Crime


बिहार के बेगूसराय में तेल मालिश का बकाया पैसा मांगने पर एक नाई की बुरी तरह पिटाई कर दी गई :

News Pratyaksh | Updated : Sat 25th Jan 2025, 11:18 am
बिहार के बेगूसराय में तेल मालिश का बकाया पैसा मांगने पर एक नाई की बुरी तरह पिटाई कर दी गई :बिहार के बेगूसराय में तेल मालिश का बकाया पैसा मांगने पर एक नाई की बुरी तरह पिटाई कर दी गई. बताया जा रहा है कि महज पचास रुपये बकाया वापस मांगने पर एक हजाम की पिटाई हुई है. जानकारी के मुताबिक, पिटाई के बाद घायल को बेगूसराय सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. जहां घायल नाई का इलाज किया जा रहा है. वहीं इस घटना को लेकर आरोप हैँ कि बाकी के पचास रुपये मांगने पर आरोपी द्वारा घर से सोना चोरी आरोप लगा दिया गया. जिसके बाद नाई की पिटाई कर दी गई.बता दें कि चोरी करने के आरोप मे हजाम की बेरहमी से पिटाई की गई है. जानकारी के मुताबिक, अभी भी घायल नाई का इलाज बेगूसराय के सदर अस्पताल में जारी है. बताया जा रहा है कि पीड़ित की पहचान पचम्बा पंचायत के रहने वाले रामचलित्रर ठाकुर के पुत्र तारकेश्वर ठाकुर के रूप मे हुई है. इस घटना को लेकर तारकेश्वर ठाकुर का कहना है कि वो एक व्यक्ति के बुलाने पर एक दिन पहले आरोपी का बाल दाढ़ी और मालिश करने के लिए गया. इसके लिए उससे ढाई सौ रुपये में बातचीत हुई थी, लेकिन जाने के वक़्त उसको दो सौ रुपये ही दिया गया.इसी सिलसिले में जब वो पचास रुपया मांगने गया तो लगभग डेढ़ घंटा बैठाने के बाद पैसे देने के बदले उस पर डेढ़ भर सोना, ताम्बा का बाली आदी चुराने का आरोप लगा दिया. जिसके बाद उसकी बेरहमी से पिटाई की गई. इस दौरान वह लगातार कुछ भी नहीं चुराने की बात करता रहा, लेकिन आरोपी ने एक नहीं मानी और उसकी हाथ-पैर समेत शरीर के कई अंगों पर लकड़ी से प्रहार कर दिया. पीड़ित ने बताया कि उसने अभी तक इस घटना की सूचना पुलिस को नहीं दी हैँ. वो सबसे पहले इलाज के लिए सदर अस्पताल बेगूसराय आया है.

भारतीय मछुआरे की कराची जेल में हुई मौत ने दोनों देशों के बीच कैदियों की रिहाई की समस्या को एक बार फिर से उजागर कर दिया

News Pratyaksh | Updated : Sat 25th Jan 2025, 11:17 am
भारतीय मछुआरे की कराची जेल में हुई मौत ने दोनों देशों के बीच कैदियों की रिहाई की समस्या को एक बार फिर से उजागर कर दिया है. 2022 में पाकिस्तानी अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार किए गए मछुआरे बाबू की गुरुवार को कराची जेल में मौत हो गई. बाबू की सजा तो पहले ही पूरी हो चुकी थी, लेकिन उन्हें रिहा नहीं किया गया. भारत सहित अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बार-बार जेल में बंद भारतीय मछुआरों की रिहाई की मांग उठती रही है. यह कोई पहली घटना नहीं है. बाबू से पहले पिछले दो वर्षों में सात अन्य भारतीय मछुआरों की भी पाकिस्तान में मौत हो चुकी है. बाबू जैसे 180 अन्य भारतीय मछुआरे भी पाकिस्तानी जेलों में बंद हैं और वे अपने दिन गिन रहे हैं. भारत की सरकार लगातार पाकिस्तानी शासन से उनके शीघ्र रिहाई की अपील कर रही है.

अनंत सिंह के सरेंडर के बाद DGP आलोक राज का ऐलान :

News Pratyaksh | Updated : Sat 25th Jan 2025, 11:16 am
अनंत सिंह के सरेंडर के बाद DGP आलोक राज का ऐलान :बिहार पुलिस के डीजीपी आलोक राज ने प्रदेश में कानून व्यवस्था को और सशक्त बनाने के लिए बिहार पुलिस की रणनीतियों के बारे में मीडिया से जानकारी साझा की है। उन्होंने कहा कि बिहार में कानून का राज कायम करने के लिए पुलिस पूरी तरह से सक्रिय है और कानून के उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही है। कानून का राज स्थापित करने के लिए जो भी कार्रवाइयां हैं, उन सभी को हम प्रभावी ढंग से लागू कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि पुलिस की कार्यप्रणाली में यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कानून का पालन हो और जो कानून का उल्लंघन करेंगे, उनके खिलाफ कड़ी और व्यापक कार्रवाई की जाएगी। हम लगातार यह प्रयास कर रहे हैं कि कोई भी कानून से ऊपर न हो, चाहे वह पुलिस अधिकारी हो या कोई सरकारी कर्मचारी। हाल में आपने देखा होगा कि जब पुलिस अधिकारियों द्वारा कोई गलती या अपराध हुआ, तो उन्हें उसी तरह से सजा दी गई, जैसे किसी आम अपराधी को दी जाती है।उन्होंने कहा कि जैसे कि मक्केर थाना अध्यक्ष, बग्घा में डीएसपी या उत्पाद थाने के इंस्पेक्टर के मामले में कार्रवाई की गई है और उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। ऐसे मामलों में हम कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे अनुसंधान में जो लंबित मामले हैं, उन्हें समयबद्ध तरीके से हल किया जा रहा है। हमारे सभी वरिष्ठ अधिकारी, जैसे कि डीआईजी, एसपी, सिटी एसपी, डीएसपी सभी अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं। लापरवाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।उन्होंने आगे कहा कि अपराधियों द्वारा अर्जित संपत्तियों को जब्त करने के लिए हमने विशेष एसओपी तैयार किया है। सभी थाना क्षेत्रों को निर्देशित किया है कि वे अपराध से अर्जित संपत्तियों को चिन्हित करें और जब्त करें। इसके साथ ही, ट्रिपल 'सी' क्राइम, कम्युनलिज्म और करप्शन जैसे मुद्दों पर सरकार का स्पष्ट रुख है और हम भ्रष्टाचार के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करेंगे। आपने देखा कि कई बड़े अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है और हम इसी तरह से भ्रष्टाचार पर प्रहार करेंगे। अपराधियों द्वारा अर्जित संपत्तियों को अटैच करने का भी प्रयास किया जाएगा।

बिहार में अपने ही थाने में गिरफ्तार हो गये थानेदार :

News Pratyaksh | Updated : Thu 23rd Jan 2025, 08:52 am
बिहार में अपने ही थाने में गिरफ्तार हो गये थानेदार :बिहार के सारण में एक थानेदार अपने ही थाने में गिरफ्तार हो गये. उत्पाद विभाग ने थानेदार समेत तीन पुलिसकर्मियों को थाने से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार पुलिसकर्मियों पर ड्यूटी के दौरान थाने में शराब पार्टी करने का आरोप है. सीएम नीतीश कुमार के आदेश पर लागू पूर्ण शराबबंदी कानून को सफल बनाने की सबसे बड़ी जिम्मेवारी मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग और बिहार पुलिस की है, लेकिन सारण जिले के मशरक थाने में पुलिसकर्मी ही शराब पार्टी करते पाये गये. तीनों पुलिसकर्मियों को मशरक थाने में रखा गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है.छपरा में जिनके ऊपर शराब पीनेवालों को पकड़ने की जिम्मेवारी थी, वे लोग खुद ही शराब के नशे में टल्ली पकड़े गए है. जानकारी के अनुसार छपरा के मशरक उत्पाद थाने में शराब पार्टी की गुप्त सूचना सारण एसपी कुमार आशीष को मिल गई. उन्हें जांच और कार्रवाई के लिए टीम बनाई. कुछ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बीती रात उत्पाद थाने में बार डांसरों को बुलाया गया था और शराब की पार्टी चल रही थी. एसपी के आदेश पर मढ़ौरा के डीएसपी और मशरक थाने की पुलिस ने छापेमारी की तो आपत्तिजनक स्थिति देख सभी हैरान रह गए. पुलिस के पहुंचते ही अफरतफरी मच गई.

हार सरकार ने पटना के बेऊर जेल के अधीक्षक विधु कुमार को आय से अधिक संपत्ति के मामले में निलंबित कर दिया :

News Pratyaksh | Updated : Thu 23rd Jan 2025, 08:48 am
हार सरकार ने पटना के बेऊर जेल के अधीक्षक विधु कुमार को आय से अधिक संपत्ति के मामले में निलंबित कर दिया : बेऊर जेल के अधीक्षक विधु कुमार को बिहार सरकार ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) द्वारा की गई जांच और छापेमारी के आधार पर हुई है।4 जनवरी 2025 को आर्थिक अपराध इकाई ने विधु कुमार के पटना और अन्य स्थानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान उनकी संपत्तियों और आय के स्रोतों की गहन जांच की गई। छापेमारी के दौरान करोड़ों रुपए की जमीन के दस्तावेज, बैंक खातों में बड़ी धनराशि, लग्जरी सामान, और निवेशों से संबंधित जानकारी बरामद की गई। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि उनकी संपत्ति उनकी आय के ज्ञात स्रोतों से 146 प्रतिशत अधिक है।आर्थिक अपराध इकाई की रिपोर्ट के आधार पर बिहार सरकार ने तुरंत कार्रवाई करते हुए विधु कुमार को उनके पद से निलंबित कर दिया। इसके साथ ही उनके खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज करने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। आर्थिक अपराध इकाई द्वारा मामले की गहन जांच जारी है। उनकी संपत्ति के सभी दस्तावेजों का फोरेंसिक ऑडिट किया जा रहा है।