Jharkhand


क्बिया हार में शराबबंदी कानून को लागू करने का जिम्मा मुख्य रूप से पुलिसकर्मियों पर है लेकिन यही पुलिसवाले शराबबंदी कानून को न केवल ठेंगा दिखा रहे हैं बल्कि जब्त दारू की भी हेराफेरी कर रहे हैं?

News Pratyaksh | Updated : Wed 20th Sep 2023, 05:45 pm
#newspratyaksh #bihar #BiharPolice #sarabbandi ऐसी खबर आ रही है कि बिहार में शराबबंदी कानून को लागू करने का जिम्मा मुख्य रूप से पुलिसकर्मियों पर है लेकिन यही पुलिसवाले शराबबंदी कानून को न केवल ठेंगा दिखा रहे हैं बल्कि जब्त दारू की भी हेराफेरी कर रहे हैं. ताजा मामला बक्सर जिला से जुड़ा है, जहां ऐसे ही पुलिसवाले शराब की हेरफेर में न केवल पकड़े गए हैं बल्कि उनको सस्पेंड भी किया गया है.दरअसल कुछ दिन पहले बक्सर जिले के ब्रह्मपुर थाने की पुलिस ने शराब से भरे एक बड़े कंटेनर को जब्त किया था, जिसमें तकरीबन 40 लाख रुपए की शराब बरामद की गई थी. शराब को मालखाने में सील करने के बाद भी इस शराब की खेप से दो पेटी शराब थाने के कमरे में रखी हुई थी. बक्सर एसपी मनीष कुमार ने बताया कि उत्पाद अधिनियम का उल्लंघन मानते हुए ब्रह्मपुर थानाध्यक्ष समेत पांच पुलिसकर्मियों के विरुद्ध प्राथमिकी थाने में दर्ज की गई है

आईएमडी के मुताबिक, ओडिशा के तट के पास बने निम्न दबाव के प्रभाव से बुधवार को ओडिशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, झारखंड, यूपी, बिहार, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल और पूर्वोत्तर के राज्यों में भारी बारिश होने की संभावना

News Pratyaksh | Updated : Wed 20th Sep 2023, 05:42 pm
#newspratyaksh #weather #WeatherUpdate आईएमडी के मुताबिक, ओडिशा के तट के पास बने निम्न दबाव के प्रभाव से बुधवार को ओडिशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, झारखंड, यूपी, बिहार, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल और पूर्वोत्तर के राज्यों में भारी बारिश होने की संभावना : उत्तर-पश्चिम बंगाल के ऊपर निम्न दबाव का क्षेत्र बना है। इसके प्रभाव से मंगलवार को ओडिशा, पश्चिम बंगाल के गंगा तट के इलाकों और झारखंड समेत पूर्वी मध्य हिस्सों और पूर्वोत्तर भारत में जमकर बारिश हुई। अगले दो दिन इसके उत्तरी ओडिशा और दक्षिणी झारखंड की तरफ पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ने की संभावना है। इसके प्रभाव से ओडिशा के साथ ही झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश और पूर्वोत्तर भारत के लगभग सभी राज्यों में अगले तीन दिन भारी बारिश होने की संभावना है।भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की ओर से जारी रेड अलर्ट के मुताबिक ही गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ इलाकों में मंगलवार को मूसलाधार बारिश हुई। जूनागढ़ के विसावदार तालुका में सबसे अधिक 302 मिमी वर्षा दर्ज की गई। राज्य आपदा संचालन केंद्र के आंकड़ों के मुताबिक, गुजरात में अब तक 870 मिमी या औसत सलाना बरसात का 99.27 फीसदी बारिश हो चुकी है। आईएमडी के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के ऊपर चक्रवात की स्थिति बनी हुई है, इसके प्रभाव में गुजरात के निकटवर्ती क्षेत्रों में अगले 24 घंटे के दौरान भारी बारिश होने की संभावना है।आईएमडी के मुताबिक, ओडिशा के तट के पास बने निम्न दबाव के प्रभाव से बुधवार को ओडिशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, झारखंड, यूपी, बिहार, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल और पूर्वोत्तर के राज्यों में भारी बारिश होने की संभावना है। वहीं, बृहस्पतिवार और शुक्रवार को भी उत्तर प्रदेश, बिहार, पूर्वी और पश्चिमी मध्य प्रदेश समेत पूर्वी भारत और पूर्वोत्तर के सभी राज्यों में भारी और कहीं-कहीं बहुत भारी बारिश हो सकती है।

पिंडदान भी अब डिजिटल हो गया है. बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम के द्वारा जारी ई-पिंडदान पैकेज की शुरूआत की गई!

News Pratyaksh | Updated : Wed 20th Sep 2023, 05:38 pm
पिंडदान भी अब डिजिटल हो गया है. बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम के द्वारा जारी ई-पिंडदान पैकेज की शुरूआत की गई : इसके तहत पंडा द्वारा विष्णु पद मंदिर, अक्षय वट एवं फल्गु नदी के किनारे पिंडदान किया जाएगा. फिर वीडियो रिकार्डिंग कराई जाएगी, जो पेन ड्राइव के माध्यम से संबंधित श्रद्धालु को पंडा द्वारा मुहैया कराया जाएगा. इसके लिए श्रद्धालुओं को 20,476 रुपये खर्च करने पड़ेंगे. इसमें पूजन सामग्री एवं पंडित का दक्षिणा भी शामिल किया गया है. इसमें टैक्स सहित कुल मिलाकर ई- पिंडदान पर 23 हजार रुपए का पैकेज तैयार किया गया है.इस संबंध में जानकारी देते हुए गया के डीएम डॉक्टर त्यागराजन एसएम ने बताया कि यह सुविधा मुख्य रूप से विदेश में रहने वाले तथा जो गयाजी आने में असमर्थ है उन श्रद्धालुओं के लिए है. इस सुविधा के लिए श्रद्धालुओं को बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम पर ऑनलाइन करने होंगे. हालांकि इन्होंने सभी श्रद्धालुओं से गया जी आकर पिंडदान करने के लिए अपील किए हैं. इन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं को गया में किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी. यहां जिला प्रशासन के स्तर से हर तैयारी कर ली गई है.28 सितंबर से पितृपक्ष मास की शुरुआत हो रही है, जो 14 अक्टूबर तक रहेगी. पितृपक्ष के दौरान देश-विदेश के लोग गया जी में अपने पूर्वजों का पिंडदान करने पहुंचते हैं. वैसे तो गया जी में सालों भर पिंडदान का विधान है, लेकिन पितृपक्ष के दौरान पिंडदान करने से पितरों के द्वारा विशेष आशीर्वाद मिलता है. पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है. कहा जाता है कि पितृपक्ष के दौरान पितर किसी न किसी रूप में गयाजी आते हैं.अपने परिजनों द्वारा किए गये पिंड पाकर तृप्त हो जाते हैं.इस वर्ष पितृपक्ष मास के दौरान गयाजी में 15 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. जिला प्रशासन के स्तर से पितृपक्ष मास को लेकर तैयारी जोर-शोर से चल रही है. पितृपक्ष मास के दौरान गया जी में अधिक भीड़ होने के कारण कई लोग गयाजी नहीं पहुंच पाते. ऐसे में उनके लिए पर्यटन विभाग के द्वारा ई-पिंडदान की व्यवस्था की गई है. #newspratyaksh #bihar #PindDaan #digital  

8 साल के बच्चे की हत्या करने वाले भी नाबालिग ही थे!

News Pratyaksh | Updated : Wed 20th Sep 2023, 05:36 pm
#newspratyaksh #Jharkhand #Koderma #KidnappingCase #MurderCase झारखंड की कोडरमा पुलिस ने हत्या के एक ऐसे मामले का खुलासा किया है जिसमें 8 साल के बच्चे की हत्या करने वाले भी नाबालिग ही थे. थाना क्षेत्र के जलवाबाद में 8 वर्षीय अब्दुल समद की हत्या कर दी गई थी जिसकी गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. इस मामले में दो नाबालिग आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा है और रिमांड होम भेजने की तैयारी में है.14 सितंबर को घर के बाहर खेलते वक्त अब्दुल समद का अपहरण कर लिया गया था और चार दिनों के बाद उसका शव घर के पास ही एक अर्धनिर्मित मकान से प्लास्टिक की बोरी से बरामद किया गया था. फिरौती मांगने और अब्दुल समद के मामा से दुश्मनी का बदला लेने के लिए अब्दुल समद का अपहरण कर उसकी हत्या की गई थी. पुलिस कप्तान ने बताया कि 14 सितंबर को शाम में अपहरण के बाद ही रस्सी से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी गई थी और शव को छिपाने की नीयत से प्लास्टिक की बोरी में बांधकर रखा गया था.मामले की जानकारी देते हुए कोडरमा के एसपी अनुदीप सिंह ने बताया कि कुछ साल पहले आरोपियों के द्वारा मदरसा में चोरी की घटना को अंजाम दिया गया था और उसी घटना के उद्वभेदन में अब्दुल समद के मामा की अहम भूमिका थी. इसके बाद से ही नाबालिग आरोपी समद की हत्या कर उसके मामा से बदला लेना चाह रहे थे. घटनास्थल से पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल की गई रस्सी और मृतक के चप्पल भी बरामद किए थे, इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज के जरिए नाबालिगों की पहचान की गई. एसपी ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों जो कि नाबालिग हैं ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है.

मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत इस साल अक्टूबर के पहले सप्ताह में बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा के लिए गोवा भेजने का निर्णय!

News Pratyaksh | Updated : Wed 20th Sep 2023, 12:00 am
#newspratyaksh #Jharkhand #jharkhandgovernment #govtschemes पर्यटन, कला संस्कृति एवं खेलकूद विभाग ने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत इस साल अक्टूबर के पहले सप्ताह में बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा के लिए गोवा भेजने का निर्णय लिया है. इसे लेकर बीपीएल बुजुर्गों से आवेदन मंगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. झारखंड टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड की ओर से प्रदेश के ईसाई धर्मावलम्बियों के लिए बीपीएल श्रेणी के लाभुक तीर्थयात्रियों को विशेष ट्रेन से गोवा की तीर्थ यात्रा कराया जायेगा.इसके लिए राज्य भर से 1000 लोगों को गोवा भेजा जाएगा. वहीं पलामू जिले से 59 ईसाई धर्मावलम्बियों को भेजे जाने का लक्ष्य दिया गया है.जिला खेल सह पर्यटन पदाधिकारी उमेश लोहरा ने कहा कि इस तीर्थ यात्रा के लिए तीर्थयात्री की उम्र 60 वर्ष से अधिक और झारखंड राज्य के स्थाई निवासी होना चाहिए. वहीं तीर्थयात्री बीपीएल श्रेणी के अंतर्गत आना चाहिए और कर दाता नहीं होना चाहिए साथ हीं तीर्थयात्री द्वारा पहले से इस प्रकार का तीर्थ दर्शन योजना का लाभ नहीं लिया गया हो.उन्हे हीं तीर्थ स्थल पर भेजा जायेगा.उन्होंने बताया की गोवा में मौजूद ईसाई धर्म के तीर्थ स्थल पर सात से दस दिनों का ट्रिप कराया जाएगा. जहां अलग अलग चर्च के दर्शन लोग कर सकेंगे. वहीं रहने खाने का पूरा प्रबंध सरकार द्वारा किया जायेगा. आने जाने के लिए जिला से लेकर तीर्थ स्थल और वापसी के खर्च सरकार वहन करेगी.उन्होंने बताया की आवेदक तीर्थ दर्शन योजना के लाभ लेने हेतु दो प्रतियों में निर्धारित प्रपत्र में आवेदन के साथ 2 फोटो के साथ मूल चिकित्सा प्रमाण-पत्र Fit for Travel Certificate लगा कर निकटतम प्रखंड विकास पदाधिकारी के पास देना होगा. जिसके बाद तीर्थ यात्रियों का चयन जिला स्तरीय प्रबंधन समिति के द्वारा किया जाएगा. वहीं तीर्थ यात्रियों का चयन ‘पहले आओ पहले पाओ’ के आधार पर किया जाएगा. यदि तीर्थ यात्रियों की संख्या निर्धारित अंश से अधिक बढ़ जाती है तो इससे अतिरिक्त एक प्रतीक्षा सूची (निर्धारित अंश का 10%) भी तैयार की जाएगी.प्रतीक्षा सूची में रखे तीर्थ यात्रियों को अगले साल योजना के तहत तीर्थ यात्रा के लिए भेजा जाएगा.