Bihar


बिहार के बेतिया कोर्ट से 2 नेपालियों को मिली 15 साल की सजा, 4-4 लाख का जुर्माना!

News Pratyaksh | Updated : Thu 21st Sep 2023, 12:00 am
बिहार के बेतिया कोर्ट से 2 नेपालियों को मिली 15 साल की सजा, 4-4 लाख का जुर्माना : बिहार के बेतिया में दो नेपाली नागरिकों को 15 वर्ष कठोर कारावास की सजा सुनाई गई हैं. वहीं 4-4 लाख का देना होगा जुर्माना. दरअसल चरस के साथ अक्टूर 2020 में भिखनाठोरी के समीप एसएसबी ने नेपाली तस्करों को गिरफ्तार किया था. बेतिया में चरस तस्करी के एक मामले की सुनवाई पूरी करते हुए अपर जिला सत्र न्यायाधीश तृतीय राजेश कुमार शुक्ल ने दो नेपाली नागरिकों को दोषी पाते हुए 15 वर्ष की कठोर कारावास की सजा सुनाई है.सजायाफ्ता नेपाल के परसा जिला के वर्मानगर निवासी अर्जुन गोपाली तथा विजय सोनार हैं. न्यायालय ने प्रत्येक सजायाफ्ता को चार-चार लाख रुपया जुर्माना भी देने का आदेश दिया है. जुर्माना की राशि अदा नहीं करने पर एक-एक वर्ष अतिरिक्त कारावास की सजा काटनी होगी. न्यायालय का यह फैसला ढ़ाई साल में आया है.सूत्रों के अनुसार 31 अक्टूबर 2020 को भिखनाठोरी रेंज के एसएसबी के उप निरीक्षक दीपक थापा को गुप्त सूचना मिली कि नेपाल के दो नागरिक अलग-अलग बाइक से भारी मात्रा में चरस का खेप लेकर भारतीय सीमा के पिलर संख्या- 432 के रास्ते मानपुर की ओर जाने वाले हैं. सूचना के आधार उपनिरीक्षक ने पीलर संख्या 432 के समीप जाल बिछाया. आधी रात को एसएसबी के जवानों ने देखा कि दो अलग-अलग बाइक पर सवार व्यक्ति भारतीय सीमा के अंदर प्रवेश कर रहे हैं.जवानों ने उन्हें रोका और उनकी तलाशी ली‌. तलाशी लेने के दौरान जवानों ने तस्कर अर्जुन गोपाली के बाइक से 3.250 किलो ग्राम तथा तस्कर विजय सोनार के बाइक से 3.900 किलोग्राम चरस बरामद किया. जब्ती सूची तैयार करने के बाद नेपाली मूल के दोनों को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध मानपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी. इसी मामले में सुनवाई पूरी करते हुए न्यायाधीश ने फैसला सुनाया है. #newspratyaksh #Bihar #Betiya  

कुर्मियों ने प्रस्तावित रेल रोको आंदोलन वापस लिया, एक फैसले से झारखंड समेत तीन राज्यों को राहत!

News Pratyaksh | Updated : Thu 21st Sep 2023, 12:00 am
कुर्मियों ने प्रस्तावित रेल रोको आंदोलन वापस लिया, एक फैसले से झारखंड समेत तीन राज्यों को राहत रांची/भुवनेश्वर/झारग्राम: कुर्मियों ने अपना रेल रोको आंदोलन वापस ले लिया है। इससे दक्षिण-पूर्व रेलवे और पूर्व तटीय रेलवे के अधिकार क्षेत्रों में परिचालित होने वाली ट्रेनें प्रभावित नहीं होंगी। पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा में ट्रेनें अपने सामान्य समय और मार्ग पर चलेंगी। कुर्मी संगठनों ने बुधवार से प्रस्तावित अपना अनिश्चितकालीन रेल रोको आंदोलन वापस ले लिया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रेल पटरियों को अवरुद्ध करने के कुर्मी संगठनों के आह्वान के मद्देनजर झारखंड और ओडिशा में क्रमश: एसईआर और ईसीओआर के अंतर्गत चलने वाली कम से कम 11 ट्रेन को एहतियाती तौर पर रद्द कर दिया गया था और 12 अन्य का मार्ग बदल दिया गया था। ईसीओआर ने कहा कि उसने तत्काल प्रभाव से सामान्य मार्गों पर ट्रेन चलाने का फैसला किया है, क्योंकि कुर्मी समाज का आंदोलन वापस ले लिया गया है। रांची रेल मंडल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी निशांत कुमार ने कहा, ‘जिन ट्रेन को पहले रद्द किया गया था या जिनका मार्ग बदला गया था, वे अब मुख्यालय के निर्देशानुसार अपने सामान्य मार्ग एवं समय पर परिचालित की जाएंगी।’ #newspratyaksh #kurmiandolan  

नालंदा में अज्ञात स्कूली वाहन की चपेट में आने से जख्मी युवक की इलाज के दौरान बुधवार की सुबह मौत!

News Pratyaksh | Updated : Thu 21st Sep 2023, 12:00 am
नालंदा: सोहसराय थाना इलाके के 17 नंबर मोड़ के समीप पिछले 15 सितंबर को अज्ञात स्कूली वाहन की चपेट में आने से जख्मी युवक की इलाज के दौरान बुधवार की सुबह मौत हो गई। मृतक रहुई प्रखंड के भागनबीघा थाना इलाके के मुसेपुर निवासी धनंजय प्रसाद का 19 वर्षीय पुत्र गौरव भारती उर्फ गोरेलाल यादव है। घटना के बारे में परिवार वालों ने बताया कि पिछले 15 सितंबर को सोहसराय बाजार से खरीदारी कर एक साथी के साथ बाइक से गांव लौट रहा था । इसी दौरान 17 नंबर मोड़ के समीप बाइक खड़ी कर एक अन्य साथी का इंतजार कर रहा था । इसी दौरान तेज रफ्तार आ रही स्कूली बहन ने दोनों को कुचल दिया । जिससे बिंद थाना क्षेत्र के दुल्लाबिगहा निवासी रामराज प्रसाद का 17 वर्षीय पुत्र मोनू कुमार की मौत घटनास्थल पर ही हो गई ,जबकि गोरेलाल यादव गंभीर रूप से जख्मी हो गया । जख्मी हालत में उसे बिहारशरीफ सदर अस्पताल से बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर गया । जहां आज इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। थानाध्यक्ष राजमणि कुमार ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों के हवाले कर दिया गया है । वाहन की पहचान की जा रही है। #newspratyaksh #Bihar #Nalanda  

बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) ने 11098 पदों पर भर्ती के लिए एक अधिसूचना की जारी, बिहार में 12वीं पास कर चुके उम्मीदवारों के लिए खुशखबरी !

News Pratyaksh | Updated : Thu 21st Sep 2023, 12:00 am
Bihar SSC Inter Level Bharti Notification: बिहार में 12वीं पास कर चुके उम्मीदवारों के लिए खुशखबरी है। बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) ने 11098 पदों पर भर्ती के लिए एक अधिसूचना जारी की है। 12वीं की पढ़ाई पूरी कर चुके युवा बीएसएससी इंटर लेवल भर्ती के लिए आवेदन करने के पात्र होंगे। पंजीकरण की प्रक्रिया 27 सितंबर 2023 से शुरू होगी। जिसके बाद उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट http://bssc.bih.nic.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरकर जमा कर सकेंगे। आवेदन करने की आखिरी तारीख 11 नवंबर 2023 तक है।BSSC Recruitment रिक्तियों का विवरण बीएसएससी की इस भर्ती के तहत 11098 पदों पर भर्ती की जानी है। निम्न वर्गीय लिपिक 3927 पद फाइलेरिया निरीक्षक 69 पद सहायक अनुदेशक. 07. पद राजस्व कर्मचारी 3559 पद पंचायत सचिव 3532 पद टाइपिस्ट कम क्लर्क 04 पद Bihar SSC Bharti आयु सीमा सामान्य श्रेणी के पुरुष उम्मीदवारों के लिए आयु सीमा 18 वर्ष से 37 वर्ष के बीच निर्धारित है, जबकि सामान्य श्रेणी की महिलाओं के लिए आयु सीमा 18 वर्ष 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए। इसी तरह ओबीसी/ईडब्ल्यूएस श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए आयुसीमा 18 वर्ष से 40 वर्ष के बीच होनी चाहि। एससी/एसटी श्रेणी के उम्मीदवारों की आयुसीमा 18 वर्ष से 42 वर्ष के बीच होनी चाहिए। BSSC Recruitment आवेदन शुल्क सामान्य वर्ग, पिछड़ा वर्ग, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के पुरुष अभ्यर्थियों के लिए आवेदन शुल्क 540 रुपये है। एससी/एसटी (बिहार राज्य के मूल निवासी), शारीरिक रूप से विकलांग, बिहार राज्य की महिला उम्मीदवारों के लिए 135 रुपये है। जबकि अन्य राज्य के उम्मीदवारों के लिए 540 रुपये ही है। BSSC Recruitment शैक्षणिक योग्यता बीएसएससी इंटर लेवल भर्ती 2023 के लिए ऑनलाइन आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को किसी भी स्ट्रीम में 12वीं की परीक्षा पास होना जरूरी है। साथ ही कुछ पदो के लिए अंग्रेजी और हिंदी में टाइपिंग स्पीड मांगी गई है। कुछ पदों के लिए कंप्यूटर वर्ड प्रोसेसिंग की जानकारी होना भी जरूरी है। Bihar SSC चयन प्रक्रिया उम्मीदवारों का चयन प्रारंभिक लिखित परीक्षा, मुख्य लिखित परीक्षा और स्किल टेस्ट के आधार पर होगा। प्रारंभिक लिखित परीक्षा ऑब्जेक्टिव टाइप की होगी। #newspratyaksh #Bihar #bihareducation #bssc  

बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर रामचरितमानस को लेकर दिए गए अपने विवादित बयानों से अब बैकफुट पर आ गए हैं!

News Pratyaksh | Updated : Thu 21st Sep 2023, 12:00 am
बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर रामचरितमानस को लेकर दिए गए अपने विवादित बयानों से अब बैकफुट पर आ गए हैं: हाल ही में हिंदी दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि रामचरितमानस में पोटेशियम साइनाइड है. जब तक यह रहेगा तब तक इसका विरोध करते रहेंगे. बुधवार (20 सितंबर) को सीतामढ़ी पहुंचे शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर अपनी बात से पलट गए.चंद्रशेखर ने कहा कि मैं कब भगवान के खिलाफ हो गया? मैं कब ईश्वर के खिलाफ हो गया? वकतव्य में देखिए कि कहीं मैं भगवान और ईश्वर के खिलाफ हूं. मुझे बता दीजिए मैं आपको चुनौती देता हूं. पत्रकार की ओर से साइनाइड को लेकर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर से किए गए सवाल पर उन्होंने कहा- "आप मेरी बात समिझिए, मैं अगर कहीं भगवान और ईश्वर के खिलाफ बोला हूं तो विजुअल दिखा दीजिए. आप जो बात कह रहे हैं अगर चंद्रशेखर ने कहा तो ये बड़ी आपत्ति है. मेरी जीभ की कीमत दस करोड़ हो गई."दरअसल बुधवार को शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सीतामढ़ी में श्री राधे कृष्ण गोयनका कॉलेज में आयोजित एक कार्यक्रम के शामिल होने के लिए पहुंचे थे. इस दौरान भारतीय जनता युवा मोर्चा के दर्जनों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने पहले तो शिक्षा मंत्री के खिलाफ नारेबाजी की और बाद में काला झंडा भी दिखाया. इसको लेकर पुलिस ने प्रिंस तिवारी समेत दो युवकों को हिरासत में लिया था.बता दें कि बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर लगातार रामचरितमानस को लेकर विवादित टिप्पणी कर रहे हैं. पोटेशियम साइनाइड वाले बयान पर जेडीयू के साथ-साथ आरजेडी के नेताओं ने भी चंद्रशेखर को नसीहत दी थी. साफ कहा था कि किसी भी धर्म को लेकर विशेष टिप्पणी करने से बचना चाहिए. #newspratyaksh #Bihar #EducationMinister