Bihar


साईंबाबा के चरणों में चढ़ाया 203 ग्राम वजन का सोने का हार :

News Pratyaksh | Updated : Fri 10th Jan 2025, 11:50 am
साईंबाबा के चरणों में चढ़ाया 203 ग्राम वजन का सोने का हार :नए साल के मौके पर भक्तों ने साल के पहले दिन साईंबाबा को जमकर चढ़ावा चढ़ाया है। गौरतलब है कि साईं बाबा के प्रति देश-विदेश में लाखों भक्तों की आस्था है। इसी आस्था के चलते भक्तों ने साईं बाबा की झोली में नववर्ष के अवसर पर खूब चढ़ावा चढ़ाया।1 जनवरी 2025 को साईं भक्त श्रीमती बबीता टीकू ने साईंचरणों में 203 ग्राम वजन का सोने का हार भेंट किया है। इसकी कुल कीमत 13 लाख 30 हजार 348 रुपए है। उन्होंने खूबसूरत कढ़ाई वाला हार साईंबाबा के चरणों में अर्पित किया है।बबीता टीकू साईं भक्त हैं और मूल रूप से जम्मू कश्मीर की हैं। हालांकि वर्तमान में वह शिरडी की निवासी हैं। उनके परिवार ने नए साल के मौके पर ये हार बाबा के चरणों में चढ़ाया।

हिंदू को बना दिया मुसलमान, मुस्लिम का भी धर्म बदला ;

News Pratyaksh | Updated : Thu 09th Jan 2025, 11:07 am
हिंदू को बना दिया मुसलमान, मुस्लिम का भी धर्म बदला ;दरभंगा परिवहन कार्यालय से फर्जी तरीके से ड्राइविंग लाइसेंस बनाये जाने के मामले में परिवहन विभाग के सचिव ने दरभंगा के डीएम राजीव रौशन को कार्रवाई का निर्देश दिया है। कहा है कि फर्जीवाड़ा करने वाले तत्कालीन डीटीओ शशि शेखरण और प्रभारी लिपिक कुमार गौरव के खिलाफ प्रपत्र 'क ' गठित करते हुए प्राथमिकी दर्ज करने को कहा है। जबकि इसी मामले में तत्कालीन डाटा ऑपरेटर रूपेश कुमार और प्रोग्रामर विक्रमजीत प्रताप की सेवा बेल्ट्रोन को वापस करने का निर्देश दिया है। बताया जा रहा है कि तत्कालीन डीटीओ शशि शेखरण द्वारा मधुबनी में पदस्थापित रहने के दौरान दरभंगा परिवहन कार्यालय से एक ही ड्राइविंग लाइसेंस नम्बर पर तीन लोगों का लाइसेंस निर्गत करने का मामला सामने आया था। इस ड्राइविंग लाइसेंस को निर्गत करने में जाति और धर्म कुछ भी नहीं देखते हुए लाइसेंस निर्गत कर दिया गया था। इस मामले ने काफी तूल तब पकड़ा जब दरभंगा व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता राशिद खान द्वारा इस मामले को लोक शिकायत निवारण केंद्र गुहार लगाई थी। इसके बाद जब जांच शुरू हुई तो ड्राइविंग लाइसेंस को बनाने के दौरान न तो उम्र का ख्याल रखा गया न ही जन्मतिथि और न ही पिता के नाम ही ख्याल रखा गया था। एक ही लाइसेंस नम्बर पर बिहार, झारखंड, सहित अन्य राज्यों के लोगों के नाम से लाइसेंस बना दिया गया।मामला तूल पकड़ा तो दरभंगा के डीएम के निर्देश पर जांच करवाई गई। इसके बाद डीटीओ ने 13 अगस्त 2024 के तहत गठित रिपोर्ट दिया तो बड़ा खुलासा हुआ। जांच समिति में अपर जिला परिवहन पदाधिकारी (एडीटीओ) स्नेहा अग्रवाल, मोटरयान निरीक्षक सिद्दार्थ शंकर त्रिपाठी और सतीश कुमार के अलावा प्रोग्रामर सोनी कुमारी शामिल थे। इस मामले के लिए गठित टीम ने जांच में पाया कि तत्कालीन डीटीओ शशि शेखराम ने मधुबनी में बैठकर दरभंगा जिला से ड्राइविंग लाइसेंस बनाया गया। इस मामले में एक ही लाइसेंस नंबर का इस्तेमाल कर बिहार सहित अरुणाचल प्रदेश और झारखंड में अलग-अलग लोगों के नाम, जन्मतिथि और उनके पते के साथ फर्जी लाइसेंस जारी किए गए हैं। इतना ही रहता तो कोई बात नहीं यहां इतने बड़े भ्रष्टाचार में यह धर्म का भी ख्याल नहीं रखा गया। हिन्दू व्यक्ति मुस्लिम बताया गया है और मुस्लिम को हिन्दू बताते हुए ड्राइविंग लाइसेंस बना दिया गया है।

पुल के पास उत्पाद विभाग की पुलिस और बाइक सवारों के बीच जबरदस्त झड़प :

News Pratyaksh | Updated : Thu 09th Jan 2025, 11:06 am
पुल के पास उत्पाद विभाग की पुलिस और बाइक सवारों के बीच जबरदस्त झड़प :बक्सर जिले के देवल पुल के पास बुधवार को उत्पाद विभाग की पुलिस और बाइक सवारों के बीच जबरदस्त झड़प हो गई। इस घटना में कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए और इलाके में तनाव का माहौल बन गया। पुलिस के मुताबिक, बाइक सवार यूपी से बिहार आ रहे थे और जब उन्हें जांच के लिए रोका गया तो वह भड़क गए और पुलिस से उलझने लगे।पुलिस ने बताया कि बाइक सवार जब जांच के लिए रोके गए तो उन्होंने खुद को स्थानीय निवासी बताते हुए जांच से बचने की कोशिश की। इस दौरान उनका व्यवहार आक्रामक हो गया और पुलिस के साथ बहस शुरू कर दी। बहस बढ़ने के बाद बाइक सवारों और पुलिसकर्मियों के बीच धक्का-मुक्की हो गई। इससे कुछ पुलिसकर्मी मामूली रूप से घायल हो गए।घटना के बाद इलाके में तनाव फैलने पर पुलिस ने मौके पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए। साथ ही, स्थिति को काबू में करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया गया। घटना के बाद पुलिस ने सात अज्ञात लोगों और शेष मुनि चौधरी, चंदन चौधरी और छोटू चौधरी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। पुलिस ने इस मामले में एक युवक को गिरफ्तार भी किया है, जबकि अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है।

तालाब में डूबने से छह साल की बच्ची की मौत :

News Pratyaksh | Updated : Thu 09th Jan 2025, 11:04 am
तालाब में डूबने से छह साल की बच्ची की मौत :बिहार के शेखपुरा जिले के चेवाड़ा थाना क्षेत्र के एकरामा गांव स्थित तालाब में डूबने से एक मासूम बच्ची की मौत हो गई है. मृतक की पहचान जानकी यादव की 6 वर्षीय बेटी के रूप में की गई है. घटना की सूचना मिलने के बाद स्थानीय थाना की पुलिस गांव पहुंचकर मृत बालिका के शव को जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया.इस संबंध में मृत बालिका के पिता जानकी यादव ने बताया कि घटना के समय वे खेत में काम कर रहे थे. उसी समय उनकी बेटी खेलने के दौरान घर के बगल में अवस्थित पानी से भरे तालाब के पास चली गई. तालाब के तटबंध पर अचानक पाव फिसल जाने के कारण वह तालाब में जा गिरी. जहां उसकी मौत हो गई. उन्होंने बताया कि काफी खोजबीन के बाद बेटी का शव तालाब से बरामद किया गया. मृत बच्ची तीन भाई-बहनों में अकेली बहन थी.स्थानीय थाना के पुलिस सब इंस्पेक्टर राकेश कुमार ने बताया कि पुलिस बालिका के शव को जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. उन्होंने कहा कि घटना के संबंध में स्थानीय थाना में एक यूडी केस अंकित करने की कार्रवाई की जा रही है.

पुलिसकर्मियों को कुचलने का प्रयास; सहरसा में भागते समय फायरिंग :

News Pratyaksh | Updated : Thu 09th Jan 2025, 10:14 am
बिहार में एक तरफ शराब पर पूर्ण प्रतिबंध है तो दूसरी तरफ चोरी छिपे शराब कारोबार में जुटे तस्कर पुलिस को कुचलने और फायरिंग करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा घटना सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर की है। चार पहिया वाहन से भारी मात्रा में अंग्रेजी शराब और अन्य आपत्तिजनक सामान ले जाने की सूचना पर गश्ती में तैनात पुलिसकर्मियों ने रोकने का प्रयास किया को तस्करों ने कुचलने के अंदाज में गाड़ी का रुख कर दिया। इसमें असफल रहे तो भागने के क्रम में तस्करों ने सिमरी बख्तियारपुर पुलिस पर फायरिंग कर दी। सिमरी बख्तियारपुर पुलिस के दो सब इंस्पेक्टरों ने भी आत्मरक्षार्थ गोली चलाई। घिरता देख अपराधी पुलिस को चकमा देकर स्कॉर्पियो और अंग्रेजी शराब को छोड़ कर फरार हो गए।

16,000 करोड़ रुपये का निवेश मिलेगा :

News Pratyaksh | Updated : Thu 09th Jan 2025, 09:25 am
बिहार सरकार ने गया में महत्वाकांक्षी एकीकृत विनिर्माण संकुल परियोजना को गति देने के लिए एक विशेष उद्देश्यीय इकाई बिहार एकीकृत विनिर्माण सिटी गया लि. (बीआईएमसीजीएल) का गठन किया है. इस परियोजना से लगभग 1,09,000 नौकरियां सृजित होने और 16,000 करोड़ रुपये का निवेश मिलने की उम्मीद है. राज्य सरकार ने बुधवार को बयान में कहा कि छह जनवरी, 2025 को इकाई का गठन परियोजना पर तत्काल काम शुरू होने तथा इसे तेजी से पूरा करने दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम है. इस परियोजना के तहत व्यापक बुनियादी ढांचे का विकास किया जाना है. इसमें 29.89 किलोमीटर का आंतरिक सड़क नेटवर्क, आधुनिक बिजली सबस्टेशन, उन्नत जलापूर्ति और दूषित जल शोधन प्रणाली, एकीकृत अपशिष्ट प्रबंधन सुविधाएं, कौशल विकास केंद्र, वाणिज्यिक स्थान और प्रशासनिक कार्यालय शामिल हैं. बयान के अनुसार रणनीतिक संपर्क सुविधा पर विशेष ध्यान है. संकुल को गया जंक्शन, प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों और आगामी नये पहाड़पुर रेलवे स्टेशन के निकट होने से लाभ होगा. यह स्थान हल्दिया बंदरगाह और गायघाट (पटना) और रामनगर (वाराणसी) में अंतर्देशीय टर्मिनल सहित महत्वपूर्ण लॉजिस्टिक बिंदुओं तक आसान पहुंच प्रदान करता है. बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण (बियाडा) और राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास कार्यक्रम (एनआईसीडीसी) ने 12 नवंबर, 2024 को एक समझौता किया. बिहार सरकार के उद्योग विभाग ने राज्य सहायता समझौते पर हस्ताक्षर किए. बयान में कहा गया कि विशेष इकाई (एसपीवी) में निदेशक मंडल के साथ एक साझा संचालन मॉडल है. इसमें राज्य और केंद्र सरकार का समान प्रतिनिधित्व है. इस निदेशक मंडल में छह निदेशक शामिल हैं. इसमें तीन राज्य सरकार के और तीन केंद्र सरकार के प्रतिनिधि हैं. बियाडा के प्रबंध निदेशक बिहार एकीकृत विनिर्माण सिटी गया लि. के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक के रूप में काम करेंगे. आधिकारिक बयान के अनुसार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार की विकास रणनीति के प्रमुख स्तंभ के रूप में औद्योगिक विकास को लगातार प्राथमिकता दी है. कौशल विकास और बुनियादी ढांचे के विकास पर उनके जोर के साथ-साथ एक अनुकूल कारोबारी माहौल बनाने की उनकी प्रतिबद्धता, राज्य में निवेश आकर्षित करने में सहायक रही है. पहले से ही राज्य सरकार के कब्जे में जमीन और सभी आवश्यक मंजूरी के साथ, यह परियोजना बिहार के औद्योगिक विकास में तेजी लाने और राज्य को पूर्वी भारत में एक अग्रणी विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने को लेकर अच्छी स्थिति में है. बिहार के उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा कि यह बिहार के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है. बीआईएमसीजीएल का गठन परियोजना की क्षमता को शीघ्रता से साकार करने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. सभी संबंधित पक्षों को एक साथ लाकर और प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करके, हमें विश्वास है कि निर्माण तेजी से शुरू होगा. बियाडा के प्रबंध निदेशक कुंदन कुमार ने कहा कि यह विनिर्माण संकुल बिहार को एक अग्रणी विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति है. बयान में कहा गया है कि आईएमसी गया परियोजना को केंद्रीय बजट 2024-25 और उसके बाद मंत्रिमंडल की मंजूरी मिल चुकी है. इससे लगभग 1,09,000 नौकरियां सृजित होने और 16,000 करोड़ रुपये के निवेश आकर्षित होने का अनुमान है.