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लालू यादव के करीबी राजद विधायक आलोक मेहता के 16 ठिकानों पर ED का छापा :

News Pratyaksh | Updated : Fri 10th Jan 2025, 11:53 am
लालू यादव के करीबी राजद विधायक आलोक मेहता के 16 ठिकानों पर ED का छापा :पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व रेल मंत्री और राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की पार्टी के विधायक आलोक मेहता के 16 ठिकाने पर प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने छापेमारी की है। ईडी की अलग-अलग टीम पूर्व मंत्री आलोक मेहता के पटना, समस्तीपुर, वैशाली, दिल्ली, उत्तर प्रदेश के 16 ठिकानों पर पहुंची है। आलोक मेहता पर बैंक लोन से जुड़े मामलों में गड़बड़ी करने का आरोप लगा है। इन्हीं सब गड़बड़ियों की जांच करने के लिए ईडी के अधिकारी उनके ठिकानों पर पहुंचे हैं। पटना विश्वविद्यालय के छात्र रहे आलोक मेहता बिहार के सीनियर राजनेता हैं। राजद में बहुत कम लोग ऐसे हैं, जो लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव- तीनों के चहेते हैं। आलोक मेहत हर बार महागठबंधन सरकार में मंत्री रहे हैं और हर बार उन्हें राजद ने मजबूत विभाग दिए थे। जनवरी 2024 में महागठबंधन सरकार गिरने से पहले जब आईएएस केके पाठक से तत्कालीन शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर की ठनी हुई थी तो राजद ने वह विभाग अपने विश्वसनीय आलोक मेहता को दिया था। बिहार के हिसाब से बेहद खास राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग लंबे समय तक आलोक मेहता के पास रहा था।

हिंदू को बना दिया मुसलमान, मुस्लिम का भी धर्म बदला ;

News Pratyaksh | Updated : Thu 09th Jan 2025, 11:07 am
हिंदू को बना दिया मुसलमान, मुस्लिम का भी धर्म बदला ;दरभंगा परिवहन कार्यालय से फर्जी तरीके से ड्राइविंग लाइसेंस बनाये जाने के मामले में परिवहन विभाग के सचिव ने दरभंगा के डीएम राजीव रौशन को कार्रवाई का निर्देश दिया है। कहा है कि फर्जीवाड़ा करने वाले तत्कालीन डीटीओ शशि शेखरण और प्रभारी लिपिक कुमार गौरव के खिलाफ प्रपत्र 'क ' गठित करते हुए प्राथमिकी दर्ज करने को कहा है। जबकि इसी मामले में तत्कालीन डाटा ऑपरेटर रूपेश कुमार और प्रोग्रामर विक्रमजीत प्रताप की सेवा बेल्ट्रोन को वापस करने का निर्देश दिया है। बताया जा रहा है कि तत्कालीन डीटीओ शशि शेखरण द्वारा मधुबनी में पदस्थापित रहने के दौरान दरभंगा परिवहन कार्यालय से एक ही ड्राइविंग लाइसेंस नम्बर पर तीन लोगों का लाइसेंस निर्गत करने का मामला सामने आया था। इस ड्राइविंग लाइसेंस को निर्गत करने में जाति और धर्म कुछ भी नहीं देखते हुए लाइसेंस निर्गत कर दिया गया था। इस मामले ने काफी तूल तब पकड़ा जब दरभंगा व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता राशिद खान द्वारा इस मामले को लोक शिकायत निवारण केंद्र गुहार लगाई थी। इसके बाद जब जांच शुरू हुई तो ड्राइविंग लाइसेंस को बनाने के दौरान न तो उम्र का ख्याल रखा गया न ही जन्मतिथि और न ही पिता के नाम ही ख्याल रखा गया था। एक ही लाइसेंस नम्बर पर बिहार, झारखंड, सहित अन्य राज्यों के लोगों के नाम से लाइसेंस बना दिया गया।मामला तूल पकड़ा तो दरभंगा के डीएम के निर्देश पर जांच करवाई गई। इसके बाद डीटीओ ने 13 अगस्त 2024 के तहत गठित रिपोर्ट दिया तो बड़ा खुलासा हुआ। जांच समिति में अपर जिला परिवहन पदाधिकारी (एडीटीओ) स्नेहा अग्रवाल, मोटरयान निरीक्षक सिद्दार्थ शंकर त्रिपाठी और सतीश कुमार के अलावा प्रोग्रामर सोनी कुमारी शामिल थे। इस मामले के लिए गठित टीम ने जांच में पाया कि तत्कालीन डीटीओ शशि शेखराम ने मधुबनी में बैठकर दरभंगा जिला से ड्राइविंग लाइसेंस बनाया गया। इस मामले में एक ही लाइसेंस नंबर का इस्तेमाल कर बिहार सहित अरुणाचल प्रदेश और झारखंड में अलग-अलग लोगों के नाम, जन्मतिथि और उनके पते के साथ फर्जी लाइसेंस जारी किए गए हैं। इतना ही रहता तो कोई बात नहीं यहां इतने बड़े भ्रष्टाचार में यह धर्म का भी ख्याल नहीं रखा गया। हिन्दू व्यक्ति मुस्लिम बताया गया है और मुस्लिम को हिन्दू बताते हुए ड्राइविंग लाइसेंस बना दिया गया है।

पुल के पास उत्पाद विभाग की पुलिस और बाइक सवारों के बीच जबरदस्त झड़प :

News Pratyaksh | Updated : Thu 09th Jan 2025, 11:06 am
पुल के पास उत्पाद विभाग की पुलिस और बाइक सवारों के बीच जबरदस्त झड़प :बक्सर जिले के देवल पुल के पास बुधवार को उत्पाद विभाग की पुलिस और बाइक सवारों के बीच जबरदस्त झड़प हो गई। इस घटना में कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए और इलाके में तनाव का माहौल बन गया। पुलिस के मुताबिक, बाइक सवार यूपी से बिहार आ रहे थे और जब उन्हें जांच के लिए रोका गया तो वह भड़क गए और पुलिस से उलझने लगे।पुलिस ने बताया कि बाइक सवार जब जांच के लिए रोके गए तो उन्होंने खुद को स्थानीय निवासी बताते हुए जांच से बचने की कोशिश की। इस दौरान उनका व्यवहार आक्रामक हो गया और पुलिस के साथ बहस शुरू कर दी। बहस बढ़ने के बाद बाइक सवारों और पुलिसकर्मियों के बीच धक्का-मुक्की हो गई। इससे कुछ पुलिसकर्मी मामूली रूप से घायल हो गए।घटना के बाद इलाके में तनाव फैलने पर पुलिस ने मौके पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए। साथ ही, स्थिति को काबू में करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया गया। घटना के बाद पुलिस ने सात अज्ञात लोगों और शेष मुनि चौधरी, चंदन चौधरी और छोटू चौधरी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। पुलिस ने इस मामले में एक युवक को गिरफ्तार भी किया है, जबकि अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है।

पुलिसकर्मियों को कुचलने का प्रयास; सहरसा में भागते समय फायरिंग :

News Pratyaksh | Updated : Thu 09th Jan 2025, 10:14 am
बिहार में एक तरफ शराब पर पूर्ण प्रतिबंध है तो दूसरी तरफ चोरी छिपे शराब कारोबार में जुटे तस्कर पुलिस को कुचलने और फायरिंग करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा घटना सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर की है। चार पहिया वाहन से भारी मात्रा में अंग्रेजी शराब और अन्य आपत्तिजनक सामान ले जाने की सूचना पर गश्ती में तैनात पुलिसकर्मियों ने रोकने का प्रयास किया को तस्करों ने कुचलने के अंदाज में गाड़ी का रुख कर दिया। इसमें असफल रहे तो भागने के क्रम में तस्करों ने सिमरी बख्तियारपुर पुलिस पर फायरिंग कर दी। सिमरी बख्तियारपुर पुलिस के दो सब इंस्पेक्टरों ने भी आत्मरक्षार्थ गोली चलाई। घिरता देख अपराधी पुलिस को चकमा देकर स्कॉर्पियो और अंग्रेजी शराब को छोड़ कर फरार हो गए।

पुलिसकर्मियों को कुचलने का प्रयास; सहरसा में भागते समय फायरिंग :

News Pratyaksh | Updated : Thu 09th Jan 2025, 09:26 am
पुलिसकर्मियों को कुचलने का प्रयास; सहरसा में भागते समय फायरिंग :बिहार में एक तरफ शराब पर पूर्ण प्रतिबंध है तो दूसरी तरफ चोरी छिपे शराब कारोबार में जुटे तस्कर पुलिस को कुचलने और फायरिंग करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा घटना सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर की है। चार पहिया वाहन से भारी मात्रा में अंग्रेजी शराब और अन्य आपत्तिजनक सामान ले जाने की सूचना पर गश्ती में तैनात पुलिसकर्मियों ने रोकने का प्रयास किया को तस्करों ने कुचलने के अंदाज में गाड़ी का रुख कर दिया। इसमें असफल रहे तो भागने के क्रम में तस्करों ने सिमरी बख्तियारपुर पुलिस पर फायरिंग कर दी। सिमरी बख्तियारपुर पुलिस के दो सब इंस्पेक्टरों ने भी आत्मरक्षार्थ गोली चलाई। घिरता देख अपराधी पुलिस को चकमा देकर स्कॉर्पियो और अंग्रेजी शराब को छोड़ कर फरार हो गए।

शाम को गांव लौट रहे थे तीनों, ट्रक ने मारी ट्रक :

News Pratyaksh | Updated : Thu 09th Jan 2025, 09:24 am
नालंदा में भीषण सड़क हादसे में महिला समेत तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं दो महिला समेत तीन लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गये। बुधवार शाम को तीनों टेम्पो में बैठकर अपने गांव लौट रहे थे। इसी दौरान तेज रफ्तार ट्रक ने टेम्पो में टक्कर मार दी। हादसा इतना भीषण था कि तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद ट्रक चालक गाड़ी लेकर फरार हो गया। घटना नालंदा के छबीलापुर थाना इलाके के प्रगति पेट्रोल पंप के पास हुई। इधर, तीन लोगों की मौत के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। आसपास के लोगों की भीड़ लग गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से तीनों को राजगीर अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचाया गया। यहां से तीनों की चिंताजन स्थिति को देखते हुए तीन लोगों को पावापुरी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। अनुमंडलीय अस्पताल की उपाधीक्षक गौरव कुमार ने बताया कि सभी सरबहदा से टेंपो रिजर्व कर अपने गांव बरनौसा आ रहे थे। वहीं तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आने से तीनों की मौत हो गई। डॉक्टर गौरव ने बताया कि मृत महिला की पहचान बरनौसा निवासी गौतम कुमार की पत्नी कंचन देवी के रूप में हुई। वहीं अन्य दो की पहचान छपरा पंडारक निवासी दंगल प्रसाद के 30 वर्षीय पुत्र दिलीप कुमार एवं किशोरी प्रसाद के 50 वर्षीय पुत्र बिंदी प्रसाद के रूप में हुई है। वहीं घायलों में प्रियंका देवी, रिंकी देवी और रवि रंजन शामिल हैं। मृतक महिला कंचन देवी के पुत्र गौरव कुमार ने बताया कि सरबहदा बाजार में स्थित बैंक के काम से घर परिवार के लोग गए थे। वहीं वापस आने के क्रम में हादसा हुआ। हादसे के बाद अनुमंडल पदाधिकारी कुमार ओमकेश्वर, डीएसपी सुनील कुमार सिंह, इंस्पेक्टर संजय कुमार एवं छबीलापुर एवं राजगीर थाना के थाना अध्यक्ष अस्पताल पहुंचे। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।