Bihar


लखीसराय में सड़क दुर्घटना, आधा दर्जन लोग घायल, 1 महिला की मौत!

News Pratyaksh | Updated : Tue 10th Oct 2023, 02:44 pm
लखीसराय में सड़क दुर्घटना, आधा दर्जन लोग घायल, 1 महिला की मौत! लखीसराय जिले के रामगढ़ चौक थाना क्षेत्र अंतर्गत 6 नंबर मोड़ के समीप अज्ञात वाहन ने ई-रिक्शा को टक्कर मार दी। जिसमें एक महिला की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वहीं तीन बच्चे सहित कुल 6 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतक महिला की पहचान रामगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत चमघरा निवासी दिनेश मांझी की पत्नी गुलाबी देवी के रूप में की गई है। वहीं सभी घायल चमघरा निवासी घनश्याम यादव के पुत्र राहुल कुमार, उमेश यादव के पुत्र सोनू कुमार, कलेश्वर मांझी के पुत्र दिनेश मांझी और दिनेश मांझी के दो पुत्र महेश्वर बतला और एक पुत्री सोनम के रूप में हुई है। घायल राहुल कुमार के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, दिनेश मांझी को यूपी में किसी इट भट्टे पर काम करने के लिए पूरा परिवार के साथ जाना था। इसको लेकर गांव के ही एक ई-रिक्शा किराए पर लेकर अपनी पत्नी सहित तीनों बच्चों को लखीसराय रेलवे स्टेशन लेकर जा रहा था। तभी हादसे का शिकार हो गया। #newspratyaksh #BiharNews #lakhisrai  

आरा: अवैध बालू खनन के खिलाफ भोजपुर जिला प्रशासन की बड़ी कार्रवाई!

News Pratyaksh | Updated : Tue 10th Oct 2023, 01:49 pm
आरा: अवैध बालू खनन के खिलाफ भोजपुर जिला प्रशासन की बड़ी कार्रवाई! सोन नदी से खनन नहीं होने के पश्चात अवैध बालू के उत्खनन परिवहन और भंडारण पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर भोजपुर पुलिस ने बड़ा अभियान चलाया है। कोईलवर थाना क्षेत्र के सोन नदी में जिला खनन पदाधिकारी खनन निरीक्षक और कोईलवर थाना के साथ उपलब्ध बल के द्वारा छापेमारी की गई। जिला प्रशासन की छापेमारी होते ही अवैध बालू खनन माफियाओं में हड़कंप मच गया। इस दौरान नदी में अवैध बालू खनन और परिवहन में संलिप्त 11 बालू लदे नाव के साथ 28 अवैध कर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। जब्त किए गए सभी नावों के मालिक चालक और पकड़े गए व्यक्ति के विरुद्ध कोईलवर थाने में प्राथमिक की दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है। भोजपुर के जिलाधिकारी राजकुमार और एसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में दिनांक 9-10-2023 तक अवैध खनन परिवहन एवं भंडारण के विरुद्ध 1000 छापेमारी करते हुए 200 प्राथमिक की दर्ज की गई है। 109 लोगों को अवैध खनन और परिवहन में गिरफ्तार किया गया है। साथ ही 4749869 घन फिट बालू जब्त किया गया है। अवैध परिवहन में संलिप्त 1003 वाहनों को जब्त करते हुए लाखो रुपये राजस्व वसूली की गई है। #newspratyaksh #BiharNews #balu  

सुप्रीम कोर्ट ने जातीय गणना के आंकड़े प्रकाशित करने पर किसी प्रकार की रोक लगाने से इनकार किया है : सुशील मोदी

News Pratyaksh | Updated : Sat 07th Oct 2023, 12:04 pm
सुशील मोदी ने कहा, सुप्रीम कोर्ट ने जातीय गणना के आंकड़े प्रकाशित करने पर किसी प्रकार की रोक लगाने से इनकार किया है : बिहार में जातीय जनगणना के और आंकड़े प्रकाशित करने के नीतीश सरकार के निर्णय पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगाने से मना कर दिया है. कोर्ट ने कहा कि वह राज्य सरकार को कोई नीतिगत निर्णय लेने से नहीं रोक सकता. सर्वोच्च न्यायालय ने याचिकाकर्ताओं की उस आपत्ति को खारिज कर दिया जिसमें कहा गया कि राज्य सरकार ने कुछ आंकड़े प्रकाशित कर स्थगन आदेश की अवहेलना की. इसपर बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जातीय गणना पर सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का स्वागत करते हैं. लेकिन भाजपा नेता ने बिहार सरकार पर पक्षपाती रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए सवाल उठाए हैं.सुशील मोदी ने कहा, सुप्रीम कोर्ट ने जातीय गणना के आंकड़े प्रकाशित करने पर किसी प्रकार की रोक लगाने से इनकार किया है, ऐसे में अब कोर्ट की कोई भूमिका नहीं बची है. लेकिन, जो आंकड़े सार्वजनिक किए गए दो-तीन जातियों को छोड़कर अधिकांश जातियां ठगी हुई महसूस कर रही हैं. लग रहा है उनके साथ धोखाधड़ी हुई है. साजिश के तहत उनकी संख्या कम कर दिखाया गया है. सुशील मोदी ने कहा कि अब तो जदयू के सांसद सुनील कुमार पिंटू ने सवाल उठा दिया है और 8 अक्टूबर को तेली-साहू समाज की बैठक बुलाई है.भाजपा सांसद ने कहा, सत्ता से जुड़ी हुई जातियों की संख्या बढ़ा चढ़ा कर दिखाई गई है और बाकी जातियों को उपजातियों में तोड़ दिया गया है. लगता है कहीं बैठकर फॉर्म भर दिया गया है. सुशील मोदी ने कहा कि कई जातियां सर्वे से ठगा महसूस कर रहीं हैं ऐसे में राज्य सरकार इसकी समीक्षा कराए. सुशील मोदी ने कहा कि वैश्य, निषाद सहित कई जातियों को उपजातियों में बांटकर दिखाया गया है और सत्ता समर्थक खास जातियों के आंकड़े बढ़ा चढ़ाकर पेश किए गए हैं. जातीय गणना सर्वे पर कोई कानूनी मुद्दा नहीं, बल्कि विश्वसनीयता पर संदेह है.सुशील मोदी ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा और जदयू के एक सांसद सहित अनेक लोग जब सर्वे के आंकड़ों को विश्वसनीय नहीं मान रहे हैं, तब सर्वे प्रक्रिया की समीक्षा करायी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि बिहार में जातीय सर्वे कराने के सरकार के नीतिगत निर्णय पर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट की मुहर लगने के बाद अब कानूनी रूप से सर्वे को लेकर कोई कानूनी मुद्दा नहीं है. लेकिन, दूसरी तरफ सर्वे की विश्वसनीयता जनता का मुद्दा बन गया है. ऐसी शिकायतें मिलीं कि प्रगणकों ने अनेक इलाकों के आंकड़े घर बैठे तैयार कर लिए.सुशील मोदी ने कहा कि वैश्य, निषाद जैसी कुछ जातियों के आंकड़े 8-10 उपजातियों में तोड़ कर दिखाए गए, ताकि उन्हें अपनी राजनीतिक ताकत का एहसास नहीं हो. मोदी ने सवाल पूछा कि आखिर यह यह किसके इशारे पर हुआ ? मोदी ने कहा कि राज्य में वैश्य समाज की आबादी 9.5 प्रतिशत से अधिक है, लेकिन यह सर्वे में दर्ज नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि जिस जाति-धर्म के लोग वर्तमान सत्ता के साथ हैं, उनकी संख्या को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाने के लिए उपजातियों के आंकड़े छिपाए गए. ऐसे में जातीय सर्वे पर जो संदेह-सवाल उठ रहे हैं, उनका उत्तर राज्य सरकार को देना चाहिए, पार्टी प्रवक्ताओं को नहीं. #newspratyaksh #Bihar #SupremeCourt #castcensusbihar #SushilModi