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बिहार सरकार के नगर विकास एवं आवास विभाग की ओर से नए बस स्टैंड के के लिए 7.5 करोड़ (पहली किस्त) की राशि की स्वीकृति दे दी गई :

News Pratyaksh | Updated : Mon 03rd Feb 2025, 11:33 am
बिहार सरकार के नगर विकास एवं आवास विभाग की ओर से नए बस स्टैंड के के लिए 7.5 करोड़ (पहली किस्त) की राशि की स्वीकृति दे दी गई :बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार  प्रगति यात्रा  के तहत अलग-अलग जिलों का दौरा कर रहे हैं. हर जिलों में वे करोड़ों की योजनाओं की सौगात दे रहे हैं. 20 जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुपौल पहुंचे थे. सुपौल को भी कई योजनाओं की सौगात दी गई थी. जिले में नया बस स्टैंड बनाया जाना है. इसको लेकर अब अच्छी खबर आई है कि बिहार सरकार के नगर विकास एवं आवास विभाग की ओर से नए बस स्टैंड के लिए 7.5 करोड़ (पहली किस्त) की राशि की स्वीकृति दे दी गई है. इस राशि का उपयोग 5 एकड़ 14.85 डिसमिल भूमि के अधिग्रहण के लिए किया जाएगा. यह स्वीकृति मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा के दौरान की गई घोषणा के करीब दो सप्ताह के अंदर दी गई है. नगर परिषद सुपौल के मुख्य पार्षद राघवेंद्र झा की ओर से प्रस्तुत प्रस्ताव के अनुसार इस परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण के लिए अनुमोदित व्यय 7.5 करोड़ रुपये होगा जिसे वित्तीय वर्ष 2024-25 में सहायक अनुदान के रूप में प्रदान किया जाएगा.सरकारी आदेश के अनुसार, यह राशि नगर परिषद, सुपौल को हस्तांतरित की जाएगी और नगर विकास एवं आवास विभाग की निगरानी में इसका उपयोग होगा. फंड को सीएफएमएस (CFMS) के माध्यम से ऑनलाइन हस्तांतरित किया जाएगा. बिहार सरकार ने यह भी निर्देश दिया है कि भूमि अधिग्रहण और अन्य प्रक्रिया निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरी की जाए.बिहार कोषागार संहिता के नियमों के तहत अधिग्रहण प्रक्रिया की प्रमाणिकता सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभाग को 18 माह के भीतर आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध कराने होंगे. इस योजना की वित्तीय प्रक्रियाओं को लेकर महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी), बिहार, पटना को भी सूचित कर दिया गया है. सरकार के इस फैसले से सुपौल में बेहतर परिवहन सुविधाओं के विकास को बल मिलेगा और यात्रियों को सुविधा मिलेगी.

युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार को प्राथमिकता :

News Pratyaksh | Updated : Wed 29th Jan 2025, 10:50 am
युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार को प्राथमिकता : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि राज्य में 'मईयां सम्मान योजना' सहित अन्य कल्याणकारी और विकास योजनाओं के लिए राशि जुटाना बड़ी चुनौती जरूर है, लेकिन हमारी सरकार इसके लिए राज्य के लोगों पर किसी तरह का अतिरिक्त बोझ नहीं डालेगी. सरकार अपने आंतरिक संसाधनों के जरिए आवश्यक राशि जुटाएगी. मुख्यमंत्री मंगलवार को झारखंड मंत्रालय में वर्ष 2025-26 के राज्य बजट के निर्माण के पूर्व विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों के साथ विमर्श के लिए आयोजित संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस वर्ष के बजट में युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार के ज्यादा से ज्यादा अवसर उपलब्ध कराने से जुड़ी योजनाओं और प्रयासों को प्राथमिकता दी जाएगी.उन्होंने कहा कि जीएसटी लागू होने के बाद केंद्र सरकार की ओर से राज्यों को जो क्षतिपूर्ति राशि दी जाती थी, वह अब बंद हो चुकी है. इसके बाद से राज्यों को वित्तीय प्रबंधन के लिए पूरी राशि खुद जुटानी पड़ती है. हमारी सरकार ने बीते वर्षों में अपने संसाधनों का उपयोग कर विकास के विभिन्न सूचकांकों पर उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं. कुछ सूचकांक तो ऐसे हैं, जिनमें झारखंड पूरे देश में पहले नंबर पर है.राज्य की आर्थिक चुनौतियों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हम खनिज संपदाओं के मामले में संपन्न हैं, लेकिन इसके बावजूद इस सच्चाई को स्वीकार करना चाहिए कि पिछले दो दशकों में हमारा राज्य विकास के मामले में पिछड़ा रह गया है. उन्होंने कहा कि हमारी खनिज संपदाएं देश की अर्थव्यवस्था का बड़ा आधार हैं, लेकिन इसके बावजूद अपने राज्य के विकास के लिए संसाधन कम पड़ते हैं. हमारा उद्देश्य वैसी दूरगामी योजनाएं बनाना और उन्हें धरातल पर उतारना है, जिनका लाभ आने वाली पीढ़ियों को भी मिले.उन्होंने 'मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना' का उल्लेख करते हुए कहा कि यह महिलाओं की आर्थिक आत्मनिर्भरता की दिशा में ठोस कदम साबित हुआ है. संगोष्ठी को संबोधित करते हुए राज्य के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि विगत पांच वर्षों में राज्य ने मजबूत वित्तीय प्रबंधन का उदाहरण पेश किया है. राजकोषीय घाटे की जो सीमा निर्धारित है, हमारा राज्य उस सीमा से बहुत नीचे है। 2024 में लोकसभा और विधानसभा चुनाव के कारण कई महीनों तक आचार संहिता लागू रहने के बावजूद हमारी सरकार ने दिसंबर महीने तक राजस्व वसूली का 54 प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया है.

सरकार को लगाया ₹1000000000 का चूना! :

News Pratyaksh | Updated : Wed 29th Jan 2025, 10:48 am
सरकार को लगाया ₹1000000000 का चूना! :गिरिडीह. झारखंड के गिरिडीह जिले के जमुआ थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले लताकी में पत्थर माफियाओं ने सरकार को 100 करोड़ से अधिक का राजस्व चूना लगा दिया है. इतना ही नहीं पत्थर माफियाओं ने जिले की सबसे बड़ी उसरी नदी पर अवैध अतिक्रमण करते हुए बीचो-बीच आधा किलोमीटर सड़क बना दिया है, जिससे नदी की जलधारा प्रभावित हो रही है और नदी का स्वरूप बिगड़ चुका है. बताया गया कि यहां पर विजय राय के द्वारा 1.95 एकड़ एरिया में रिलीज लिया गया है, लेकिन पत्थर का उत्खनन लगभग 5 एकड़ एरिया में किया जा रहा है.इतना ही नहीं सरकार को राजस्व भी नहीं दिया जा रहा है जिसके वजह से माइनिंग विभाग ने डेढ़ करोड़ से अधिक का फाइन मारते हुए पत्थर के उत्खनन और ट्रांसपोर्टेशन पर रोक लगाते हुए चलन देना बंद कर दिया है. बावजूद पत्थरों का अवैध उत्खनन धड़ल्ले से जारी है. पत्थर माफिया ने अवैध पत्थर की ढुलाई के लिए उसरी नदी के बीचो-बीच आधा किलोमीटर सड़क बना दिया है.ऐसे में नदी अब अपनी एक्जिस्टेंशल क्राइसिस से गुजर रही है. इस मामले पर उसरी नदी बचाओ अभियान के संयोजक राजेश सिन्हा ने कहा की बेहद ही गंभीर मामला है. पत्थर माफियाओं की हिम्मत देखिए कि शासन प्रशासन का कोई डर नहीं है. ना सिर्फ अवैध माइनिंग कर रहे हैं, बल्कि नदी पर भी अतिक्रमण कर लिया है और विभाग कार्रवाई नहीं कर रही है. हालांकि इस मामले को गिरिडीह उपायुक्त नमन प्रियेस लकड़ा ने गंभीरता से लिया है और कहा कि अवैध माइनिंग और नदी पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. नदी की मैपिंग भी की जाएगी, जहां अतिक्रमण किया गया है वहां अतिक्रमण मुक्त किया जाएगा.

उपमुख्यमंत्री ने तेजस्वी यादव पर लगाया 26 करोड़ की गड़बड़ी का आरोप :

News Pratyaksh | Updated : Wed 29th Jan 2025, 10:03 am
उपमुख्यमंत्री ने तेजस्वी यादव पर लगाया 26 करोड़ की गड़बड़ी का आरोप :बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा द्वारा उठाए गए आरोपों ने राज्य में सड़कों के निर्माण और पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अगर ये आरोप सही साबित होते हैं तो आने वाले समय में राजनीतिक तकरार भी बढ़ सकती है। यह मामला अभी आगे कैसे बढ़ता है, यह देखने वाली बात होगी। मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान विजय सिन्हा ने आरोप लगाया कि पथ निर्माण विभाग की ओर से बनाई गई सड़कों के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है और 26 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि गलत तरीके से भुगतान की गई है। यह गड़बड़ी तब हुआ जब तेजस्वी यादव इस विभाग के मंत्री थे। उन्होंने कहा कि राजा कंस्ट्रक्शन कंपनी और इन परियोजनाओं से जुड़ी अन्य कंपनियों की जांच होगी, ताकि सच्चाई सामने आ सके और जो भी जिम्मेदार हैं, उन्हें जवाबदेह ठहराया जा सके। अगर सड़कों की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं, तो यह जनता की सुरक्षा और पैसों के गलत उपयोग को लेकर भी चिंताजनक है।विजय सिन्हा ने कहा कि गया, जमुआ और भिंडस की सड़कों के निर्माण में गड़बड़ी की गई है। इन परियोजनाओं को पूरा करने का काम राजा कंस्ट्रक्शन कंपनी को सौंपा गया था। डिप्टी सीएम ने कहा कि राजा कंस्ट्रक्शन के कामों की पूरी समीक्षा की जाएगी। लोगों ने शिकायत की है कि सड़क निर्माण में घटिया पत्थरों का इस्तेमाल हुआ है। उन्होंने तेजस्वी पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता में बैठे लोगों ने वित्तीय गड़बड़ियां कीं और दोषी अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की। इससे विभाग को भारी नुकसान हुआ।डिप्टी सीएम ने बांका जिले के सुल्तानगंज में कांवरिया पथ निर्माण में हुई गड़बड़ी का भी जिक्र किया। पथ निर्माण विभाग के पूर्व और वर्तमान प्रोजेक्ट्स की जांच की जाएगी। सड़कों और पुलों का हेल्थ कार्ड बनाया जाएगा। इसके लिए आईआईटी और एनआईटी के इंजीनियरों की एक टीम गठित की जाएगी, जो विभाग की सभी योजनाओं की जांच करेगी। गड़बड़ी करने वालों और उन्हें संरक्षण देने वालों पर कार्रवाई होगी।

ट्रंप के इस फैसले पर फूट-फूटकर रोईं वर्ल्ड फेमस सिंगर सेलेना गोमेज :

News Pratyaksh | Updated : Tue 28th Jan 2025, 11:05 am
ट्रंप के इस फैसले पर फूट-फूटकर रोईं वर्ल्ड फेमस सिंगर सेलेना गोमेज :हॉलीवुड सिंगर सेलेना गोमेज ने 27 जनवरी को एक वीडियो इंस्टाग्राम स्टोरी पर शेयर किया था. इस वीडियो में वह में फूट-फूटकर अपना दुखड़ा रोते नजर आ आ रही है. सिंगर ने अपने बच्चो पर हमला होने की भी बात कही है. सेलेना के इस वीडियो ने उनके फैंस को चिंता में डाल दिया है. हालांकि सिंगर ने कुछ देर के बाद इस वीडियो को अपने अकाउंट से डिलीट कर दिया है. आइए जानते हैं कि सिंगर के रोने की वजह...अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प राज्य में तेजी से बदलाव कर रहे हैं. सत्ता में आते ही ट्रंप ने अवैध प्रवासियों में शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. ट्रंप सरकार अवैध प्रवासियों को उनके देश वापस भेजना शुरू कर दिया है. इसके तहत 500 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस बीच सेलेना ने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर रोते हुए एक वीडियो पोस्ट किया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.वीडियो में सेलेना रोते हुए कहती हैं, 'मेरे सभी लोगों पर अटैक हो रहा है, बच्चों पर भी. मुझे समझ नहीं आ रहा है. मुझे बहुत दुख है, काश मैं कुछ कर पाती, लेकिन मैं कुछ भी नहीं कर पा रही हूं. मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा कि मुझे क्या करना है. मैं हरसंभव कोशिश करूंगी, मैं वादा करती हूं'. 32 साले की सिंगर ने इस वीडियो के कैप्शन में मैक्सिकन फ्लैग के साथ 'आई एम सॉरी' लिखा है.वीडियो पोस्ट करने के कुछ घंटों बाद, सेलेना ने इसे डिलीट कर दिया और अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक और मैसेज पोस्ट किया, जिसमें लिखा था, 'जाहिर है लोगों के लिए सहानुभूति दिखाना ठीक नहीं है'. वहीं, 28 जनवरी को सुबह-सुबह सेलेना ने एक और पोस्ट किया और लिखा है, 'ओह मिस्टर पार्कर, मिस्टर पार्कर. हंसी और धमकी के लिए धन्यवाद'.

एक मेडिकल छात्र सुरेंद्र कुमार की हार्ट अटैक से मौत हो गई :

News Pratyaksh | Updated : Sat 25th Jan 2025, 11:21 am
एक मेडिकल छात्र सुरेंद्र कुमार की हार्ट अटैक से मौत हो गई :बिहार के मुजफ्फरपुर में श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज के एक मेडिकल छात्र सुरेंद्र कुमार की हार्ट अटैक से मौत हो गई. वह 26 साल का था और सहरसा का रहने वाला था. सुरेंद्र एमबीबीएस कोर्स के सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रहा था. शुक्रवार रात तबीयत बिगड़ने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया. कॉलेज की प्राचार्या प्रोफेसर आभा रानी सिन्हा ने इस बात की जानकारी दी.सुरेंद्र की मौत के बाद कॉलेज के अन्य छात्र-छात्राओं में हड़कंप मच गया. कॉलेज प्रशासन ने उसके परिजनों को सूचना दे दी है. बताया जा रहा है कि कॉलेज में मेडिकल के छात्रों की परीक्षा चल रही है. श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज का सेंटर एमआईटी में है. परीक्षा समाप्त होने के बाद सुरेंद्र अपने कमरे में पहुंचा. वहां अपने साथी से ठंड लगने की बात कही. इसके बाद उसके दोस्त ने रूम हीटर चालू किया. उसके बाद भी उसकी तबीयत में सुधार नहीं हुई.शुक्रवार रात साढ़े 8 बजे सुरेंद्र की हालत ज्यादा खराब हो गई. उसके साथी तुरंत उसे अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में ले गए. डॉक्टरों के काफी प्रयास के बाद भी सुरेंद्र को बचाया नहीं जा सका. मिली जानकारी के अनुसार, करीब दो माह से सुरेंद्र हॉस्टल में नहीं रहता था, वह कैंपस से बाहर कमरा लेकर रहता था. परीक्षा देने के बाद हॉस्टल आया था.