंदुओं पर समीक्षा करते हुए कई निर्देश दिये.बैठक में उपरोक्त के अलावे जिला शिक्षा अधीक्षक, जिला शिक्षा पदाधिकारी, सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, बीपीओ, समेत अन्य उपस्थित थे. #newspratyaksh #Jharkhand #JharkhandEducation

पुलिस ने जब्त किये दुर्गा पूजा पंडाल से साउंड बॉक्स ... आयोजक ने जताया विरोध !

News Pratyaksh | Updated : Fri 20th Oct 2023, 11:01 am
बिहार शरीफ के बारादारी इलाके में एक पूजा समिति के लगाए गए लाउडस्पीकर को पुलिस के द्वारा जब्त कर लिया गया. पुलिस ने इस दौरान एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिसिया कार्रवाई से पूजा समिति के सदस्य नाराज हो गए और अपनी नाराजगी को जाहिर करते हुए गुरुवार (19 अक्टूबर) की देर रात सभी पूजा पंडालो में घूम-घूम कर बिजली बंद करने की अपील की. पूजा समिति के सदस्यों ने कहा कि जब प्रशासन के द्वारा बाजा बजाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है तो हम लोग अपने-अपने पूजा पंडालो में बिजली भी गुल रखेंगे. सूचना मिलने पर बिहार शरीफ बीडीओ अंजन दत्ता, लहेरी थाना और बिहार थाना पुलिस की टीम भैसासुर चौक पहुंचकर पूजा समिति के सदस्यों से बात की और मामले को शांत कराया. मौके पर मौजूद प्रशासन के द्वारा बताया कि सरकार के द्वारा दिए गए गाइडलाइन को हर हाल में पूजा समिति के सदस्यों को मानना होगा.बिहार की नीतीश सरकार ने इस बार दुर्गा पूजा को लेकर गाइडलाइन जारी की है. जिसमें कई नियमों को लगाया है. इसके मुताबिक इस बार पूजा पंडालों में डीजे बजाने पर रोक है. हालांकि, शांति समिति की बैठक के दौरान भी डीजे पर पूर्णत प्रतिबंध लगाने की बात कही गई थी और सभी पूजा समिति के सदस्यों को गाइडलाइन के मुताबिक की बाजा बजाने का निर्देश दिया गया था. #newspratyaksh #Bihar #biharpolice #durgapuja #djsound

बार दुर्गा पूजा पंडाल में चंद्रयान-3 का क्रेज देखने को मिलेगा,कोलकाता में एक दुर्गा पूजा पंडाल में चंद्रयान-3 को दर्शाया जाएगा

News Pratyaksh | Updated : Fri 13th Oct 2023, 04:20 pm
बार दुर्गा पूजा पंडाल में चंद्रयान-3 का क्रेज देखने को मिलेगा,कोलकाता में एक दुर्गा पूजा पंडाल में चंद्रयान-3 को दर्शाया जाएगा : नेताजी स्पोर्टिंग क्लब के सदस्य अनिर्बान रॉय ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि हर साल की इस साल भी दुर्गा पूजा को भव्य तरीके से मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम इसरो के सभी वैज्ञानिकों की मेहनत को सलाम करना चाहते हैं। इसलिए हर देशवासी को उनकी उपलब्धि पर गर्व है। इसके चलते इस बार दुर्गा पूजा पंडाल को चंद्रयान-3 का रूप दिया जाएगा। बता दें कि भारत के चंद्रयान-3 मिशन ने 23 अगस्त को इतिहास रचते हुए चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल सॉफ्ट लैंडिंग की थी। भारत इस सफलता को हासिल करने वाला चौथा देश बन गया है। इससे पहले अमेरिका, सोवियत संघ (रूस) और चीन ने ये मुकाम हासिल किया था। हालांकि, इन देशों ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर अबतक कोई लैंडिंग नहीं की है। दरअसल, पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा को बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। दुर्गा पूजा के लिए बनाए गए पंडालों पर भारी खर्च भी किया जाता है। ऐसे में इस बार दुर्गा पूजा पंडाल में चंद्रयान-3 का क्रेज देखने को मिलेगा। कोलकाता में एक दुर्गा पूजा पंडाल में चंद्रयान-3 को दर्शाया जाएगा। इस पंडाल में मां दुर्गा की प्रतिमा को चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम पर विराजमान दिखाया जाएगा। इसके अलावा पंडाल में प्रज्ञान रोवर के भी एक मॉडल को प्रदर्शित किया जाएगा।बताते चलें कि पूजा समिति ने दुर्गा पूजा पंडाल के लिए थीम का नाम 'चंद्रलोक-ए उमा' यानी चंद्रमा पर मां दुर्गा रखा है। अनिर्बान रॉय ने बताया कि थीम को सभी सदस्यों ने मिलकर डिजाइन किया है। पंडाल में प्रवेश करने के बाद सबसे पहले नजर रॉकेट पर पड़ेगी। इसके बाद मां दुर्गा की प्रतिमा तक पहुंचने के लिए एक सुरंग बनाई जाएगी और फिर जाकर मां के दर्शन हो पाएंगे। रॉय ने कहा कि लोगों को यह अहसास होगा कि वे चंद्रमा की सतह पर हैं और लैंडर विक्रम को देख रहे हैं। #newspratyaksh #durgapuja23 #PujaPandal #Chandrayaan3