Politics


महिला आरक्षण विधेयक में एससी, एसटी के साथ ओबीसी के लिए कोटा हो: चिराग पासवान

News Pratyaksh | Updated : Thu 21st Sep 2023, 02:44 pm
महिला आरक्षण विधेयक में एससी, एसटी के साथ ओबीसी के लिए कोटा हो: चिराग पासवान भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने बुधवार को लोकसभा में महिला आरक्षण से संबंधित विधेयक का समर्थन किया और सरकार से यह आग्रह भी किया कि इस विधेयक में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) की महिलाओं के लिए कोटे का प्रावधान किया जाए। लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत सीट आरक्षित करने के प्रावधान वाले ‘संविधान (एक सौ अट्ठाईसवां संशोधन) विधेयक, 2023’ पर निचले सदन में जारी चर्चा में भाग लेते हुए पासवान ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर पूरा विश्वास है कि ओबीसी वर्ग की महिलाओं को अधिकार मिलेगा। उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए यह भी कहा कि राजनीतिक दलों ने इस कानून को बेहतर बनाने की आड़ में विधेयक को लटकाया। यही कारण है कि 27 वर्षों से यह कानून धरातल पर नहीं उतर पाया। हम चाहते हैं कि एससी, एसटी और ओबीसी का इसमें प्रतिनिधित्व होना चाहिए। प्रधानमंत्री पर मेरा विश्वास है कि यह होगा। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि विधेयक में यह प्रावधान जोड़ा जाए कि एससी, एसटी और ओबीसी महिलाओं के लिए आरक्षण हो। #newspratyaksh #Bihar #WomenReservationBill #ChiragPaswan  

बिहार में एक और गठबंधन की सुगबुगाहट!

News Pratyaksh | Updated : Thu 21st Sep 2023, 02:37 pm
अगले साल होने वाले चुनाव को लेकर सभी दलों ने अपनी-अपनी तैयारी और रणनीति बनानी शुरू कर दी है। छोटे दल भी अपने सहयोगी की तलाश में हैं, जिनके सहारे उनकी चुनावी नैया पार हो सके।बिहार के राजनीतिक परिदृश्य को देखें तो सत्ता पक्ष की ओर छह दल हैं, जबकि विपक्ष में भाजपा के साथ चार अन्य पार्टियां हैं। प्रदेश में अभी भी कई ऐसी पार्टियां हैं, जो दोनों गठबंधनों में से किसी में स्थान नहीं प्राप्त कर सकी है।इस स्थिति में एक और गठबंधन की सुगबुगाहट शुरू है। इस गठबंधन में पप्पू यादव की जनाधिकार पार्टी, ओवैसी की एआईएमआईएम और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) शामिल हो सकती है। इसमें बसपा के भी शामिल होने के कयास हैं। लेकिन, उसने फिलहाल अकेले ही चुनाव मैदान में उतरने की घोषणा की है।पप्पू यादव की पार्टी जाप के प्रदेश अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह कहते हैं कि 'इंडिया' का उद्देश्य भाजपा को रोकना है। हमारी वैचारिक पृष्ठभूमि और राजनीतिक विचारधारा इंडिया गठबंधन के काफी करीब है। ऐसे में हम इंडिया गठबंधन के साथ जाना चाहते हैं। #newspratyaksh #Bihar #BiharPolitics #PappuYadav  

जब मैं सांसद था, तभी से महिलाओं के आरक्षण के लिए मुखर रहा हूं -बिहार के सीएम नीतीश कुमार

News Pratyaksh | Updated : Thu 21st Sep 2023, 02:31 pm
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने महिला आरक्षण पर कहा कि जब मैं सांसद था, तभी से महिलाओं के आरक्षण के लिए मुखर रहा हूं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को कहा कि वह संसद और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के आरक्षण के समर्थन में हैं, पर इसमें अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), अन्य पिछड़ी जाति (OBC) और आर्थिक रूप से पिछड़ी जाति (EBC) के लिए पर्याप्त प्रतिनिधित्व के प्रावधान होने चाहिए. उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान केंद्र से जनगणना कराकर महिला आरक्षण विधेयक के प्रस्तावों को लागू करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ने और जाति जनगणना की उनकी लंबे समय से जारी मांग पर विचार करने का आग्रह कियानीतीश ने कहा, ‘मैं महिला आरक्षण के समर्थन में रहा हूं. उन्हें प्रतिनिधित्व का आश्वासन क्यों नहीं दिया जाना चाहिए? जब मैं संसद का सदस्य था तब मेरे भाषण इसको लेकर मेरे रुख की गवाही देंगे.’ उन्होंने कहा, ‘जहां भी संभव हो सका, हमने महिलाओं का पर्याप्त प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया है. पंचायतों, शहरी स्थानीय निकायों, पुलिस बल सहित सरकारी नौकरियों में, बिहार में महिलाओं का प्रतिनिधित्व देश के किसी भी राज्य के मुकाबले सबसे अधिक है.’ नीतीश ने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि एससी, एसटी, ओबीसी और ईबीसी की महिलाओं को पर्याप्त प्रतिनिधित्व मिले, इसका प्रावधान हो. उन्होंने कहा, ‘हालांकि, यह अफसोसजनक है कि अगर विधेयक पारित भी हो गया, तो वास्तविक कार्यान्वयन जनगणना और उसके बाद परिसीमन तक लटका रहेगा.’ केंद्र ने लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए एक तिहाई सीटें आरक्षित करने को लेकर मंगलवार को संविधान संशोधन विधेयक पेश किया. सरकार ने कहा कि इससे राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर नीति-निर्माण में महिलाओं की अधिक भागीदारी हो सकेगी और 2047 तक भारत को एक विकसित देश बनाने के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी. परिसीमन प्रक्रिया शुरू होने के बाद महिला आरक्षण लागू होगा और 15 वर्षों तक जारी रहेगा. प्रत्येक परिसीमन प्रक्रिया के बाद महिलाओं के लिए आरक्षित सीटों में बदलाव किया जाएगा. #newspratyaksh #Bihar #NitishKumar  

भगवान श्रीराम सपने में आकर उनसे यह उम्मीद जता रहे थे : बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर

News Pratyaksh | Updated : Wed 20th Sep 2023, 05:56 pm
भगवान श्रीराम सपने में आकर उनसे यह उम्मीद जता रहे थे : बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखररामचरितमानस पर तरह तरह के विवादित बयान देने के कारण सुर्ख़ियों में रहने वाले बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने आज फिर कुछ ऐसी ही बात फिर कह दी। इस बात को लेकर फिर से घमासान शुरू हो गया है। "रामचरितमानस में पोटेशियम साइनाइड है" के बाद अब शिक्षा मंत्री ने कहा कि उनके सपनों में भगवान श्री राम आये और उन्होंने प्रो. चंद्रशेखर से कहा कि मुझे बचा लो।शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर रविवार को सुपौल के रामपुर गांव में एक शिक्षक नेता के पुण्यतिथि पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने फिर से अपने भाषण के दौरान कहा कि “भगवान राम मेरे सपने में आए और कहा कि देखो चंद्रशेखर, हमको इनलोगों ने बाजार में बेच दिया है। हमको बिकने से बचा लो। इसलिए हम कही-कभार इस तरह की बात कर देते हैं।”

राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने एक बार फिर नीतीश कुमार को अपना बड़ा भाई बताते हुए उनके सेहत को लेकर न सिर्फ चिंता जाहिर की!

News Pratyaksh | Updated : Tue 19th Sep 2023, 04:47 pm
राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने एक बार फिर नीतीश कुमार को अपना बड़ा भाई बताते हुए उनके सेहत को लेकर न सिर्फ चिंता जाहिर की:, उनसे आग्रह भी किया है कि वह जल्द से जल्द महागठबंधन से बाहर निकल आएं. कुशवाहा ने कहा, अगर वह जल्द से जल्द महागठबंधन से बाहर नहीं निकलते हैं तो उनकी (सीएम नीतीश) सेहत पर गंभीर असर पड़ सकता है. उपेन्द्र कुशवाहा की इसी चिंता और आग्रह ने बिहार की सियासत में हलचल तेज कर दी है.दरअसल मौका था पूर्व मंत्री और पूर्व सांसद मोनाजिर हसन के उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी RLJD में शामिल होने का. जब मिलन समारोह पूरा हो गया तब पत्रकारों ने उपेन्द्र कुशवाहा से सवाल पूछा कि चर्चा है कि बीजेपी नीतीश कुमार को लेकर सॉफ्ट हो रही है? अगर ऐसी परिस्थिति होती है कि नीतीश कुमार एनडीए के साथ आ सकते हैं, तो आपका रुख क्या होगा? इसी सवाल के जवाब में उपेन्द्र कुशवाहा ने जो कहा उसने बिहार के राजनीतिक तापमान को अचानक गर्मा दिया है.उपेन्द्र कुशवाहा ने आगे कहा, नीतीश कुमार से मेरी व्यक्तिगत रूप से हमदर्दी है और महागठबंधन में उनकी जो स्थिति है इससे जल्द से जल्द बाहर निकल आएं. नीतीश कुमार जीवनभर बीजेपी के साथ रहे और आज अलग हो गए हैं. नीतीश कुमार कहते थे CCC से कभी कंप्रोमाइज नहीं करेंगे CCC में से नीतीश कुमार ने एक सी हटा दिया है.उपेन्द्र कुशवाहा के इस बयान पर आरजेडी और जदयू ने तीखा प्रहार किया है. जदयू के प्रवक्ता मनजीत सिंह ने कहा कि उपेन्द्र कुशवाहा पहले अपनी पार्टी को देखें, अपनी पार्टी तो संभल नहीं रही, बीजेपी पूछ नहीं रही है और चले हैं नीतीश जी को ऑफर देने. पहले अपनी गिरेबां में झांक कर देख लें, तब कुछ बोलें.उपेन्द्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार को लेकर कहा, नीतीश जी का चेहरा मैं जब भी देखता हूं तो काफी दुख लगता है. उनके चेहरे पर मायूसी और बेबसी दिखाई पड़ती है. मेरा नीतीश जी से आग्रह है की आप महागठबंधन से जल्द से जल्द बाहर निकलिए क्योंकि महागठबंधन में आप जितने भी दिन रहेंगे उतनी आयु कम होगी. मेरी इच्छा है की नीतीश कुमार जल्द महागठबंधन से बाहर निकलें. नीतीश कुमार आजकल बड़ी परेशानी में हैं उतनी परेशानी में रहना ठीक नहीं है.आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा, उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी में एक मुखिया तक जीता हुआ नहीं है और चले हैं दूसरे को ऑफर देने. पहले अपने आपको संभाल कर रखिए, नहीं तो पार्टी भी खत्म हो जाएगी. बता दें कि बीते 9 सितंबर को जबसे पीएम मोदी से सीएम नीतीश की मुलाकात हुई है तब से ही बिहार की सियासत में हलचल है. #newspratyaksh #Bihar #BiharPolitics #NitishKumar #UpendraKushwaha  

कई कुर्मी संगठनों ने समुदाय के लिए अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मांग को लेकर 20 सितंबर से झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के नौ रेलवे स्टेशनों पर अनिश्चितकालीन रेल नाकाबंदी का किया आह्वान !

News Pratyaksh | Updated : Tue 19th Sep 2023, 04:39 pm
कई कुर्मी संगठनों ने समुदाय के लिए अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मांग को लेकर 20 सितंबर से झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के नौ रेलवे स्टेशनों पर अनिश्चितकालीन रेल नाकाबंदी का आह्वान किया है. इस प्रदर्शन के दौरान कुर्मी संगठन कुर्माली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग भी करेंगे. इन तीन राज्यों में, समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) में सूचीबद्ध किया गया है.झारखंड में कुर्मियों के अधिकारों के लिए लड़ने वाली अग्रणी संस्था टोटेमिक कुर्मी विकास मोर्चा (टीकेवीएम) के अध्यक्ष शीतल ओहदार ने सोमवार (18 सितंबर) को कहा कि यह आंदोलन पश्चिम बंगाल के आदिवासी कुर्मी समाज और ओडिशा के कुर्मी सेना सहित विभिन्न संगठनों द्वारा आयोजित किया जा रहा है. ओहदार ने यहां मीडिया को बताया कि 20 सितंबर से झारखंड के मुरी, गोमोह, नीमडीह, घाघरा स्टेशनों और पश्चिम बंगाल के खेमासुली और कुस्तौर के अलावा ओडिशा के हरिचंदनपुर, जराइकेला और धनपुर स्टेशनों पर अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू होगा.टीकेवीएम के अध्यक्ष शीतल ओहदार ने कहा, 'कुर्मी समुदाय के हजारों लोग अपनी पारंपरिक वेशभूषा, ढोल और अन्य संगीत वाद्ययंत्रों के साथ आंदोलन में भाग लेंगे और छऊ नृत्य, पाटा नृत्य, नटुवा नृत्य, घोड़ा नृत्य और झूमर नृत्य करेंगे.' गौरतलब है कि बीते दो साल में इन्हीं मांगों को लेकर कुर्मियों का यह दूसरा बड़ा आंदोलन है. इससे पहले अप्रैल 2023 में भी कुर्मी समुदाय के लोगों ने बड़ी संख्या में झारंखंड के कई रेलवे स्टेशनों पर धरना प्रदर्शन किया था. इस विरोध प्रदर्श के दौरान झारखंड में करीब 250 से अधिकर ट्रेनों को रद्द करना पड़ा था. आगामी 20 सितंबर को होने वाले प्रदर्श को लेकर कुर्मी संगठनों का दावा किया कि इस बार 20 सितंबर से इस बार प्रदेश के सिर्फ चार जगहों से नीमडी, गोमो, मनोहरपुर और मुरी में बड़ी संख्या में लोग एक साथ रेल पटरियों पर डेरा डालेंगे. इस आंदोलन को लेर आदिवासी कुर्मी समाज के एक प्रवक्ता ने बताया कि इस बार समुदाय अपनी मांगो लेकर 'रेल टेका, डहर छेका' (रेल रोको, रास्ता रोको) का आंदोलन अभूतपूर्व होगा. प्रदर्शन के दौरान नेशनल हाईवे को भी रोकने के प्लान बना रहे हैं. वहीं आदिवासी संगठन कुर्मी समुदाय की एसटी की मांग का विरोध जता रहे हैं. उनका कहना है कि कुर्मी समुदाय को एसटी का दर्जा देना आदिवासी समुदाय के अस्तित्व पर हमला है. #newspratyaksh #kurmi #RailRokoAndolan