Crime


बिहार में 5 लोगों को आजीवन कारावास :

News Pratyaksh | Updated : Wed 29th Jan 2025, 11:04 am
बिहार में 5 लोगों को आजीवन कारावास :बिहार में पांच लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. मामला सुपौल का है. करीब दो वर्ष पूर्व नगर परिषद चुनाव के दौरान वार्ड पार्षद प्रत्याशी रोहित कुमार मणि की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में मंगलवार (28 जनवरी) को अदालत ने अपना फैसला सुनाया. प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनंत सिंह की अदालत ने इस हत्या में शामिल पांच अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई. 10-10 हजार रुपये के अर्थदंड की भी सजा सुनाई. यह मामला त्रिवेणीगंज थाना कांड संख्या 580/22 और सत्र वाद संख्या 256/23 से संबंधित है. यह पूरा मामला हत्याकांड से जुड़ा है. 17 दिसंबर 2022 को त्रिवेणीगंज नगर परिषद के वार्ड नंबर 18 से पार्षद पद के प्रत्याशी रोहित कुमार मणि पर उस समय गोली चलाई गई जब वs अपने समर्थकों के साथ चुनाव प्रचार कर रहे थे. गोली लगने के बाद वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इलाज के दौरान 23 जनवरी 2023 को उनकी मृत्यु हो गई थी.इस घटना को लेकर रोहित कुमार मणि की पत्नी निधि कुमारी ने शिकायत दर्ज कराई थी. वार्ड नंबर 18 निवासी चिंटू सिंह उर्फ राजकुमार सिंह, रोशन पोद्दार, दीपक कुमार, नरहा वार्ड नंबर 16 निवासी मु. उजेर आलम उर्फ गुड्डू खन्ना और धीरज कुमार पर आरोप लगाया था कि इन लोगों ने मिलकर उनके पति पर हमला किया है. अब दोषी पाए जाने के बाद अदालत की ओर से सभी पांच दोषियों को भारतीय दंड संहिता की धारा 302/34 के तहत आजीवन कारावास और 10-10 हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई गई है. अर्थदंड नहीं देने पर छह माह की अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी. साथ ही, चिंटू सिंह को 27 आर्म्स एक्ट के तहत चार साल का कारावास और पांच हजार रुपये अर्थदंड की सजा दी गई. अर्थदंड नहीं देने पर उसे तीन महीने की अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी.इस मामले में अभियोजन पक्ष की ओर से अपर लोक अभियोजक अमर कुमार दास और बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता सुधीर कुमार झा व एकरामुल हक ने बहस की. अदालत ने सभी दोषियों को दी गई सजा एक साथ चलने का आदेश दिया.

बिहार के दरभंगा में शिक्षक की गोली मारकर हत्या :

News Pratyaksh | Updated : Wed 29th Jan 2025, 10:51 am
बिहार के दरभंगा में शिक्षक की गोली मारकर हत्या : बिहार के दरभंगा से बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां एक शिक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी गयी है. मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को दरभंगा के मध्य विद्यालय अदलपुरा में तैनात सहायक शिक्षक रामाश्रय यादव को अज्ञात अपराधियों ने गोली मार दी, वहीं गोली लगने के बाद शिक्षक की मौत हो गयी है. वहीं दिनदहाड़े इस तरह शिक्षक की घटना से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है.बताया जा रहा है कि अपराधियों ने स्कूल जाने के दौरान शिक्षक रामाश्रय यादव के सिर में गोली मारी, जिसके बाद वह मौके पर ही गिर गए और इस घटना में उनकी मौत हो गयी. जानकारी के अनुसार शिक्षक रामाश्रय यादव कुशेश्वरस्थान के बहेड़ा गांव के रहने वाले थे. वहीं घटना के बाद से बिहार के शिक्षकों में आक्रोश का माहौल है. फिलहाल दरभंगा पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले की जांच में जुट गयी है.मिली जानाकारी के अनुसार दरभंगा जिले के कुशेश्वरस्थान थाना क्षेत्र में स्कूल एक सरकारी शिक्षक की अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी है. मृतक शिक्षक की पहचान कुशेश्वरस्थान पूर्वी उत्क्रमित उच्च विद्यालय अदलपुर के शिक्षक रामाश्रय यादव के रूप में कई गई है. अपराधियों ने शिक्षक के सिर में गोली मार दी है. घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गई है. स्थानीय ग्रामीणों और मौके पर पहुंचे शिक्षकों की सूचना ओर पहुंची कुशेश्वरस्थान थाना की पुलिस जांच में जुट गई है. शव को पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया गया है.

सरकार को लगाया ₹1000000000 का चूना! :

News Pratyaksh | Updated : Wed 29th Jan 2025, 10:48 am
सरकार को लगाया ₹1000000000 का चूना! :गिरिडीह. झारखंड के गिरिडीह जिले के जमुआ थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले लताकी में पत्थर माफियाओं ने सरकार को 100 करोड़ से अधिक का राजस्व चूना लगा दिया है. इतना ही नहीं पत्थर माफियाओं ने जिले की सबसे बड़ी उसरी नदी पर अवैध अतिक्रमण करते हुए बीचो-बीच आधा किलोमीटर सड़क बना दिया है, जिससे नदी की जलधारा प्रभावित हो रही है और नदी का स्वरूप बिगड़ चुका है. बताया गया कि यहां पर विजय राय के द्वारा 1.95 एकड़ एरिया में रिलीज लिया गया है, लेकिन पत्थर का उत्खनन लगभग 5 एकड़ एरिया में किया जा रहा है.इतना ही नहीं सरकार को राजस्व भी नहीं दिया जा रहा है जिसके वजह से माइनिंग विभाग ने डेढ़ करोड़ से अधिक का फाइन मारते हुए पत्थर के उत्खनन और ट्रांसपोर्टेशन पर रोक लगाते हुए चलन देना बंद कर दिया है. बावजूद पत्थरों का अवैध उत्खनन धड़ल्ले से जारी है. पत्थर माफिया ने अवैध पत्थर की ढुलाई के लिए उसरी नदी के बीचो-बीच आधा किलोमीटर सड़क बना दिया है.ऐसे में नदी अब अपनी एक्जिस्टेंशल क्राइसिस से गुजर रही है. इस मामले पर उसरी नदी बचाओ अभियान के संयोजक राजेश सिन्हा ने कहा की बेहद ही गंभीर मामला है. पत्थर माफियाओं की हिम्मत देखिए कि शासन प्रशासन का कोई डर नहीं है. ना सिर्फ अवैध माइनिंग कर रहे हैं, बल्कि नदी पर भी अतिक्रमण कर लिया है और विभाग कार्रवाई नहीं कर रही है. हालांकि इस मामले को गिरिडीह उपायुक्त नमन प्रियेस लकड़ा ने गंभीरता से लिया है और कहा कि अवैध माइनिंग और नदी पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. नदी की मैपिंग भी की जाएगी, जहां अतिक्रमण किया गया है वहां अतिक्रमण मुक्त किया जाएगा.

उपमुख्यमंत्री ने तेजस्वी यादव पर लगाया 26 करोड़ की गड़बड़ी का आरोप :

News Pratyaksh | Updated : Wed 29th Jan 2025, 10:03 am
उपमुख्यमंत्री ने तेजस्वी यादव पर लगाया 26 करोड़ की गड़बड़ी का आरोप :बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा द्वारा उठाए गए आरोपों ने राज्य में सड़कों के निर्माण और पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अगर ये आरोप सही साबित होते हैं तो आने वाले समय में राजनीतिक तकरार भी बढ़ सकती है। यह मामला अभी आगे कैसे बढ़ता है, यह देखने वाली बात होगी। मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान विजय सिन्हा ने आरोप लगाया कि पथ निर्माण विभाग की ओर से बनाई गई सड़कों के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है और 26 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि गलत तरीके से भुगतान की गई है। यह गड़बड़ी तब हुआ जब तेजस्वी यादव इस विभाग के मंत्री थे। उन्होंने कहा कि राजा कंस्ट्रक्शन कंपनी और इन परियोजनाओं से जुड़ी अन्य कंपनियों की जांच होगी, ताकि सच्चाई सामने आ सके और जो भी जिम्मेदार हैं, उन्हें जवाबदेह ठहराया जा सके। अगर सड़कों की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं, तो यह जनता की सुरक्षा और पैसों के गलत उपयोग को लेकर भी चिंताजनक है।विजय सिन्हा ने कहा कि गया, जमुआ और भिंडस की सड़कों के निर्माण में गड़बड़ी की गई है। इन परियोजनाओं को पूरा करने का काम राजा कंस्ट्रक्शन कंपनी को सौंपा गया था। डिप्टी सीएम ने कहा कि राजा कंस्ट्रक्शन के कामों की पूरी समीक्षा की जाएगी। लोगों ने शिकायत की है कि सड़क निर्माण में घटिया पत्थरों का इस्तेमाल हुआ है। उन्होंने तेजस्वी पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता में बैठे लोगों ने वित्तीय गड़बड़ियां कीं और दोषी अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की। इससे विभाग को भारी नुकसान हुआ।डिप्टी सीएम ने बांका जिले के सुल्तानगंज में कांवरिया पथ निर्माण में हुई गड़बड़ी का भी जिक्र किया। पथ निर्माण विभाग के पूर्व और वर्तमान प्रोजेक्ट्स की जांच की जाएगी। सड़कों और पुलों का हेल्थ कार्ड बनाया जाएगा। इसके लिए आईआईटी और एनआईटी के इंजीनियरों की एक टीम गठित की जाएगी, जो विभाग की सभी योजनाओं की जांच करेगी। गड़बड़ी करने वालों और उन्हें संरक्षण देने वालों पर कार्रवाई होगी।

डकैती की वारदात को अंजाम देने के फिराक में थे, पुलिस ने हथियार समेत.....:

News Pratyaksh | Updated : Tue 28th Jan 2025, 11:10 am
डकैती की वारदात को अंजाम देने के फिराक में थे, पुलिस ने हथियार समेत.....:जिला पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. डकैती की घटना को अंजाम देने के फिराक में जुटे तीन अपराधी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इनके पास पिस्टल, गोली व अपराध में इस्तेमाल किए जाने वाले अन्य सामान भी पुलिस ने बरामद किए हैं. एसएसपी एचपी जनार्दनन ने क्राइम मीटिंग में नाइट पेट्रोलिंग तेज करने के निर्देश दिया था.नाइट पेट्रोलिंग के दौरान बरवाअड्डा पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. जिले में डकैती की घटना को अंजाम देने के फिराक में जुटे तीन शातिर अपराधी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. सभी को बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के समीप से गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार अपराधियों के पास से एक रॉड, एक देसी कट्टा, गोली समेत अन्य सामान बरामद किया गया है. साथ ही पुलिस ने आरोपियों का एक स्कॉर्पियो वाहन भी जब्त किया है. सिटी एसपी अजीत कुमार ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि पकड़े गए तीनों कुख्यात अपराधी हैं. गिरफ्तार सभी अपराधी डकैती के अलावे वाहन चोरी और मवेशी चोरी की घटना में संलिप्त रहे हैं. ये लोग एक गिरोह का हिस्सा हैं. धनबाद के अलावे देवघर, गिरिडीह और जामताड़ा में यह आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया करते थे.एसपी ने कहा कि सभी अपराधी जामताड़ा जिले के नारायणपुर के रहने वाले हैं. इनके विरुद्ध कई आपराधिक मामले भी दर्ज हैं. उन्होंने बताया कि पुलिस इनके गिरोह के अन्य साथियों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है. जिले में कई स्थानों पर डकैती की वारदात को अंजाम देने की इनकी मंशा थी. लेकिन पुलिस ने इनको कामयाब नहीं होने दिया. उन्होंने बताया कि एसएसपी ने पूरी टीम को पुरस्कृत करने का निर्णय लिया है.

रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर 18 लाख की ठगी :

News Pratyaksh | Updated : Tue 28th Jan 2025, 11:08 am
रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर 18 लाख की ठगी : जिला के निरसा में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी का मामला प्रकाश में आया है. पुलिस ने मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी का नाम देवनारायण सुपाकर है. देवनारायण धनबाद जिला के सुदामडीह थाना क्षेत्र के मोहुलबनी कंचनपुर का निवासी है. आरोपी की गिरफ्तारी की पुष्टि निरसा एसडीपीओ रजत मणिक बाखला ने की है.एसडीपीओ रजत मणिक बाखला ने बताया कि देवनारायण पिछले 4 वर्षों से रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर भोले-भाले लोगों को ठगा करता था. वह रेलवे के बड़े-बड़े अधिकारियों के साथ पहचान बताकर लोगों को अपने झांसे में लेता था और नौकरी लगवा देने के नाम पर ठगी करता था. इसके गिरोह में 10 से 12 लोग शामिल हैं. जो कि रेलवे की ग्रुप (सी) और ग्रुप (डी) में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करते थे.निरसा एसडीपीओ ने बताया कि पिछले दिनों निरसा थाना क्षेत्र के श्यामलाल रविदास के थाना में लिखित आवेदन देकर ठगी की शिकायत की थी. श्यामलाल ने बताया था कि नौकरी दिलाने के नाम पर उससे 18 लाख रुपये की ठगी कर ली गई लेकिन अब तक नौकरी नहीं मिली है. जब भी देवनारायण से नौकरी की बात कहते हैं तो वह टाल-मटोल करता था. जिसके बाद उसे अहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार हो गया है.इधर, शिकायत मिलने के बाद पुलिस की विशेष टीम गठित की गई. पुलिस टीम ने छापेमारी कर आरोपी देवनारायण सुपाकर को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली. पुलिस ने पूछताछ के बाद आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. छापेमारी टीम में पुलिस अवर निरीक्षक अविनाश कुमार और निरसा थाना के दो शस्त्र बल शामिल रहे.
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