Jharkhand


राज्य में एक भी इन्क्यूवेशन सेंटर नहीं :

News Pratyaksh | Updated : Fri 17th Jan 2025, 10:40 am
राज्य में एक भी इन्क्यूवेशन सेंटर नहीं : झारखंड में हजारों उद्यमी हैं. उनके पास एक-से-बढ़ कर एक इनोवेटिव आइडिया है. काम करने की क्षमता है, पर राज्य में न उन्हें रजिस्टर्ड किया जा रहा है और न ही उन्हें पूंजी बेनिफिट मिल रहा है. जिससे कई उद्यमी ओड़िशा जाकर स्वयं को रजिस्टर्ड करा रहे हैं. यह बातें चेंबर के स्टार्टअप उप समिति के चेयरमैन अमित अग्रवाल ने नेशनल स्टार्टअप डे के मौके पर गुरुवार को चेंबर भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कही. उन्होंने कहा कि राज्य में एक भी इन्क्यूवेशन सेंटर नहीं है. जबकि केवल रांची में ही 10 इन्क्यूवेशन सेंटर होने चाहिए.अमित अग्रवाल ने कहा कि एक्साइज बिल्डिंग में स्थापित इनोवेशन लैब पांच वर्ष से बंद है. उसे चालू कराने की जरूरत है. झारखंड में साल 2023 में संशोधित स्टार्टअप पॉलिसी का अब तक क्रियान्वयन नहीं हो सका है. जबकि दो वर्ष से इस पॉलिसी को प्रभावी करने की मांग की जा रही है, लेकिन विभाग द्वारा बार-बार एसओपी बनाने की बात कही जाती है.ची. केंद्रीय बजट में झारखंड के आर्थिक विकास से जुड़े मुद्दों का समायोजन हो सके, इसे देखते हुए चेंबर भवन में प्रत्यक्ष कर उप समिति की बैठक गुरुवार को हुई. अध्यक्षता चेंबर अध्यक्ष परेश गट्टानी ने की. इस दौरान सदस्यों ने केंद्रीय बजट में झारखंड को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की. सदस्यों ने कहा कि डायरेक्ट टैक्स कोड 2025 में इंप्लीमेंटेशन लाने की आवश्यकता है. इससे बहुत बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा. इस संहिता के तहत पूंजीगत लाभ को सामान्य आय के हिस्से में शामिल किया जायेगा. इससे संभावित रूप से उन पर उच्च कर दरें लागू होंगी. हालांकि, इससे पहले पूंजीगत लाभ पर अक्सर कम दरों पर अलग से कर लगाया जाता था. सदस्यों ने केंद्रीय बजट में व्यापारियों को सामाजिक सुरक्षा देने व झारखंड में स्पेशल इकोनॉमिक जोन घोषित करने की भी मांग की. उप समिति के चेयरमैन सीए पंकज मक्कड़ ने कहा कि झारखंड की प्रगति के लिए चेंबर द्वारा जल्द ही सुझाव केंद्रीय वित्त मंत्रालय को सौंपा जायेगा. मौके पर महासचिव आदित्य मल्होत्रा, को-चेयरमैन अर्पित जैन, श्रद्धा बागला, हरिकांत वत्स, अनीश जैन आदि उपस्थित थे.

झारखंड के सभी घरों में वर्ष 2025 में स्मार्ट मीटर लग जाएंगे :

News Pratyaksh | Updated : Fri 17th Jan 2025, 10:39 am
झारखंड के सभी घरों में वर्ष 2025 में स्मार्ट मीटर लग जाएंगे :इस वर्ष झारखंड के सभी बिजली उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगाये जायेंगे. झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड ने यह काम शुरू कर दिया है. दूसरे चरण में 13.41 बिजली उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगाये जायेंगे. इसमें ज्यादातर शहरी क्षेत्र के उपभोक्ता हैं. रांची और धनबाद में पहले से ही स्मार्ट मीटर लगाने का काम चल रहा है. रांची में 3.50 लाख घरों में स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य है, जिसमें 3 लाख घरों में स्मार्ट मीटर लग चुके हैं. वहीं, धनबाद में एक लाख घरों में मीटर लगाना है, जिसमें 75 हजार घरों में मीटर लग चुके हैं. दूसरे चरण में रांची व धनबाद में भी 40-40 हजार अतिरिक्त उपभोक्ताओं के घरों में मीटर लगाये जायेंगे. केंद्र सरकार की आरडीएसएस स्कीम के तहत राज्य भर के सभी बिजली उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाये जाने हैं. राज्यभर में 46.48 लाख घरेलू उपभोक्ता हैं.स्मार्ट प्रीपेड मीटर को एक्यूरेट रीडिंग के लिए जाना जाता है. उपभोक्ता जितनी बिजली खपत करना चाहते हैं, उसकी एक अनुमानित राशि पूर्व में ही री-चार्ज कराके जमा कर सकते हैं. वे जेबीवीएनएल की वेबसाइट अथवा कंज्यूमर सेल्फ केयर ऐप में जाकर लाइव खपत, लोड आदि की जानकारी ले सकते हैं. यदि उपभोक्ता कहीं बाहर जा रहे हैं, तो वह वेबसाइट पर इसकी सूचना देकर अपनी बिजली आपूर्ति बंद करा सकते हैं अथवा मेन स्विच ऑफ करके जा सकते हैं.

देवघर जिले के जसीडीह स्थित पागल बाबा आश्रम के मंदिर से भगवान के मुकुट और दानपात्र की चोरी हो गई :

News Pratyaksh | Updated : Fri 17th Jan 2025, 10:34 am
देवघर जिले के जसीडीह स्थित पागल बाबा आश्रम के मंदिर से भगवान के मुकुट और दानपात्र की चोरी हो गई :देवघर जिले से बड़ी खबर आ रही है. एक आश्रम के मंदिर से चांदी के मुकुट और दानपात्र से पैसों की चोरी हो गई है. जसीडीह थाना क्षेत्र के पागल बाबा आश्रम में स्थित राधा-कृष्ण मंदिर से भगवान के चांदी के मुकुट और दान पात्र से सारे पैसे चोर उड़ा ले गए. चोरों ने भगवान राधा-कृष्ण की मूर्ति के चांदी के मुकुट सहित चांदी की राधा-कृष्ण की मूर्ति, दो दान पेटी तोड़कर उसमें से करीब एक लाख रुपये और मंदिर से अन्य सामानों की चोरी कर ली. गुरुवार रात में चोर मंदिर का ताला तोड़कर अंदर घुसे और मूर्ति, मुकुट, दान पेटी के रुपये व अन्य सामान लेकर फरार हो गए.घटना की सूचना मिलते ही जसीडीह थाने के एसआई विनोद कुमार ने पुलिस बलों के साथ मंदिर पहुंचकर जांच-पड़ताल की. जांच के दौरान पुलिस ने मंदिर परिसर के पास स्थित गौशाला से दोनों दान पेटियां बरामद कर ली. मंदिर के पुजारी धनंजय कुमार पाठक ने बताया कि गुरुवार की रात 9:00 बजे मंदिर का दरवाजा बंद करके वह सोने चले गये थे. शुक्रवार को सुबह एक व्यक्ति ने आकर कहा कि मंदिर की दान पेटी गायब है.इसके बाद पुजारी और लीलानंद पागल बाबा विद्यापीठ के प्राचार्य संदीप कुमार मिश्रा ने मंदिर में जाकर देखा कि मंदिर का दरवाजा खुला है. भगवान पर लगे मुकुट गायब हैं. इसके बाद चोरी की आशंका होने पर जांच-पड़ताल की, तो पाया कि चांदी के मुकुट, चांदी की 4 चरण पादुकाएं, राधा कृष्ण भगवान की 2 चांदी की मूर्तियां, शंकर भगवान का चांदी का अरघा, चांदी की 2 बड़ी कटोरियां, दान पेटी में रखे करीब एक लाख रुपये गायब हैं. इसके बाद घटना की सूचना थाने को दी गई. पुलिस मंदिर में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है.

थावे डाइट में 18 वर्षीय राधिका का शव पंखे से लटका मिला :

News Pratyaksh | Updated : Fri 17th Jan 2025, 10:29 am
थावे डाइट में 18 वर्षीय राधिका का शव पंखे से लटका मिला :थावे डाइट में काम करने वाली रसोइया की पंखे से लटकता हुआ शव मिला है। शव के मिलने की सूचना जैसे ही डायट सेंटर में मौजूद लोगों को मिली, वैसे ही वहां सनसनी फैल गई। हालांकि पंखे से शव के लटकने की सूचना तत्काल थावे पुलिस को दी गई। इसके बाद थावे पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले की जांच में जुट गई है।बताया जाता है कि 18 वर्षीय राधिका कुमारी थावे स्थित डायट सेंटर में रसोईया का काम करती थी। जानकारी के मुताबिक गुरुवार को सुबह राधिका कुमारी के कमरे का दरवाजा नहीं खुला। तब दूसरे कर्मियों ने दरवाजे के बाहर से आवाज लगाई। लेकिन अंदर से कोई आवाज नहीं आई।इसके बाद इसकी सूचना डायल 112 को दी गई। डायल 112 के टीम जब मौके पर पहुंची तब पुलिस की मौजूदगी में दरवाजा तोड़ा गया। कमरे के अंदर का नजारा देखकर हर कोई हैरान हो गया। कमरे में युवती का शव पंखे से लटकता मिला। शव मिलने की सूचना कर्मियों ने मृतका के परिजनों को दी।मृतका के भाई गोविंद कुमार ने बताया कि उन्हें फोन कर बताया गया था कि उनकी बहन की तबीयत खराब है। जब वह थावे स्थित डायट सेंटर में पहुंचे तो वहां उसके कमरे में ताला लगा हुआ था। उन्हें बताया गया कि उनकी बहन को सदर अस्पताल में भेजा गया है। जब वह सदर अस्पताल पहुंचे तो वहां पर कोई नहीं था। फिर जब वह थावे डाइट में पहुंचे तो देखा कि यहां पर उसके बहन के कमरे का ताला टूटा हुआ था। उनकी बहन का शव जमीन पर पड़ा हुआ था।बहरहाल, थावे पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। एफएसएल की टीम भी मौके पर पहुंचकर साक्ष्य इकट्ठा करने में लग गई है। गोपालगंज पुलिस हत्या या आत्महत्या दोनों पहलुओं को लेकर अन्य कर्मियों से पूछताछ कर रही है।

खिलाड़ी को बैडमिंटन रैकेट से पीटने वाले एडीएम निलंबित :

News Pratyaksh | Updated : Fri 17th Jan 2025, 09:42 am
खिलाड़ी को बैडमिंटन रैकेट से पीटने वाले एडीएम निलंबित :मधेपुरा के बीपी मंडल इंडोर स्टेडियम में खिलाड़ियों के साथ मारपीट एवं गाली-गलौज करने के मामले में एडीएम (विभागीय जांच) शिशिर कुमार मिश्रा पर बड़ी कार्रवाई हुई है। सामान्य प्रशासन विभाग ने डीएम के जांच रिपोर्ट के आधार पर एडीएम को निलंबित कर दिया है। साथ ही निलंबन अवधि में शिशिर कुमार मिश्रा का मुख्यालय भागलपुर आयुक्त कार्यालय निर्धारित किया गया है। इस संबंध में राज्यपाल के आदेश से सरकार के अवर सचिव उमेश प्रसाद ने अधिसूचना जारी कर दी है। 30 नवंबर 2024 को बीपी मंडल इंडोर स्टेडियम में बैडमिंटन खेलने के क्रम में स्थानीय खिलाड़ियों के साथ बैडमिंटन रैकेट फेंककर मारने एवं गाली-गलौज करने की घटना वायरल वीडियो के माध्यम से प्रकाश में आने के उपरांत मामले की जांच मधेपुरा डीएम तरनजोत सिंह द्वारा की कराई गई। डीएम द्वारा समर्पित जांच प्रतिवेदन में पाया गया कि शिशिर कुमार मिश्र द्वारा खिलाड़ी का पीछा करते हुए बैडमिंटन फेंक कर मारा गया है। साथ ही जब एडीएम शिशिर कुमार मिश्रा खिलाड़ी का बाहरी परिसर तक पीछा करने के बाद इंडोर स्टेडियम में वापस आए तो उपस्थित खिलाड़ी राजकुमार से उलझ गए और उनका महंगा बैडमिंटन रैकेट भी तोड़ दिया गया। बयान में यह भी वर्णित है कि पिटाई के कारण खिलाड़ी राजकुमार के माथे एवं गले पर चोट आई है, जिसके इलाज के लिए उन्हें सदर अस्पताल ले जाया गया। पत्र के अनुसार शिशिर कुमार मिश्र द्वारा प्रदर्शित किया गया उक्त व्यवहार एवं आचरण किसी भी सरकारी सेवक से अपेक्षित नहीं है तथा यह कृत्य उनके पदीय गरिमा के विपरीत है।

ढेंगा गोलीकांड की जांच नहीं कर रही सीआइडी :

News Pratyaksh | Updated : Fri 17th Jan 2025, 09:41 am
ढेंगा गोलीकांड की जांच नहीं कर रही सीआइडी : हजारीबाग जिला के बड़कागांव क्षेत्र में चर्चित ढेंगा गोलीकांड की जांच के लिए झारखंड हाइकोर्ट के जस्टिस संजय कुमार द्विवेदी ने ढेंगा गोलीकांड से जुड़े बड़कागांव थाना कांड संख्या 167/15 व 214/16 की सीअइडी जांच का आदेश जुलाई 2022 में दिया था. लेकिन अब तक जांच पूरी नहीं हाेने पर मामले के पीड़ित शनिकांत ने डीजीपी अनुराग गुप्ता से इसकी शिकायत की है. शिकायत में इन्होंने कहा है कि दोनों कांडों के अनुसंधानकर्ता सीआइडी के इंस्पेक्टर बिपिन कुमार द्वारा तथ्यों व सबूतों को दरकिनार कर एक पक्षीय जांच की जांच रही है. यह सुप्रीम कोर्ट द्वारा पुलिस काउंटर से संबंधित पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज एंड बनाम महाराष्ट्र राज्य के मामले में आदेश के दिशा-निर्देशों व झारखंड हाइकोर्ट के डब्ल्यूपी (सीआर) संख्या 127/2021 के आदेश की अवहेलना है. जबकि पूर्व में हुई जांच और चार्जशीट के खिलाफ झारखंड हाइकोर्ट ने जांच का आदेश दिया था. शिकायत पर डीजीपी ने अग्रेतर कार्रवाई का आदेश सीआइडी के एएसपी दीपक कुमार को दिया है. इस संबंध में पुलिस मुख्यालय से एएसपी को पत्र भी भेजा है. फिर मामला पहुंचा हाइकोर्ट, सरकार ने जवाब के लिए मांगा समय, निचली अदालत के आदेश पारित करने पर रोक : यह मामला फिर से झारखंड हाइकोर्ट पहुंच गया है. प्रार्थी शनिकांत ने अधिवक्ता हेमंत सिकरवार के माध्यम से हाइकोर्ट में याचिका दायर कर कहा है कि सीआइडी मामले की जांच पूरी नहीं कर रही है. वहीं रांची सिविल कोर्ट द्वारा सुप्रीम कोर्ट के नत्थी लाल बनाम यूपी सरकार के आदेश का उल्लंघन कर पूर्व की चार्जशीट पर ट्रायल भी चला रहा है. याचिका पर 15 जनवरी 2025 को हाइकोर्ट के जस्टिस अनिल चौधरी के कोर्ट में सुनवाई हुई. अधिवक्ता हेमंत सिकरवार द्वारा पक्ष रखने के बाद राज्य सरकार से जवाब देने का समय कोर्ट से मांगा गया, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया. वहीं मामले में रांची सिविल कोर्ट द्वारा आदेश पारित करने पर रोक लगा दिया है.