Bihar


मां का दाह संस्कार कर लौटने के दौरान भीषण सड़क हादसा, बड़े पुत्र की मौत :

News Pratyaksh | Updated : Thu 09th Jan 2025, 09:25 am
मां का दाह संस्कार कर लौट रहे बड़े पुत्र की सड़क हादसे में मौत हो गई। इस घटना में छोटे पुत्र, बहनोई समेत अन्य चार रिश्तेदार गंभीर रूप से घायल हो गये। घटना मंझौल थाना क्षेत्र के जय मंगलागढ़ मोड़ के समीप की है। मृतक की पहचान एजनी परोरा निवासी कौशल कुमार सिंह सिंह उर्फ मनोज कुमार के रूप में की गई है । वहीं मृतक के छोटे भाई किशोर कुमार सिंह के साथ मृतक के बहनोई गौतम कुमार, राम प्रवेश यादव एवं भवेश कुमार शामिल गंभीर रूप से घायल हैं। मृतक के छोटे भाई किशोर कुमार सिंह आर्मी के जवान हैं।घटना के संबंध में परिजनों का कहना है कि सभी लोग मृतक कौशल कुमार सिंह के मां के दाह संस्कार में शामिल होने के लिए सिमरिया गए थे। सिमरिया से मां का दाह संस्कार कर के सभी लोग घर वापस लौट रहे थे, तभी उनकी कार अनियंत्रित हो गई और जयमंगला गढ़ के समीप एक पेड़ से टकरा गई। हादसा इतना जबरदस्त था कि कौशल कुमार सिंह की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वहीं मृतक के छोटे भाई सहित चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गये। आननफानन में स्थानीय लोगों ने सभी घायलों को इलाज के लिए निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया।घटना के संबंध में नगर थाना के पुलिस पदाधिकारी का कहना है कि सड़क हादसा हुआ है। इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई है, जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गये हैं। सभी का इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा है। उन्होंने बताया है कि मृतक अपने मां का दाह संस्कार सिमरिया में करके अपनी कार से घर लौट रहे थे। तभी मंझौल स्थित जयमंगला गढ़ के पास गाड़ी अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई। फिलहाल पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है।

शाम को गांव लौट रहे थे तीनों, ट्रक ने मारी ट्रक :

News Pratyaksh | Updated : Thu 09th Jan 2025, 09:24 am
नालंदा में भीषण सड़क हादसे में महिला समेत तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं दो महिला समेत तीन लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गये। बुधवार शाम को तीनों टेम्पो में बैठकर अपने गांव लौट रहे थे। इसी दौरान तेज रफ्तार ट्रक ने टेम्पो में टक्कर मार दी। हादसा इतना भीषण था कि तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद ट्रक चालक गाड़ी लेकर फरार हो गया। घटना नालंदा के छबीलापुर थाना इलाके के प्रगति पेट्रोल पंप के पास हुई। इधर, तीन लोगों की मौत के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। आसपास के लोगों की भीड़ लग गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से तीनों को राजगीर अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचाया गया। यहां से तीनों की चिंताजन स्थिति को देखते हुए तीन लोगों को पावापुरी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। अनुमंडलीय अस्पताल की उपाधीक्षक गौरव कुमार ने बताया कि सभी सरबहदा से टेंपो रिजर्व कर अपने गांव बरनौसा आ रहे थे। वहीं तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आने से तीनों की मौत हो गई। डॉक्टर गौरव ने बताया कि मृत महिला की पहचान बरनौसा निवासी गौतम कुमार की पत्नी कंचन देवी के रूप में हुई। वहीं अन्य दो की पहचान छपरा पंडारक निवासी दंगल प्रसाद के 30 वर्षीय पुत्र दिलीप कुमार एवं किशोरी प्रसाद के 50 वर्षीय पुत्र बिंदी प्रसाद के रूप में हुई है। वहीं घायलों में प्रियंका देवी, रिंकी देवी और रवि रंजन शामिल हैं। मृतक महिला कंचन देवी के पुत्र गौरव कुमार ने बताया कि सरबहदा बाजार में स्थित बैंक के काम से घर परिवार के लोग गए थे। वहीं वापस आने के क्रम में हादसा हुआ। हादसे के बाद अनुमंडल पदाधिकारी कुमार ओमकेश्वर, डीएसपी सुनील कुमार सिंह, इंस्पेक्टर संजय कुमार एवं छबीलापुर एवं राजगीर थाना के थाना अध्यक्ष अस्पताल पहुंचे। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

राजद ने दल बदल कानून का उल्लंघन कर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को समर्थन करने वाले चार विधायकों की सदस्यता रद्द करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपा :

News Pratyaksh | Updated : Thu 09th Jan 2025, 09:23 am
ज्ञापन में मांग की गई है कि महागठबंधन के जो भी विधायक दल बदल कानून का उल्लंघन किए हैं और दूसरे दल में जाकर दूसरे दल की सदस्यता ले रहे हैं या लिए हैं, उनकी सदस्यता समाप्त की जाए. राजद के अब्दुल बारी सिद्दीकी, भाई वीरेंद्र, मुख्य सचेतक अब्दुल इस्लाम शाहीन, कांग्रेस की प्रतिमा दास, माले के अजय सिंह ने अध्यक्ष को इसे लेकर ज्ञापन सौंपा. अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि अध्यक्ष ने कहा है कि हमने चारों विधायकों को नोटिस भेजा है लेकिन अब तक उन लोगों की ओर से कोई जवाब नहीं आया है. सिद्दीकी ने कहा कि चारों विधायकों के दल बदल कानून का उल्लंघन करने को करीब एक साल हो गया लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. यहअध्यक्ष के अनुशासन पर ही सवाल खड़ा करता है. उन्होंने कहा कि अगर विधानसभा के अगले सत्र से पहले कार्रवाई नहीं हुई तो हम लोग सदन चलने के दौरान भी इस मुद्दे को उठाएंगे. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले वर्ष अचानक से राजद-कांग्रेस से नाता तोड़कर एनडीए से हाथ मिला लिया था. विधानसभा में बहुमत साबित करने के दौरान मोकामा विधायक नीलम देवी, सहित सूर्यगढ़ा विधायक प्रहलाद यादव, शिवहर विधायक चेतन आनंद और मोहनिया विधायक संगीता कुमारी ने दल बदल कानून का उल्लंघन करते हुए नीतीश कुमार को समर्थन किया था. वे सत्ता पक्ष की ओर बैठने भी लगे थे. इसी कारण राजद की ओर से चारों विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग की गई है. मोकामा विधायक नीलम देवी ने वर्ष 2022 में हुए उपचुनाव में जीत हासिल की थी जबकि सूर्यगढ़ा विधायक प्रहलाद यादव, शिवहर विधायक चेतन आनंद और मोहनिया विधायक संगीता कुमारी ने वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी.

बिहार में व्यक्ति अपनी ‘‘हत्या’’ के 17 साल बाद जिंदा घर लौटा

News Pratyaksh | Updated : Thu 09th Jan 2025, 09:22 am
बिहार में रोहतास जिले के देवरिया गांव में उस व्यक्ति के बुधवार को घर लौट आने से हड़कंप मच गया जिसकी 17 साल पहले कथित ‘‘हत्या’’ के मामले में उसके रिश्तेदारों को गिरफ्तार किया गया था।पुलिस ने बताया कि उसके चार रिश्तेदारों को 2008 में अकोढ़ीगोला पुलिस थाने में दर्ज हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था और वे दो साल जेल में रहे थे जिसके बाद उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया था।अकोढ़ीगोला थानाध्यक्ष चंद्रशेखर शर्मा ने बताया कि 12 सितंबर 2008 की रात देवरिया गांव निवासी नथुनी पाल की हत्या कर शव को गायब करने का मामला थाने में दर्ज कराया गया था। उन्होंने बताया कि इस मामले में देवरिया गांव के चार लोगों-रति पाल, विमलेश पाल, भगवान पाल और सत्येन्द्र पाल को गिरफ्तार किया गया था और उन्हें दो साल बाद जमानत पर रिहा कर दिया गया था।उन्होंने बताया कि मामले की सुनवाई अभी जारी है।दरअसल, नथुनी 2008 में घर छोड़कर चला गया था और उसे उत्तर प्रदेश के झांसी में स्थानीय लोगों द्वारा एक ‘‘संदिग्ध व्यक्ति’’ के बारे में पुलिस को सूचित किए जाने के बाद हिरासत में लिया गया। अधिकारियों ने बताया कि जांच के दौरान झांसी पुलिस को पता चला कि उसका नाम बिहार पुलिस के रिकॉर्ड में है।हत्या मामले के एक आरोपी भगवान पाल ने कहा, ‘‘हमारे जीवन के वे बहुमूल्य वर्ष कौन लौटाएगा, जो हमने जेल में और अदालत के चक्कर लगाते हुए बिताए?’’उन्होंने बताया कि उचित सत्यापन के बाद उसे उसके पैतृक गांव वापस लाया गया।

ओमान में बिहार का युवक हुआ टॉर्चर

News Pratyaksh | Updated : Wed 08th Jan 2025, 05:41 am
नौकरी और मोटा पगार का सपना हर किसी का होता है, लेकिन होटल मैनेजमेंट किये लड़के को यह अरमान तब अभिशाप बन गया जब वह ओमान बड़े सपने के साथ गया. लेकिन एजेंट के चक्कर मे फंस गया. विदेश में फंसने का जब एहसास हुआ तो सपना चकनाचूर हो गया. वीजा भी उसका जब्त कर लिया. स्थानीय लोगों की मदद से अब वह वापस लौट आया है. एकलौते बेटे के घर वापसी से घर में खुशी लौटी है. भगवानपुर प्रखंड के दहिया के कारपेंटर बलवंत शर्मा के इकलौते पुत्र रौशन के घर वापस लौटने स्थानीय लोगों में खुशी की लहर है. ऐसा बताया जा रह है कि संसद गिरिराज सिंह की पहल पर युवक स्वदेश लौट पाया है.रौशन ने बताया कि वह देहरादून प्लेसमेंट एजेंसी के संपर्क में आया. कंपनी ने 80 हजार प्रतिमाह मिलने की बात कहकर ओमान भेजने की बात कही. पासपोर्ट बनवाया और उत्साह के साथ एक साल पहले 3 दिसम्बर 2023 को मुम्बई एयरपोर्ट से ओमान के मस्कट जाने के लिए पहुंचा. वहां फ्लाइट में जाने वक्त कंपनी ने कागज दिया, जिसमें 80 हजार की जगह 26 हजार का महीना ही लिखा था, लेकिन एयरपोर्ट से लौट नहीं सकता था. वह ओमान के मस्कट पहुंचा, जहां उसे पता चला कि कंपनी ने उसे भीएसफोर नामक कंपनी के हवाले किया है.उसकी ड्यूटी वहां फाइव स्टार मैरक्योर होटल में लगी. रौशन ने बताया कि 5 महीने के बाद उससे पासपोर्ट बैंक में एकाउंट खोलवाने के नाम पर कंपनी लिया और उसके बाद देने से इनकार कर दिया. समय के साथ उसे लगा कि यहां फंस चुके हैं. पासपोर्ट मांगने पर धमकी ही मिलती थी. अगस्त 2024 में वह उस कंपनी के चंगुल से भाग कर वहां कि भारतीय एम्बेसी से संपर्क किया. एम्बेसी कंपनी से बात कर फिर उसे उस कंपनी के पास भेजा लेकिन वहां उसे टॉर्चर किया गया तब वह उसी दिन छुपते छुपाते भाग निकला. रात कहीं कटी. अगले दिन एम्बेसी गया तो उसे गुरुद्वारा में रहने की व्यवस्था दिया गया. जहां भोजन फ्री में मिल जाता था

बेउर जेल अधीक्षक ने अवैध संपत्ति कैसे खपाई, माता-पिता को भी नहीं छोड़ा :

News Pratyaksh | Updated : Wed 08th Jan 2025, 05:30 am
राजधानी के आदर्श केंद्रीय कारा, बेउर के अधीक्षक विधु कुमार ने अवैध कमाई से पटना, मोतिहारी, शिवहर, पूर्णिया और कटिहार में एक दर्जन से अधिक जमीनें खरीदीं हैं। इसमें एक दर्जन अचल संपत्ति मां शैलजा देवी और पिता गोपाल शरण सिंह के नाम पर खरीदी गई है।सिर्फ शिवहर की एक संपत्ति विधु कुमार ने अपने नाम पर खरीदी है। सबसे अधिक नौ अचल संपत्ति मां के नाम पर खरीदी गई है। आर्थिक अपराध इकाई ने जेल अधीक्षक पर की गई प्राथमिकी में पूरी संपत्ति का ब्योरा दिया है।पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार, दानापुर के सगुना मोड़ के पास जमीन खरीदकर भव्य तीन मंजिला मकान भी बनाया गया है, जिसके निर्माण में करीब 60 लाख की लागत आने का अनुमान है। इस संपत्ति पर अप्रैल, 2021 से प्रोपर्टी टैक्स दिया जा रहा है।मोतिहारी में सबसे अधिक छह जगहें जमीन खरीदी गई हैं। इसके अलावा कटिहार में चार और शिवहर व पूर्णिया सदर में एक-एक अचल संपत्ति की खरीद की गई है।विधु कुमार ने अपनी काली कमाई को छिपाने में अपने स्वजनों का भी पूरा इस्तेमाल किया। मां-पिता के नाम पर अचल संपत्ति खरीदी तो पत्नी को कंपनी का निदेशक बनाकर काले धन को सफेद किया। इतना ही नहीं, अपनी मां के नाम पर भी शेल कंपनी बनाई और इसके जरिए काले धन को सफेद करते रहे।जांच रिपोर्ट के अनुसार, आरची कुमारी विधु कुमार की दूसरी पत्नी हैं, जिसे उसने नीरज सिंह के साथ कलश आवास डेवलपर्स में पार्टनर निदेशक बनाया है। इसके अलावा रक्सौल के सीए कमल मसकारा के फर्म में नीतू सिंह को निदेशक बनाया है।नीतू और विधु के बैंक खाते में लेन-देन किए जाने की भी सूचना है। इसके अलावा विधु कुमार के माता-पिता, पत्नी के बैंक खातों की भी जांच की गई है, जिसमें नकद राशि पाई गई है। कई खाते ऐसे भी हैं, जिससे पैसे की निकासी न के बराबर हुई है।जेल में बंद कैदियों का शोषण कर पैसों की उगाही करते थे-विधु कुमार पर आरोप है कि ये जेल में बंद कैदियों का शोषण कर उनसे पैसों की उगाही करते थे।-विधु कुमार के सरकारी आवास से 54 लाख रुपये के सोना-चांदी के जेवर, बर्तन खरीद से संबंधित रसीद बरामद हुए -बेउर जेल के कैदियों से वसूली राशि के हिसाब-किताब वाला रजिस्टर, एक स्कॉर्पियो, एक पेन ड्राइव व एक मोबाइल बरामद किया गया।