Bihar


पटना : शिक्षक नियुक्ति पर हाईकोर्ट का CBI को जांच जल्द पूरी करने का निर्देश!

News Pratyaksh | Updated : Thu 28th Sep 2023, 03:50 pm
पटना : शिक्षक नियुक्ति पर हाईकोर्ट का CBI को जांच जल्द पूरी करने का निर्देश पटना उच्च न्यायालय ने 1980 से 1998 के बीच करीब 300 सहायक शिक्षकों की नियुक्ति में हुई अनियमितताओं की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को पूरी करने का निर्देश दिया है। अदालत ने बिहार सरकार से 2004 में केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा प्रस्तुत एक रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई में देरी के कारणों की तहकीकात करने को भी कहा है। उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति राजीव रंजन प्रसाद की एकल पीठ ने मंगलवार को सीबीआई की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट को चुनौती देने वाली सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया। अदालत ने कहा कि 2004 की रिपोर्ट 1980-1998 की अवधि के दौरान बिहार में लोअर सबऑर्डिनेट एजुकेशन सर्विस (एलएसएस) के सहायक शिक्षकों की नियुक्तियों और पदोन्नति के मामले में बड़े पैमाने पर अनियमितता की ओर संकेत करती है। अदालत ने कहा कि सीबीआई की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट को दबाकर राज्य की ओर से की गई देरी ने राज्य के हित को बहुत नुकसान पहुंचाया है और इस निष्क्रियता के लिए जो लोग जिम्मेदार हैं उनकी पहचान की जानी चाहिए और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई पर विचार किया जाना चाहिए। पीठ ने सीबीआई और राज्य सरकार को एक महीने के भीतर उचित कार्रवाई करने पर विचार करने का निर्देश दिया। #newspratyaksh #Bihar #patna #teachersvacancy #CBI

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपना अंदाज बदलने की घोषणा पर अमल किया !

News Pratyaksh | Updated : Wed 27th Sep 2023, 03:24 pm
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपना अंदाज बदलने की घोषणा की तो भी किसी को उम्मीद नहीं थी कि वह किसी एक दिन में इतने मंत्रियों और भारतीय प्रशासनिक सेवा के अफसरों की हाजिरी देखने पहुंच जाएंगे: वह एक झटके में मंत्री से लेकर विभागीय प्रमुख के चैंबर में पहुंचने लगे। यहां तक कि राष्ट्रीय जनता दल कोटे के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर अपने कक्ष में नजर नहीं आए तो मुख्यमंत्री ने तत्काल कॉल लगवा कर पूछ लिया। मुख्यमंत्री बनने के बाद से मुख्मयंत्री नीतीश कुमार ने कभी एक दिन में इस तरह कई विभागों का निरीक्षण नहीं किया था। इस औचक निरीक्षण में जो मंत्री या अफसर जगह पर थे, वह सीएम को सामने पाकर हाथ जोड़े खड़े नजर आए तो जो अफसर-मंत्री नहीं थे, खबर पाकर परेशान हो गए।इन दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरी तरह एक्टिव नजर आ रहे हैं। कभी सचिवालय तो कभी कभी जदयू कार्यालय का औचक निरीक्षण कर सबको चौंकाने वाले सीएम नीतीश कुमार आज अचानक कई कार्यालय पहुंचे। बैक टू बैक कई विभाग पहुंचे तो कर्मचारी, अधिकारी और मंत्रियों में हड़कंप मच गया। कुछ अधिकारी और मंत्री दफ्तर में मिले तो कुछ गायब भी दिखे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आने की सूचना पर यह लोग अधिकारी दौड़ते आए। सबसे पहले सीएम सुबह साढ़े नौ बजे विकास भवन पहुंचे और वहां का औचक निरीक्षण किया। इसके बाद सीएम विश्वेश्वरैया भवन पहुंचे और वहां भी औचक निरीक्षण किया। बता दें कि 2013 के बाद वापस 20 सितंबर से नीतीश कुमार सरकारी विभाग के कार्यालय का निरीक्षण कर रहे हैं। इस दौरान वो लापरवाह अधिकारियों की क्लास लगाते भी दिखे। सीएम नीतीश कुमार पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि वह सप्ताह में तीन दिन साढ़े 9 बजे सरकारी विभाग के कार्यालयों का निरीक्षण करेंगे। सीएम नीतीश कुमार के इस कदम के बाद सियासी गलियारे में हलचल तेज हो गई है। लोगों का कहना है कि सीएम नीतीश कुमार ने एक साथ इतने विभागों का निरीक्षण कर एक नया रिकॉर्ड बना दिया है।सीएम नीतीश कुमार ने विकास भवन तथा विश्वेश्वरैया भवन स्थित विभिन्न विभागों के कार्यालयों का निरीक्षण किया निरीक्षण किया। इस दौरान शिक्षा मंत्री चन्द्रशेखर, गन्ना उद्योग मंत्री आलोक कुमार मेहता, उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ, परिवहन मंत्री शीला कुमारी, कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत के कार्यालय पहुंचे, लेकिन वे सभी मंत्री अपने कार्यालय कक्ष में उपस्थित नहीं थे। मद्यनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार अपने कार्यालय कक्ष में उपस्थित थे। भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी अपने कार्यालय में उपस्थित नहीं थे लेकिन जब मुख्यमंत्री उनके कक्ष में खड़े थे तो उसी समय भवन निर्माण मंत्री अपने कार्यालय पहुंचे और देर से पहुंचने की सफाई दी। मुख्यमंत्री जब शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के कार्यालय कक्ष पहुंचे और वहां वे उपस्थित नहीं थे तो मुख्यमंत्री ने शिक्षा मंत्री को फोन लगवाया और पूछा कि अभी तक कार्यालय क्यों नहीं पहुंचे हैं, सभी को साढ़े नौ बजे तक कार्यालय पहुंचना है। मंत्रियों के समय पर कार्यालय नहीं पहुंचने पर मुख्यमंत्री ने अपनी नाराजगी व्यक्त की और निर्धारित समय पर कार्यालय आने के लिये निर्देशित किया। मुख्यमंत्री के निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य विभाग एवं पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, सहकारिता विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह, कृषि एवं परिवहन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल, स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह अपने कक्ष में उपस्थित नहीं थे। शिक्षा विभाग के सचिव वैद्यनाथ यादव भी कार्यालय में उपस्थित नहीं थे। इन सभी की अनुपस्थिति पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी व्यक्त की। उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री संदीप पौण्ड्रिक, भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि अपने कार्यालय में उपस्थित थे। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक भी अपने कक्ष में नहीं थे लेकिन जानकारी मिली कि वे आधिकारिक तौर पर दिल्ली गए हुए है। मुख्यमंत्री ने विकास भवन स्थित शिक्षा विभाग के कमांड एवं कंट्रोल सिस्टम का जायजा लिया। #NitishKumar #Bihar #NitishKumar

एनएचआरसी ने दलित महिला को निर्वस्त्र किए जाने की घटना पर बिहार सरकार को नोटिस जारी किया

News Pratyaksh | Updated : Wed 27th Sep 2023, 03:19 pm
एनएचआरसी ने दलित महिला को निर्वस्त्र किए जाने की घटना पर बिहार सरकार को नोटिस जारी किया राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने पटना के एक गांव में अनुसूचित जाति की एक महिला पर कथित नृशंस हमले, उसे निर्वस्त्र किए जाने और उस पर पेशाब करने संबंधी एक खबर को लेकर बिहार सरकार एवं वहां के पुलिस प्रमुख को नोटिस भेजा है।आयोग ने एक बयान में कहा कि इस महिला ने एक स्थानीय प्रशावशाली व्यक्ति से पैसे उधार लिये थे और जब वह कथित रूप से अतिरिक्त ब्याज (1500 रुपये) नहीं दे पाई, तब उसके साथ अमानवीय बर्ताव किया गया। आयोग ने मीडिया में आई इस खबर का स्वत: संज्ञान लिया कि 23 सितंबर को गांव में अनुसूचित जाति की 30 वर्षीय इस महिला पर नृशंस हमला किया गया, उसे निर्वस्त्र किया गया तथा उस पर पेशाब किया गया।एनएचआरसी ने कहा कि यदि खबर सही है, तो यह महिला के मानवाधिकार का उल्लंघन है। #newspratyaksh #Bihar #humanrights #DalitWomen #BiharGovernment

बिहार में चल रहा है जंगलराज, मांझी, पशुपति और चिराग अकारण नहीं हैं भाजपा के साथ : संबित पात्रा

News Pratyaksh | Updated : Wed 27th Sep 2023, 03:17 pm
बिहार में चल रहा है जंगलराज, मांझी, पशुपति और चिराग अकारण नहीं हैं भाजपा के साथ : संबित पात्रा भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने बिहार में एक महादलित महिला के साथ हुई दरिंदगी को संगीन मामला बताते हुए कहा है कि बिहार में जंगलराज चल रहा है। भाजपा मुख्यालय में मीडिया द्वारा पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए पात्रा ने कहा कि जब जंगलराज होगा तो ऐसा ही (अपराध) होगा। भाजपा प्रवक्ता ने आगे कहा कि जब-जब बिहार में जंगलराज आया है तब-तब महादलितों, दलितों और पिछड़ों के साथ यही हुआ है। यह अकारण नहीं है कि आज चाहे जीतनराम मांझी हो चाहे पशुपति पारस हो या चाहे चिराग पासवान हो, ये सारे भाजपा के साथ एनडीए में हैं, कारण है कि इन सभी ने इस खून के घूंट को झेला है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार का जंगलराज बिहार में चल रहा है, यह केवल निंदा का विषय नहीं है बल्कि उठकर घोर संघर्ष करने का विषय है। कांग्रेस एवं आम आदमी पार्टी और कांग्रेस एवं तृणमूल कांग्रेस के नेताओं की बयानबाजी को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए पात्रा ने कहा कि घमंडिया गठबंधन आपस में ही लड़ रही है, इंतजार कीजिए, जब जोरदार धमाका होगा तब सब सुनेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कटाक्ष करते हुए यह भी कहा कि यह सब आपस में लड़ेंगे क्योंकि ये सब देश का कल्याण करने या देश को बचाने कर लिए नहीं, बल्कि लूटखसोट के लिए और अपने परिवार को बचाने के लिए एक साथ आए हैं और इनके बीच खेल शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि बाजवा और मान के बीच चल रही बयानबाज़ी का सवाल तो रेफरी राहुल गांधी से पूछा जाना चाहिए। #newspratyaksh #bihar #SambitPatra