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इस माह के अंत तक हर हाल में बच्चों को पोशाक उपलब्ध कराएं : झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक किरण कुमार पासी

News Pratyaksh | Updated : Tue 19th Sep 2023, 04:43 pm
सभी जिलों के शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा है कि इस माह के अंत तक हर हाल में बच्चों को पोशाक उपलब्ध कराएं : झारखंड के सरकारी स्कूल में पढ़ रहे बच्चों के लिए एक बहुत अच्छी खबर है. जिन बच्चों को अभी तक सरकार की तरफ से पोशाक नहीं मिली है उनको अब इस माह स्कूली पोशाक मिल जाएगी. क्योंकि झारखंड शिक्षा परियोजना की ओर से इसके लिए राज्य के सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी व जिला शिक्षा अधीक्षक को अहम दिशा निर्देश दी गई है. साथ ही इसी महीने के अंदर स्कूली बच्चों को पोशाक देने की बात की है.झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक किरण कुमार पासी ने एक समीक्षा बैठक की. इस बैठक में सभी जिला के जिला शिक्षा पदाधिकारी व जिला शिक्षा अधीक्षक शामिल हुए. समीक्षा के दौरान किरण कुमार पासी ने कहा कि सभी जिलों को 207 करोड रुपए पोशाक के लिए उपलब्ध कराया गया हैं.लेकिन अब तक केवल 22 करोड़ रुपए ही खर्च हुए हैं. राशि उपलब्ध कराए जाने के बाद भी बच्चों को अब तक पोशाक नहीं मिली है.बैठक के दौरान निर्देशक किरण कुमार पासी ने इस विषय को गंभीरता से लेते हुए सभी जिलों के शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा है कि इस माह के अंत तक हर हाल में बच्चों को पोशाक उपलब्ध कराएं. साथ ही अगर ऐसा नहीं होता है डीएसई पर सख्त कार्रवाई की जाएगी व पोशाक उपलब्ध कराने के बाद पदाधिकारी को इसकी जानकारी भी उपलब्ध करानी होगी.समीक्षा बैठक में 80 उत्कृष्ट विद्यालय में बच्चों के नामांकन व शिक्षकों के रिक्त पदों की स्थिति पर भी विचार विमर्श किया गया. सभी जिलों को निर्देश के अनुरूप जल्द से जल्द विद्यालय में शिक्षकों की प्रति नियुक्ति करने का निर्देश दिया गया है. बता दे, फिलहाल राज्य के 80 उत्कर्ष विद्यालय में शिक्षकों के 889 पद खाली है. इसके अलावा बैठक में स्कूलों को उपलब्ध कराई गई वार्षिक अनुदान राशि के खर्च की भी जानकारी जिलों से ली गई. #newspratyaksh #Jharkhand #GovernmentSchools #students  

कई कुर्मी संगठनों ने समुदाय के लिए अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मांग को लेकर 20 सितंबर से झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के नौ रेलवे स्टेशनों पर अनिश्चितकालीन रेल नाकाबंदी का किया आह्वान !

News Pratyaksh | Updated : Tue 19th Sep 2023, 04:39 pm
कई कुर्मी संगठनों ने समुदाय के लिए अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मांग को लेकर 20 सितंबर से झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के नौ रेलवे स्टेशनों पर अनिश्चितकालीन रेल नाकाबंदी का आह्वान किया है. इस प्रदर्शन के दौरान कुर्मी संगठन कुर्माली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग भी करेंगे. इन तीन राज्यों में, समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) में सूचीबद्ध किया गया है.झारखंड में कुर्मियों के अधिकारों के लिए लड़ने वाली अग्रणी संस्था टोटेमिक कुर्मी विकास मोर्चा (टीकेवीएम) के अध्यक्ष शीतल ओहदार ने सोमवार (18 सितंबर) को कहा कि यह आंदोलन पश्चिम बंगाल के आदिवासी कुर्मी समाज और ओडिशा के कुर्मी सेना सहित विभिन्न संगठनों द्वारा आयोजित किया जा रहा है. ओहदार ने यहां मीडिया को बताया कि 20 सितंबर से झारखंड के मुरी, गोमोह, नीमडीह, घाघरा स्टेशनों और पश्चिम बंगाल के खेमासुली और कुस्तौर के अलावा ओडिशा के हरिचंदनपुर, जराइकेला और धनपुर स्टेशनों पर अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू होगा.टीकेवीएम के अध्यक्ष शीतल ओहदार ने कहा, 'कुर्मी समुदाय के हजारों लोग अपनी पारंपरिक वेशभूषा, ढोल और अन्य संगीत वाद्ययंत्रों के साथ आंदोलन में भाग लेंगे और छऊ नृत्य, पाटा नृत्य, नटुवा नृत्य, घोड़ा नृत्य और झूमर नृत्य करेंगे.' गौरतलब है कि बीते दो साल में इन्हीं मांगों को लेकर कुर्मियों का यह दूसरा बड़ा आंदोलन है. इससे पहले अप्रैल 2023 में भी कुर्मी समुदाय के लोगों ने बड़ी संख्या में झारंखंड के कई रेलवे स्टेशनों पर धरना प्रदर्शन किया था. इस विरोध प्रदर्श के दौरान झारखंड में करीब 250 से अधिकर ट्रेनों को रद्द करना पड़ा था. आगामी 20 सितंबर को होने वाले प्रदर्श को लेकर कुर्मी संगठनों का दावा किया कि इस बार 20 सितंबर से इस बार प्रदेश के सिर्फ चार जगहों से नीमडी, गोमो, मनोहरपुर और मुरी में बड़ी संख्या में लोग एक साथ रेल पटरियों पर डेरा डालेंगे. इस आंदोलन को लेर आदिवासी कुर्मी समाज के एक प्रवक्ता ने बताया कि इस बार समुदाय अपनी मांगो लेकर 'रेल टेका, डहर छेका' (रेल रोको, रास्ता रोको) का आंदोलन अभूतपूर्व होगा. प्रदर्शन के दौरान नेशनल हाईवे को भी रोकने के प्लान बना रहे हैं. वहीं आदिवासी संगठन कुर्मी समुदाय की एसटी की मांग का विरोध जता रहे हैं. उनका कहना है कि कुर्मी समुदाय को एसटी का दर्जा देना आदिवासी समुदाय के अस्तित्व पर हमला है. #newspratyaksh #kurmi #RailRokoAndolan  

नेपाल से भारतीय सीमा में प्रवेश करते बंग्लादेश के एक नागरिक गिरफ्तार!

News Pratyaksh | Updated : Tue 19th Sep 2023, 04:36 pm
नेपाल से भारतीय सीमा में प्रवेश करते बंग्लादेश के एक नागरिक को गिरफ्तार किया गया। श्रवण बरुआ के पास से बंग्लादेश का पासपोर्ट मिला है। इसके साथ भारत का नागरिक पहचान पत्र, आधार कार्ड और पैन कार्ड के अलावा वोटर आईडी भी मिला। इस पर गया जिले का निवासी बताया गया है। आधार कार्ड पर गिरफ्तार श्रवण बरुआ के पिता का नाम नेपाल बरुआ बताया गया है, जो बुद्ध इन्टरनेशनल वलफरे मिशन, अमवा, निरंजना रिजॉर्ट के सामने बोधगया, जिले गया का निवासी बताया गया है। श्रवण बरुआ की गिरफ्तारी के बाद आईबी, एसएसबी और रक्सौल थाने की टीम मौके पर पहुंचकर जांच में जुटी है। बंग्लादेश से जारी पार्सपोर्ट की अवधि 3 मार्च 2019 को समाप्त हो गई है। बोधगया में रहने वाले श्रवण बरुआ बंग्लादेश से भारत कैसे आया और फिर यहां आधार कार्ड के साथ-साथ पैन कार्ड और भारतीय पासपोर्ट कैसे बनाया, ये अहम सवाल है। इसकी जांच में विभिन्न विभागों के अधिकारी जुटे हैं। #newspratyaksh #bharatnepal #border #bangladeshi  

डीएमसीएच में डेंगू से पीड़ित एक मरीज की मौत से हड़कंप!

News Pratyaksh | Updated : Tue 19th Sep 2023, 04:34 pm
उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल डीएमसीएच में डेंगू से पीड़ित एक मरीज की मौत से हड़कंप मच गया। डीएमसीएच में इलाजरत डेंगू पीड़ित मरीज शिवाजीनगर मुहल्ला स्थित वार्ड नंबर 22 निवासी मुकेश मंडल की पत्नी शारदा देवी की मौत हो गई है। नगर निगम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष पप्पू कुमार महतो ने बताया मेरे पड़ोस में रहने वाले मुकेश मंडल की पत्नी कई दिनों से डेंगू से पीड़ित होकर डीएमसीएच में इलाजरत थी। शारदा देवी का निधन डीएमसीएच में इलाज के दौरान हो गया है। इससे मुहल्ले के लोग काफी डरे सहमे हुए है। उन्होंने बताया कि मृतक के परिवार में ही अभी चार लोग और डेंगू से पीड़ित है, जिनका घर पर ही इलाज चल रहा है। #newspratyaksh #DMCH #dengue