Bihar


पत्नी ने पति के शराब पीने की थाना में की शिकायत तो पति ने फांसी लगाकर की खुदकुशी

News Pratyaksh | Updated : Fri 06th Oct 2023, 04:03 pm
पत्नी ने पति के शराब पीने की थाना में की शिकायत तो पति ने फांसी लगाकर की खुदकुशी फारबिसगंज थाना क्षेत्र के डीडी रोड वार्ड संख्या 16 हटकोला के पास 34 वर्षीय ओम कुमार गुप्ता पिता - महादेव प्रसाद गुप्ता ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।दो दिन पहले ही शराब पीने के मामले को लेकर पत्नी से उनका विवाद हुआ था।जिसके बाद पत्नी ने थाना में जाकर लिखित शिकायत दर्ज कराई थी।मामले में दो बार फारबिसगंज थाना से पुलिस अधिकारी घर पर भी आए थे।विवाद के बाद पत्नी गुड़िया गुप्ता कुर्साकांटा के सोनापुर डुमरिया मायके चली गई थी।बस इसी गुस्से में पति ने बंद कमरे में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।मृतक पेशे से ई रिक्शा चालक है और ई रिक्शा चला कर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करता था।उनके दो संतान एक बेटा और एक बेटी है।जबकि भाई बहन में चार भाइयों में यह सबसे छोटा था।इनकी तीन बहने भी है।पिताजी महादेव प्रसाद गुप्ता केशरी मुंहल्ला में रहता है।आज सुबह से जब ओम कुमार गुप्ता का कहीं पता नहीं चला तो उसके पिता ने उसकी खोजबीन शुरू की।गुरुवार की शाम घर पर जाकर देखा तो बाहर से खिड़की में धक्का दिया तो खिड़की खुल गई और उन्होंने देखा कि बेटा पंखा से लटककर खुदकुशी कर लिया है।जिसके बाद फारबिसगंज थाना पुलिस को सूचना दी गई।सूचना के बाद फारबिसगंज थाना से एसआई अमरेंद्र कुमार,अवध किशोर सिंह,शिल्पी कुमारी,मदन गोपाल पुलिस बलों के साथ मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अररिया सदर अस्पताल भिजवाया।पुलिस मामले की जांच में जुट गई।मौके पर बड़ी संख्या में भीड़ जमा हो गई।जिसमे उसके परिजन सुरेश गुप्ता,रमेश गुप्ता,बबलू गुप्ता,राजू गुप्ता,मुरली साह,कृष्ण गुप्ता,पार्षद प्रतिनिधि गौरव गुप्ता सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे। #newspratyaksh #Bihar #sarabbandi  

15 लाख में नौकरी, 1 लाख एडवांस, सिपाही भर्ती परीक्षा को पेपर लीक होने के बाद रद्द कर दिया गया,, दूसरे राज्यों से भी जुड़े पेपर लीक

News Pratyaksh | Updated : Fri 06th Oct 2023, 11:51 am
15 लाख में नौकरी, 1 लाख एडवांस, सिपाही भर्ती परीक्षा को पेपर लीक होने के बाद रद्द कर दिया गया,, दूसरे राज्यों से भी जुड़े पेपर लीक : बिहार में सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक कांड के तार दूसरे राज्यों से जुड़ने लगे हैं. इस केस में जहां लखीसराय में मास्टरमाइंड के खाते से 16 लाख रुपए मिले हैं तो वहीं जांच का दायरा लगातार बढ़ने लगा है. 1 अक्टूबर को बिहार में सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद परीक्षा रद्द कर दी गई है. 21391 सिपाहियों की बहाली के लिए केंद्रीय चयन पर्षद की ओर से परीक्षा आयोजित की गई थी लेकिन परीक्षा के दौरान पेपर लीक, अनियमितता और कदाचार का मामला सामने आया, जिसके बाद एक अक्टूबर की परीक्षा रद्द की गई, वहीं 7 और 15 अक्टूबर की परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है.इस बहाली में परीक्षा माफियाओं ने करोड़ों का वारा न्यारा किया है. सिपाही की बहाली के लिए अभ्यर्थियों को तमाम तरह के प्रलोभन देते हुए प्रति उम्मीदवार 10 से 15 लाख की उगाही का प्लान था. एडवांस में एक से लेकर 2 लाख रुपये तक लिए गए थे. माफियाओं ने गलत तरीके से परीक्षा में सफलता दिलाने के लिए अभ्यर्थियों से उनके प्रमाण पत्र तक ले लिए थे. लखीसराय में सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में पुलिस ने एक मास्टर माइंड चंदन कुमार को गिरफ्तार किया है. पुलिस को चंदन के बैंक अकाउंट में 16 लख रुपए मिले हैं.सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सिपाही भर्ती परीक्षा में पटना से लेकर हरियाणा, यूपी और दूसरे राज्यों के 10 बड़े परीक्षा माफिया पेपर लीक से लेकर आंसर की भेजने में जुटे हुए थे. इस पूरे मामले में आर्थिक अपराध इकाई के अधिककारी जांच में जुट गए हैं. पटना में रामकृष्ण नगर, दानापुर, शाहपुर, कंकड़बाग में चार केस दर्ज किए गए हैं. कुल मिलाकर सबसे अधिक केस छपरा में दर्ज हुए हैं जबकि सबसे ज्यादा गिरफ्तारी आरा में की गई है. अब तक की जानकारी में ये बात सामने आई है कि पटना के कंकड़बाग में स्थित रामकृष्ण द्वारिका कॉलेज परीक्षा केंद्र और नवादा के एक सेंटर से अभ्यर्थियों के पास जो चिट पुर्जा मिला है और मोबाइल में आंसर की मिले थे यह सब के सब प्रश्न पत्र से मैच कर रहे थे.यही कारण है कि बोर्ड ने दो दिनों के बाद परीक्षा रद्द करने का फैसला ले लिया. सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक कांड की जांच का दायरा बढ़ता हुआ नजर आ रहा है. आर्थिक अपराध इकाई के पास एक और जिले में इस परीक्षा से जुड़ी अनियमितता की जानकारी मिली है. इओयू सूत्रों की मानें तो आलाधिकारियों के नेतृत्व में इस मामले को लेकर राज्य में दर्ज किए गए 67 से अधिक केसों का अध्ययन किया गया और इस बात की आवश्यकता महसूस की गई कि केवल 20 नहीं बल्कि 30 और इससे ऊपर भी अधिक केस को आर्थिक अपराध इकाई टेकअप कर सकती है. #newspratyaksh #bihar #policeexam  

बिहार के सभी जिलों में 'हैंड ​हेल्ड डिवाइस' से कटेगा चालान, प्लान तैयार!

News Pratyaksh | Updated : Thu 05th Oct 2023, 05:49 pm
बिहार के सभी जिलों में 'हैंड ​हेल्ड डिवाइस' से कटेगा चालान, प्लान तैयार! बिहार में यातायात व्यवस्था को लेकर सुधार होने जा रहा है. बिहार के सभी जिलों में नवंबर महीने तक एचएचडी (Hand Held Device) के माध्यम से ई-चालान कटने लगेगा. मैनुअल चालान पूरी तरीके से बैन हो जाएगा. अपर पुलिस महानिदेशक (यातायात) सुधांशु कुमार ने बुधवार (4 अक्टूबर) को प्रेस वार्ता कर जानकारी दी है.अपर पुलिस महानिदेशक (यातायात) सुधांशु कुमार ने कहा कि यातायात नियमों के उल्लंघन के खिलाफ प्रवर्तन में न्यूनतम मानव हस्तक्षेप की तैयारी करने वाले हैं. इससे प्रवर्तन में पारदर्शिता एवं एकरूपता आएगी. नवंबर महीने तक एचएचडी के माध्यम से ई चालान होगा. स्मार्ट सिटी में भी मैनुअल चालान पूरी तरह से बंद हो जाएगा. हमलोगों ने दो स्मार्ट सिटी में एचएचडी के माध्यम से प्रयास किए हैं जिसका सकारात्मक रिजल्ट आया है. अन्य शहरों में सीसीटीवी नहीं लगे हैं वहां पर एचएचडी के माध्यम से प्रवर्तन का प्रयास चल रहा है.सुधांशु कुमार ने कहा कि पहले चरण में 12 जिलों को सौ फिसदी कवर किया गया था. वहां पर मैनुअल चालान बंद हो गए थे. ये ऐसे जिले थे जहां यातायात के बल स्वीकृत था. दूसरे चरण में 10 अन्य जिलों को सौ फिसदी अच्छादित कर दिया गया है. मैनुअल चालान को पूरी तरह बंद दिया गया है. अगले चरण में 30 नवंबर 2023 तक शेष बचे 18 जिलों में एचएचडी का वितरण कर 100 प्रतिशत अच्छादित कर दिया जाएगा. इस पर काम चल रहा है.अपर पुलिस महानिदेशक (यातायात) सुधांशु कुमार ने कहा कि एचएचडी के माध्यम से ई चालान के कई प्रत्यक्ष लाभ हैं. जैसे- ऑनलाइन क्रेडिट और डेबिट कार्ड, युपीआई भुगतान. इसके साथ ही नकद भुगतान के मल्टीपल ऑप्शन का प्रावधान है. कोई व्यक्ति उल्लंघन करता है तो उसके लिए पेडिंग चालान भी है. फाइन का अधिकांश भुगतान सीधे अकाउंट में चला जाता है. पहले नकद राशि वसूल की जाती थी उसमें बहुत कमी आ गई है. अब एचएचडी के माध्यम से ई-चालान बनाया गया है. खासकर चालान काटने वाले पुलिस अधिकारियों को बॉडी कैमरा पहनना अनिवार्य कर दिया गया. #newspratyaksh #Bihar #challans #handheld #device

चोरी की सफारी गाड़ी से घूम रही बिहार पुलिस, नंबर भी नहीं !

News Pratyaksh | Updated : Thu 05th Oct 2023, 05:47 pm
चोरी की सफारी गाड़ी से घूम रही बिहार पुलिस, नंबर भी नहीं! बिहार पुलिस के कारनामे बराबर उजागर होते रहते हैं इसके बावजूद कुछ पुलिस पदाधिकारी ऐसे भी हैं जिन्हें शायद कोई मतलब नहीं है. ताजा मामला बिहार के सीतामढ़ी जिले के रीगा थाना से जुड़ा हुआ है. रीगा थाने की पुलिस चोरी वाली सफारी गाड़ी में एसी चलाकर घूमती है. नंबर प्लेट तक नहीं है. ऐसे में कभी चालान भी नहीं कट पाएगा.बताया जा रहा है कि पुलिस इस सफारी गाड़ी का उपयोग कई महीनों से कर रही है. 2019 में ही इस गाड़ी को जब्त किया गया था. तब से ही नंबर नहीं है. आराम से थाने की पुलिस इस एसी वाली गाड़ी में घूमती है. सरकारी गाड़ी में शायद यह सुविधा थाने को नहीं मिलती. इस सफारी गाड़ी को रमनगरा से जब्त किया गया था. बताया गया है कि थाने में इसकी एंट्री भी है, जबकि थानाध्यक्ष ने इस पर कुछ नहीं कहा.तत्कालीन थानाध्यक्ष सुभाष मुखिया के अनुसार गाड़ी चोरी की है. इस संबंध में रीगा थाना प्राथमिकी कांड संख्या- 274/19 दर्ज है, जिसमें इस गाड़ी का चेचिस और इंजन नंबर अंकित है, लेकिन नंबर का उल्लेख नहीं है. इतना होने के बावजूद यहां के थानाध्यक्ष राम इकबाल प्रसाद कहते हैं कि सफारी के बारे में कोई एफआईआर दर्ज नहीं है.इधर, तत्कालीन थानाध्यक्ष सुभाष मुखिया ने यह स्वीकार किया है कि सफारी गाड़ी चोरी की है. रमनगरा से जब्त किया गया था. थाने में इसकी एंट्री भी है. इसे उपयोग में लाना अनुचित है. ध्यान रहे कि उक्त सफारी को जब्त करने के दौरान मुजफ्फरपुर जिले के कांटी थाना क्षेत्र के दामोदरपुर गांव के सोमू कुमार को गिरफ्तार किया गया था, जबकि उसके दो साथी फरार होने में सफल रहे थे. ये तीनों उक्त गाड़ी से शराब की तस्करी करते थे. इत्तेफाक से इस चोरी की गाड़ी से शराब नहीं मिली थी नहीं तो नीलाम हो गया होता. स पूरे मामले पर एसपी मनोज कुमार तिवारी ने बताया कि अगर ऐसी बात है, तो वे इसकी जांच कराएंगे. मामला सच पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी. #newspratyaksh #Bihar #BiharPolice

CBI ने सब इंस्पेक्टर और एएसआई को 9 घंटे तक पूछताछ के बाद किया गिरफ्तार!

News Pratyaksh | Updated : Thu 05th Oct 2023, 05:44 pm
CBI ने सब इंस्पेक्टर और एएसआई को 9 घंटे तक पूछताछ के बाद किया गिरफ्तार : बिहार के गोपालगंज के चर्चित राजनाथ शर्मा प्रकरण की जांच कर रही सीबीआई ने बुधवार को कटेया के तत्कालीन थानेदार सुमन कुमार मिश्र व एएसआइ प्रदीप राम को अरेस्ट (Gopalganj News) कर लिया. पटना बुलाकर पूरे मामले में नौ घंटे तक पूछताछ के बाद सीबीआई ने अरेस्ट कर लिया. इसकी लिखित जानकारी भी पुलिस मुख्यालय को सीबीआई ने भेज दिया. इसकी पुष्टी गोपालगंज के एसपी स्वर्ण प्रभात ने किया है. उधर कार्रवाई के बाद कांड में शामिल और पुलिस अधिकारियों की नींद उड़ गई है. उनपर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही.देश के सबसे बड़े एजेंसी को इस कांड की जांच की जिम्मेदारी 11 फरवरी को पुलिस की जांच पर सवाल उठाते हुए पटना हाइकोर्ट के न्यायमूर्ति चक्रधारी शरण सिंह व न्यायमूर्ति राजेश कुमार वर्मा की पीठ ने सीबीआई को सौंपी. सीबीआई की कार्रवाई से अब परिजनों को इंसाफ मिलने की उम्मीद जगी है.कटेया थाना के बेइली गांव में गत छह जून 2021 की रात गांव में एक शादी थी. उसी शादी में आए सीवान जिले के गोरेयाकोठी थाने के लधी नोनियाटोली गांव के राजनाथ शर्मा, जलपुरवा के संदीप यादव सरारी, नोनियाटोली के मानवेन्द्र कुमार महतो ने आनंद शर्मा घर से बुलाकर ले गए. दूसरे दिन सात जून की सुबह आनंद शर्मा की लाश बरामद की गई. आनंद शर्मा की पत्नी रम्भा देवी के तहरीर पर तीनों को नामजद करते हुए पुलिस ने कटेया थाना के कांड संख्या 189/21 दर्ज की. कटेया पुलिस ने छापेमारी कर तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने दो दिनों बाद शौच जाने के क्रम में एक अभियुक्त राजनाथ शर्मा चकमा देकर थाने से भाग जाने की प्राथमिकी कटेया थाने में चौकीदार परशुराम पासवान के बयान पर तहरीर पर दर्ज कर ली. इसके बाद मामले को ठंडा बस्ता में डाल दिया.20 मई को कटेया में पहुंची इंस्पेक्टर मुकेश पांडेय के नेतृत्व में सीबीआई की टीम में साइको एक्सपर्ट व अन्य वैज्ञानिक जांच के लिए विशेषज्ञ भी शामिल थे. राजनाथ शर्मा को गिरफ्तार करने वाले पुलिस अफसर दारोगा प्रेम प्रकाश राय व उसके फरार होने में कांड दर्ज कराने वाले चौकीदार परसुराम पासवान की बयान को रिकॉर्ड किया था. कटेया थाना के आसपास के दुकानदारों व व्यवसायियों को से भी पूछताछ की गई थी. #newspratyaksh #Bihar #Gopalganj #CBI