Bihar


पशुपति पारस करेंगे 'भतीजा' चिराग का चुनाव प्रचार, आमंत्रण का इंतजार

News Pratyaksh | Updated : Sat 11th May 2024, 11:38 am
पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) के प्रमुख पशुपति पारस की इच्छा अपने भतीजा और हाजीपुर से प्रत्याशी चिराग पासवान के चुनाव प्रचार करने की है। हालांकि, इसके लिए वह आमंत्रण का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने शुक्रवार को कहा, "अगर चिराग पासवान उन्हें चुनाव प्रचार के लिए आमंत्रित करेंगे तो वह अवश्य हाजीपुर जाकर चुनाव प्रचार करेगें।" उन्होंने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा, "12 मई को पटना में आयोजित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो में रालोजपा एवं दलित सेना के नेता और कार्यकर्ता पूरी मुस्तैदी से शामिल होगें और एनडीए प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी देश के सर्वमान्य नेता हैं और उनके नेतृत्व में दस साल में समाज के सभी वर्गों के लिए कार्य किए गए हैं।" एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि चिराग पासवान की नामांकन सभा के लिए उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया था। इस मामले में चिराग पासवान ने जनता में भ्रम फैलाया है। चिराग पासवान रोज पटना एयरपोर्ट से दो बार मेरे कार्यालय के सामने से आते-जाते हैं। मेरा आवास पटना एयरपोर्ट के ही पास है और मैं लंबे समय से पटना में बना हुआ हूं। अगर चिराग पासवान चाहते तो हमसे मिलकर चुनाव प्रचार के लिए आग्रह कर सकते थे। मैं उनसे उम्र और रिश्ते में बड़ा हूं, इस नाते उन्हें आकर मिलने से परहेज नहीं करना चाहिए।"

दो बच्चों के साथ पत्नी और सास को मार डाला :

News Pratyaksh | Updated : Sat 11th May 2024, 11:32 am
दो बच्चों के साथ पत्नी और सास को मार डाला :मधुबनी में एक निर्दयी युवक ने अपनी पत्नी, सास और दो मासूम बच्चों की पीट-पीट कर हत्या कर दी। घटना की सूचना मिलते ही लोगों की उमड़ी भीड़ को संभालने के लिए कई थानों की पुलिस मौके पर कर कैंप कर रही है। हत्यारे का यह रूप देखकर दो बच्चों ने कंबल में छिपकर अपनी जान बचाई। घटना झंझारपुर थाना क्षेत्र के सुखेत गांव की है। पुलिस हत्यारे को अबतक पकड़ नहीं सकी है। पांच साल पहले उसकी शादी हुई थी। हत्या की वजह अभी सामने नहीं आयी है। हत्या का आरोपी दरभंगा के सदतपुर थाना के अवाम गांव का निवासी बताया जाता है। उसने ससुराल में इस घटना को अंजाम दिया।त्या के आरोपी का नाम पवन महतो है। पवन की पत्नी पिंकी अपने पति से झंझट के बाद कुछ महीनों से अपने मायके झंझारपुर के सुखेत गांव में रह रही थी। पति से उसका विवाद खत्म नहीं हुआ। पुलिस को अबतक मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार की रात पवन महतो किसी को साथ लेकर ससुराल पहुंचा था। यहां उसने सोयी अवस्था में अपनी सास प्रमिला देवी (59 वर्ष) और पत्नी पिंकी (26 वर्ष) के साथ चार साल की बेटी प्रिया और छह महीने की बेटी प्रीति को कुंच-कुंच कर मार डाला। पुलिस ने घटनास्थल पर लहू से सने जांता (अनाज पीसने वाले पत्थर) और लकड़ी के उसके हैंडल को बरामद किया है।घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। आसपास के लोगों की भीड़ लग गई। इधर, सूचना मिलते ही डीएसपी पवन कुमार, इंस्पेक्टर बी के ब्रजेश, थानाध्यक्ष रंजित कुमार दलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। मामले की छानबीन शुरू कर दी है। नृशंस हत्या कांड के दौरान की एक बड़ी बात सामने आ रही है। हत्याकांड के वक्त दो और मासूम घर में मौजूद थे। इनदोनों ने अपनी सूझबूझ से जान बचा ली। वारदात के दौरान दोनों मासूम बच्चे बेड के नीचे कंबल में छिप गए। हत्यारे को यह दोनों नहीं दिखे। इसके बाद पुलिस और परिजनों ने दोनों को बाहर निकाला। दोनों ने जो खुलासा किया वह हैरान करने वाला था। दोनों ने कहा कि उनके फूफा ने अपने एक सहयोगी के साथ मिलकर बुआ, दादी और दोनों फुफेरी बहनों को मार दिया। इसके बाद मौके से फरार हो गया। झंझारपुर डीएसपी पवन कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। बच्चों सहित सभी लोगों का बयान दर्ज किया जा रहा है। एफएसएल की टीम को बुलाया गया है। जल्द ही अपराधियों की गिरफ्तारी होगी।

वोटिंग के अगले दिन बिहार में अंधाधुंध फायरिंग, चार को लगी गोलियां :

News Pratyaksh | Updated : Thu 09th May 2024, 12:12 pm
वोटिंग के अगले दिन बिहार में अंधाधुंध फायरिंग, चार को लगी गोलियां : मधेपुरा के ग्वालपाड़ा बाजार में बुधवार की रात बाइक सवार तीन बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग की। इस गोलीबारी की घटना में तीन लोग घायल हो गए। इनमें से एक व्यक्ति की इलाज के लिए जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाने के दौरान मौत हो गई। घटना बुधवार रात करीब पौने 9 बजे हुई। मृतक की पहचान ग्वालपाड़ा निवासी सियाराम गुप्ता (75) के रूप में हुई है। मधेपुरा में 7 मई को लोकसभा चुनाव के लिए मतदान था और उसके अगले दिन सुरक्षाबलों की वापसी के बाद यह घटना हुई है। चुनाव आमतौर पर शांत रहा, लेकिन माना जा रहा है कि इस घटना का चुनाव से कहीं-न-कहीं जुड़ाव है। यह मतदान को लेकर गुस्सा है या मनमानी से की गई फायरिंग, पुलिस अभी कुछ बता पाने की स्थिति में नहीं है।जनता मेडिकल दुकान के मालिक और घटना के समय वहां मौजूद अशोक कुमार साह ने बताया कि बुधवार की रात करीब पौने 9 बजे एक बाइक पर सवार तीन बदमाश बिहारीगंज की तरफ से उनके दुकान के पास पहुंचे और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। बदमाशों ने लगभग 10 राउंड फायरिंग की। उन्होंने नीचे दुकान के काउंटर में छिपकर किसी तरह अपनी जान बचाई। उनके दुकान के स्टाफ रोहित ने डर से भागने की कोशिश की तो बदमाशों ने उसके सिर में गोली मार दी। वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद बदमाश आगे बढ़ गए और घर के आगे खाना खाकर टहल रहे सियाराम गुप्ता को कंधा के नीचे सीने के ऊपर गोली मार दी। फिर कुछ दूर आगे बढ़ने पर भूजा दुकानदार रामप्रवेश ठाकुर को दाएं बांह में गोली मार दी। अंधाधुंध फायरिंग होने से बाजार में अफरातफरी का माहौल उत्पन्न हो गया।घायलों में ग्वालपाड़ा वार्ड छह निवासी रामप्रवेश ठाकुर (26) और रोहित मुखिया (28) शामिल हैं। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। सभी घायलों को ग्वालपाड़ा पीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद सभी को जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया। मेडिकल कॉलेज पहुंचने से पहले ही सियाराम गुप्ता की मौत हो गई थी। रामप्रवेश ठाकुर खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं। वहीं रोहित मुखिया की गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे पटना रेफर कर दिया। उदाकिशुनगंज एसडीपीओ अविनाश कुमार ने बताया कि घटना की जानकारी मिली है। पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी को खंगाल रही है।

बिहार के दो मतदान केंद्रो पर 10 मई को पुनर्मतदान

News Pratyaksh | Updated : Thu 09th May 2024, 12:11 pm
बिहार के दो मतदान केंद्रो पर 10 मई को पुनर्मतदानभारत निर्वाचन आयोग ने बुधवार को कहा कि बिहार के खगड़िया लोकसभा क्षेत्र के दो मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान का आदेश दिया गया है जहां असामाजिक तत्वों द्वारा ईवीएम में तोड़फोड़ के कारण मतदान बाधित हुआ था। दोबारा मतदान 10 मई को कराया जायेगा । बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय से जारी एक बयान के मुताबिक बेलदौर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मतदान केंद्र संख्या 182 और 183 पर शुक्रवार 10 मई को मतदान होगा। मंगलवार को खगड़िया समेत बिहार की पांच लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ था। खगड़िया में चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) और माकपा के बीच सीधा मुकाबला है।

4 जून को एनडीए सरकार गिरने वाली है, पीएम मोदी घबराए हुए हैं : तेजस्वी यादव

News Pratyaksh | Updated : Thu 09th May 2024, 12:10 pm
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी को निशाने पर लिया है। उन्होंने दावा किया कि 4 जून को एनडीए की सरकार गिरने जा रही है। तेजस्वी पटना में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जानते हैं कि बिहार और देश की जनता तानाशाह सरकार को हटाना चाहती है। तीसरे चरण के चुनाव में हम लोग बहुत अच्छे पोजीशन में हैं। चुनाव के पहले जो लोग कुछ और समझते थे वे लोग उंगली चबाने का काम कर रहे हैं। हम लोग पूरी तरह से कॉन्फिडेंस में हैं कि 4 जून को एनडीए की सरकार गिरने जा रही है। लालू यादव पर प्रधानमंत्री मोदी की ओर से की गई टिप्पणी पर तेजस्वी ने कहा कि पीएम मोदी कब लालू यादव के खिलाफ नहीं बोलते हैं। पीएम मोदी दिन भर हम लोगों के खिलाफ बोलते रहते हैं। आप देखिए ना हमको दूसरे राज्य में जाकर गाली दे रहे हैं। वह घबराये हुए हैं, डरे हुए हैं, वो केवल झूठ बोलते हैं।

कुख्यात अपराधी को एके-47 मामले में आजीवन कारावास :

News Pratyaksh | Updated : Thu 09th May 2024, 12:03 pm
कुख्यात अपराधी को एके-47 मामले में आजीवन कारावास :मोतिहारी के कुख्यात अपराधी कुणाल सिंह को एके-47 बरामदगी मामले में जिला एवं सत्र न्यायाधीश देवराज त्रिपाठी ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इसके अलावा उसे विभिन्न धाराओं में बयालीस हजार रूपए अर्थ दंड की सजा भी मिली है। अदालत ने अपने फैसले में यह भी कहा है कि अर्थ दंड नहीं देने पर अपराधी कुणाल सिंह को अतिरिक्त सजा काटनी होगी।कुख्यात अपराधी कुणाल सिंह पर 17 से अधिक अपराधिक मामले दर्ज है। मोतिहारी एसपी कांतेश मिश्रा के जिला में योगदान लेने के महज 75 दिन के अंदर ही कुणाल सिंह के घर पर फिल्मी अंदाज में छापेमारी कर AK 47, विदेशी पिस्टल, दो लोडेड मैगजीन और 20 से अधिक वॉकी-टॉकी के साथ गिरफ्तार किया था। इसके बाद एसपी ने जानकारी देते हुए कहा था कि इस मामले में अपराधी कुणाल सिंह पर स्पीडी ट्रायल चलाया जायेगा और महज 14 माह में ही उसे सजा सुना दी गई। 7 मई को अदालत ने तमाम गवाह एवं सबूतों के आधार पर कुणाल सिंह को दोषी करार दिया था, और 8 मई को उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई।पिपरा कोठी थाना के कुड़िया बंगरी निवासी अशर्फी सिंह का पुत्र कुणाल कुमार सिंह एक साधारण परिवार का रहने वाला था। गलत सम्पर्क में आने के बाद कुणाल सिंह ने सबसे पहले एक मई 2015 को मुखिया बीरेंद्र ठाकुर की गोली मार कर हत्या कर चर्चे में आया था। उसके बाद 16 जनवरी 2017 को मुखिया मालती देवी के पुत्र राजकपूर की गोली मार कर हत्या कर दी। उस मामले में पुलिस ने गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया। उसके बाद 27 मार्च 2017 को मोतिहारी जेल से भाग कर 11 मई को बेतिया जेल में पेशी के दौरान उत्तर बिहार के कुख्यात अपराधी बबलू दूबे की कोर्ट परिसर में गोलियों से भून दिया था।कुणाल सिंह के गिरफ्तारी को लेकर मोतिहारी एसपी कांतेश मिश्रा ने बड़ी रणनीति बनाई थी। एसपी को सूचना मिली की कुनाल के पास AK- 47 जैसा अत्याधुनिक हथियार है वह बड़ी घटना को अंजाम दे सकता है। एसपी कांतेश कुमार मिश्रा ने अधिकारियों के साथ बड़ी रणनीति बनाई और 15 मार्च 2023 को उसके घर पर फिल्मी स्टाइल में छापेमारीकर उसे स्वचालित हथियार के साथ दबोचा था।