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भगवान श्रीराम सपने में आकर उनसे यह उम्मीद जता रहे थे : बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर

News Pratyaksh | Updated : Wed 20th Sep 2023, 05:56 pm
भगवान श्रीराम सपने में आकर उनसे यह उम्मीद जता रहे थे : बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखररामचरितमानस पर तरह तरह के विवादित बयान देने के कारण सुर्ख़ियों में रहने वाले बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने आज फिर कुछ ऐसी ही बात फिर कह दी। इस बात को लेकर फिर से घमासान शुरू हो गया है। "रामचरितमानस में पोटेशियम साइनाइड है" के बाद अब शिक्षा मंत्री ने कहा कि उनके सपनों में भगवान श्री राम आये और उन्होंने प्रो. चंद्रशेखर से कहा कि मुझे बचा लो।शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर रविवार को सुपौल के रामपुर गांव में एक शिक्षक नेता के पुण्यतिथि पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने फिर से अपने भाषण के दौरान कहा कि “भगवान राम मेरे सपने में आए और कहा कि देखो चंद्रशेखर, हमको इनलोगों ने बाजार में बेच दिया है। हमको बिकने से बचा लो। इसलिए हम कही-कभार इस तरह की बात कर देते हैं।”

Warning! मैं STET, पटना से बात कर रहा हूं। पास करना है तो जल्दी से बीस हजार भेजो !

News Pratyaksh | Updated : Tue 19th Sep 2023, 04:53 pm
हेल्लो आप ..... कुमार बोल रहे हैं? जी, आप कौन ? मैं STET, पटना से बात कर रहा हूं। आपका रौल नंबर 4754794601 है ? जी हां, क्यों ? क्या बात है ? आपको STET (STATE TEACHERS ELIGIBILITY TEST) परीक्षा में पास अंक से 2 अंक कम है। अगर आप चाहें तो आपका चयन हो सकता है वर्ना आप फेल हो जाईयेगा। मुझे क्या करना होगा ? फिलहाल जल्दी से आप मुझे बीस हजार रुपया भेज दीजिये, बाकी बाद में भेज दीजियेगा। आप रुपया जल्दी भेज दीजिये ताकि आपका रिजल्ट कन्फर्म कर सकें।.... यह उन बातचीत का एक अंश है जो इन दिनों लगातार वैसे अभ्यर्थियों को किया जा रहा है जो STET की परीक्षा में शामिल हुए हैं। ऐसे एक दो नहीं बल्कि अनगिनत कॉल किए जा रहे हैं जो ठगी की ओर इशारा कर रहा है।बिहार में प्रतियोगी परीक्षाओं का पेपरलीक तो हो ही रहा है लेकिन अब अभ्यर्थियों का डाटा भी लीक हो रहा है। STET-23 की परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों का डाटा लीक होने की बात सामने आ रही है। इस बात की जानकारी तब हुई जब STET परीक्षा के अभ्यर्थियों को अलग अलग तरह के फोन आने लगे। किसी को कहा जाता कि आपको STET की परीक्षा में 2 अंक कम है, किसी को एक अंक कम है ,किसी को तीन अंक कम है तो किसी को 5 अंक कम है, आप अगर चाहें तो परीक्षा पास कर सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको फिलहाल दस हजार, बीस हजार, तीस हजार, किसी को पचास हजार तो किसी को एक लाख तक कहा गया। अभ्यर्थियों से यह कहा गया कि आप जल्दी कन्फर्म कीजिये वरना दूसरा बन्दा रुपया देने के लिए तैयार है।छात्रों के हित मे लगातार संघर्ष करने वाले राष्ट्रीय छात्र एकता मंच के अध्यक्ष छात्र नेता दिलीप कुमार का कहना है कि अभ्यर्थियों को फोन करके अभ्यर्थियों का रॉल न., पिता का नाम, उनका पता, उनका परीक्षा केंद्र यानी वह सबकुछ बताया जा रहा है जिस डाटा का उपयोग STET परीक्षा में किया गया है। उन अभ्यर्थियों से परीक्षा में उपयोग किया गया सारा डाटा बताकर परीक्षा पास कराने के बदले रुपये की मांग की जा रही है। किसी से पचास हजार, किसी से पचहत्तर हजार तो किसी से एक लाख रुपये की मांग की जा रही है। पैसा नही देने पर इस परीक्षा में फेल करने की धमकी तक दी जा रही है।राष्ट्रीय छात्र एकता मंच के अध्यक्ष छात्र नेता दिलीप कुमार का कहना है कि फोन करने वाले ए कौन लोग हैं? शिक्षा माफियाओं एवं परीक्षा माफियाओं के पास अभ्यर्थियों का डाटा कैसे आया और किसने दिया ? दिलीप कुमार ने आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के कार्यालय के लोगों की भी इसमें संलिप्तता हो सकती है। इसलिए दिलीप कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग करते हुए कहा है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए। #newspratyaksh #Bihar #exams #phonecall  

इस माह के अंत तक हर हाल में बच्चों को पोशाक उपलब्ध कराएं : झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक किरण कुमार पासी

News Pratyaksh | Updated : Tue 19th Sep 2023, 04:43 pm
सभी जिलों के शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा है कि इस माह के अंत तक हर हाल में बच्चों को पोशाक उपलब्ध कराएं : झारखंड के सरकारी स्कूल में पढ़ रहे बच्चों के लिए एक बहुत अच्छी खबर है. जिन बच्चों को अभी तक सरकार की तरफ से पोशाक नहीं मिली है उनको अब इस माह स्कूली पोशाक मिल जाएगी. क्योंकि झारखंड शिक्षा परियोजना की ओर से इसके लिए राज्य के सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी व जिला शिक्षा अधीक्षक को अहम दिशा निर्देश दी गई है. साथ ही इसी महीने के अंदर स्कूली बच्चों को पोशाक देने की बात की है.झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक किरण कुमार पासी ने एक समीक्षा बैठक की. इस बैठक में सभी जिला के जिला शिक्षा पदाधिकारी व जिला शिक्षा अधीक्षक शामिल हुए. समीक्षा के दौरान किरण कुमार पासी ने कहा कि सभी जिलों को 207 करोड रुपए पोशाक के लिए उपलब्ध कराया गया हैं.लेकिन अब तक केवल 22 करोड़ रुपए ही खर्च हुए हैं. राशि उपलब्ध कराए जाने के बाद भी बच्चों को अब तक पोशाक नहीं मिली है.बैठक के दौरान निर्देशक किरण कुमार पासी ने इस विषय को गंभीरता से लेते हुए सभी जिलों के शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा है कि इस माह के अंत तक हर हाल में बच्चों को पोशाक उपलब्ध कराएं. साथ ही अगर ऐसा नहीं होता है डीएसई पर सख्त कार्रवाई की जाएगी व पोशाक उपलब्ध कराने के बाद पदाधिकारी को इसकी जानकारी भी उपलब्ध करानी होगी.समीक्षा बैठक में 80 उत्कृष्ट विद्यालय में बच्चों के नामांकन व शिक्षकों के रिक्त पदों की स्थिति पर भी विचार विमर्श किया गया. सभी जिलों को निर्देश के अनुरूप जल्द से जल्द विद्यालय में शिक्षकों की प्रति नियुक्ति करने का निर्देश दिया गया है. बता दे, फिलहाल राज्य के 80 उत्कर्ष विद्यालय में शिक्षकों के 889 पद खाली है. इसके अलावा बैठक में स्कूलों को उपलब्ध कराई गई वार्षिक अनुदान राशि के खर्च की भी जानकारी जिलों से ली गई. #newspratyaksh #Jharkhand #GovernmentSchools #students